अफ़्रीका का भूगोल :- अफ़्रीका, क्षेत्रफल और जनसंख्या के आधार पर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है। अफ़्रीका ही एक ऐसा महाद्वीप है जहां से तीनों प्रमुख रेखाएँ कर्क रेखा, विषुवत रेखा एवं मकर रेखा होकर गुजरती हैं। Geography of Africa notes in Hindi for UPSC & PCS.
- अफ्रीका में कुल 55 देश हैं –
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- 49 देश मुख्य भूमि पर हैं।
- 6 द्वीपीय देश हैं।

- क्षेत्रफल में सबसे बड़ा देश अल्जीरिया एवं जनसंख्या में सबसे बड़ा देश नाइजीरिया है।
- नाइजीरिया की 2 प्रमुख जनजाति है –
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- हाउसा- ये प्रमुख रूप से कृषक होते हैं।
- फुलानी- ये प्रमुख रूप से पशुपालक होते हैं।
- अफ़्रीका का क्षेत्रफल में सबसे छोटा देश “सेशेल्स” एक द्वीप है तथा तंजानिया के पूर्व में हिन्द महासागर में स्थित है।
- अफ्रीका का सबसे बड़ा द्वीपीय देश “मेडागास्कर” है, जोकि मोजाम्बिक देश के पूर्व में हिन्द महासागर में स्थित है। मोजाम्बिक तथा मेडागास्कर के बीच में “मोजाम्बिक चैनल” है। मैडागास्कर के पूर्व में एक द्वीप मॉरीशस स्थित है।
- अफ़्रीका के उत्तर पूर्वी हिस्से को “हॉर्न ऑफ अफ़्रीका” भी कहा जाता है। “हॉर्न ऑफ अफ़्रीका” के अंतर्गत तीन देश आते है-
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- सोमालिया
- इथियोपिया
- जिबूती
- विषुवत रेखा अफ्रीका के कुल 6 देशों से होकर गुजरती है-
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- गैबोन
- कंगो
- कांगो प्रजातांत्रिक गणराज्य (जायरे)
- युगांडा
- केन्या
- सोमालिया
- कालाहारी मरुस्थल तीन देशों में फैला हुआ है-
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- बोत्सवाना- सबसे अधिक हिस्सा यहीं पर है।
- नामीबिया
- दक्षिण अफ़्रीका
- दक्षिण अफ़्रीका में 2 भूबध्य देश है-
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- लेसोथो
- स्वाजीलैंड
- तंजानिया के पूर्व में हिंद महासागर में पेम्बा एवं जंजीबार नामक 2 द्वीपों पर तंजानिया का अधिकार। इन दोनों द्वीपों में लैंग और इलायची की खेती की जाती है तथा विश्व की 90% लैंग इन्ही 2 द्वीपों पर उगायी जाती है।
- इस महाद्वीप पर 4 प्रमुख झीले हैं-
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- नासिर झील- मिस्त्र में नील नदी पर आस्वान बांध हेतु बनायी गयी मानव निर्मित झील।
- विक्टोरिया झील- विषुवत रेखा पर स्थित है। इस झील से श्वेत-नील नदी निकलती है तथा उत्तर की तरफ प्रवाहित होती है भूमध्य सागर में मिल जाती है। विक्टोरिया झील तीन देश तंजानिया, युगांडा एवं कीनिया से सीमा बनाती है
- तांगान्यीका झील- विक्टोरिया झील के दक्षिण में स्थित है है। कुल 4 देशों तंजानिया, बुरूण्डी, कांगो, जाम्बिया से सीमा बनाती हैं।
- मलावी झील- टंगन्यिका के दक्षिण में स्थित है। कुल 3 देशों तंजानिया मलावी एवं मोजाम्बिक से सीमा बनाती है।
- तुर्कान झील- केन्या में स्थित है।
- ताना झील- इथियोपिया में स्थित है।
- मुख्य नील नदी दो नदियों नीला-नील नदी एवं श्वेत-नील नदी के मिलन से बनती है। एवं नील नदी 4 देशों से प्रवाहित होती है-
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- युगांडा
- दक्षिण सूडान
- सूडान
- मिस्त्र
- स्वेत-नील नदी ही मुख्य नील नदी की प्रमुख धारा तथा ये विक्टोरिया झील से निकलती है। नीला-नील नदी इथियोपिया से निकलती है। ये दोनों नदियां सूडान की राजधानी खार्तूम में मिलते है तथा फिर “नील नदी” कहलाती है।
- दक्षिणी सूडान पहले सूडान का ही हिस्सा था। वर्ष 2011 में यह एक ईसाई बाहुल्य वाला अलग देश बन गया।
- कांगो नदी- मध्य अफ़्रीका गणराज्य (जायरे) से निकलती है। 2 बार विषुवत वृत को काटती है।
- कांगो गणराज्य में कटंगा पठार है यहां हीरा एवं तांबा पाया जाता है। दुनिया का लगभग आधा हीरा(40%) यहीं पर है। परन्तु अभी यहां उत्पादन प्रारम्भ नहीं हुआ है वर्तमान में हीरे के उत्पादन में रूस प्रथम स्थान पर है। कांगो नदी इसी कटंगा के पठार से निकलती है।
- नाइजर नदी नाइजीरिया में प्रवाहित होती है। यहां इसके प्रवाह क्षेत्र में तेल के भण्डार है अतः इसे तेल नदी भी कहा जाता है। इस तेल का शोधन नाइजीरिया के सबसे बड़े शहर इबादान में किया जाता है। इस नदी पर कैंजी बांध बना है।
- लिम्पोपो नदी दक्षिण अफ्रीका एवं बोत्सवाना देश की सीमा पर बनती है। लिम्पोपो नदी मकर रेखा को 2 बार काटती है।
- जाम्बेजी नदी, जाम्बिया एवं जिम्बाव्वे देश की सीमा पर बहती है। इस नदी पर करीबा बांध बना है।
- दक्षिण अफ़्रीका का सबसे बड़ा एवं प्रमुख शहर जोहान्सबर्ग है। विट वाटर्स की पहाड़ी पर बसा है, ये पहाड़ी सबसे बड़ा सोने का भण्डार है अतः जोहान्सबर्ग को स्वर्ण नगर के नाम से भी जाना जाता है। किम्बरले में हीरे की खान दक्षिण अफ़्रीका में है। दक्षिण अफ़्रीका की 2 राजधानी है-
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- प्रिटोरिया- प्रशासनिक
- केपटाउन- वैधानिक राजधानी
- विषुवत वृत पर सदाबहार वृक्ष पाये जाते है। थोड़ा सा उत्तर या दक्षिण में बढ़ने पर सवाना जलवायु पायी जाती है। उत्तर वाली सवाना जलवायु को सूडान तुल्य जलवायु की कहते है। मोटी कटीली और कटोर घास इस जलवायु की विशेषता है।
- सवाना जलवायु के और उत्तर और दक्षिण में बढ़ने पर मरुस्थलीय जलवायु पायी जाती है –
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- उत्तरी मरुस्थल – सहारा मरूस्थल-ऊठ
- दक्षिणी मरुस्थल -कालाहारी – शतुरमुर्ग
- दक्षिण अफ़्रीका में शीतोष्ण जलवायु पायी जाती है। इसे प्रेयरी जलवायु भी कहा जाता है। स्थानीय भाषा में “वैल्ड” कहते है। लम्बी और मुलायम घास इस जलवायु की विशेषता है। मक्के की अच्छी फसल उगायी जाती है जिस कारण इसे मक्का त्रिभुज कहा जाता है ये क्षेत्र ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत से घिरा है। औरेंज एवं लिंपोपो नदियों की सहायक नदियां इस क्षेत्र को सींचती हैं।
- अफ़्रीका प्रमुख रूप से पठारी है इसलिए यहां पर ज्यादा पर्वत नहीं पाये जाते। अफ्रीका की दो मुख्य पर्वत श्रृंखलाओ का विवरण निम्नवत हैं-
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- ड्रेकेन्सबर्ग पर्वत- दक्षिण अफ़्रीका में है।
- एटलस पर्वत- अल्जीरिया एवं मोरक्को में है।
- एटलस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी माउंट टूबकल अल्जीरिया में स्थित है। परन्तु पूरे अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी “माउंट किलमंजारो” जोकि तंजानिया में स्थित एक ज्वालामुखी पर्वत है।
- माउंट कैमरून अफ़्रीका का एक सक्रीय ज्वालामुखी है जोकि पश्चिमी अफ्रीका के देश कैमरून में स्थित है।
- अफ़्रीका में प्रमुख रूप से 3 पठार है-
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- अबीसीनिया का पठार- हार्न ऑफ अफ्रीका में है। तीन देश आते है। इसके सोमालिया, इथियोपिया, जिबूती।
- कतांगा का पठार- कांगो गणराज्य में है, यहां से कांगो नदी निकलती है, इसी पठार में हीरे का सबसे अधिक अनुमानित भंडार है। तांबे का भंडार भी है।
- मालागासी का पठार- मैडागास्कर द्वीप पर हिंद महासागर का सबसे बड़ा द्वीप है।
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