11. आरबीआई 100 रुपये का सिक्का लांच करेगा।
विस्तार : – वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक एआईएडीएमके के संस्थापक स्वर्गीय डॉ एम जी रामचंद्रन की जन्म शताब्दी (सौवां वर्ष) को चिह्नित करने के लिए 100 रुपये का सिक्का पेश करेगा। अग्र-भाग पर, सिक्के सामने अशोक स्तंभ चित्रित होगा और और केंद्र में सत्यमेव जयते देवनागरी लिपि में चित्रित होगा। इस पर रुपये का चिन्ह चित्रित होगा और 100 रूपये भी मुद्रित होगा। पिछले भाग पर, डॉ एम जी रामचंद्रन का चित्र केंद्र में होगा। सिक्का का मानक वजन 35 ग्राम होगा।
12. पेटीएम ने एनपीसीआई के साथ समझौता किया।
विस्तार : – पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPB) ने भारत सरकार के राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के साथ RuPay से संचालित डिजिटल डेबिट कार्ड के लिए भागीदारी की। पीपीबी डिजिटल डेबिट कार्ड के साथ, ग्राहक अब उन सभी व्यापारियों के साथ लेनदेन करने में सक्षम होंगे जो क्रेडिट और डेबिट कार्ड स्वीकार करते हैं। मौजूदा पेटीएम उपयोगकर्ताओं को पीपीबी के साथ खाता धारक बनने के लिए एक केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करना होगा। इसके बाद, उन्हें मुफ्त डिजिटल रुपे कार्ड जारी किया जाएगा।
13. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना (India’s first Bullet Train project) के कार्य का उद्घाटन 14 सितम्बर 2017 को अहमदाबाद में किया।
विस्तार : – भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना अहमदाबाद (Ahmedabad) को मुम्बई (Mumbai) से जोड़ेगी तथा इसका पहला टर्मिनल अहमदाबाद के साबरमती (Sabarmati) में स्थापित किया जायेगा। यह टर्मिनल मौजूदा साबरमती रेलवे स्टेशन पर बनाया जायेगा। वहीं मुम्बई में बुलेट ट्रेन का टर्मिनल बान्द्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थापित करना प्रस्तावित है। साबरमती में ही यह उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। देश की इस पहली बुलेट ट्रेन परियोजना पर 1.1 लाख करोड़ रुपए (Rs. 1.1 lakh crore) का निवेश आयेगा तथा इसे भारतीय रेल (Indian Railways) और जापानी कम्पनी शिन्कान्सेन टैक्नोलॉजी (Shinkansen Technology) के बीच संयुक्त उपक्रम (joint venture) द्वारा क्रियान्वित किया जायेगा। जापानी दल का मानना है कि वर्ष 2023 तक यह बुलेट ट्रेन शुरू हो जायेगी जबकि भारत के रेल मंत्री पियूष गोयल के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि इसकी शुरुआत भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ पर 15 अगस्त 2022 को हो जाए।
14. 13 सितम्बर 2017 को अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति (IOC) द्वारा की गई घोषणा के अनुसार वर्ष 2024 और 2028 के ग्रीष्मकालीन ऑलम्पिक खेलों (Summer Olympics) का आयोजन क्रमश: पेरिस और लॉस एंजिल्स शहरों में किया जायेगा।
विस्तार : – फ्रांस की राजधानी पेरिस (Paris) में वर्ष 2024 के ग्रीष्मकालीन ऑलम्पिक खेल आयोजित किए जायेंगे जबकि इन खेलों का 2028 में होने वाला अगला संस्करण अमेरिका के लॉस एंजिल्स (Los Angles) शहर में होगा। यह घोषणा अंतर्राष्ट्रीय ऑलम्पिक समिति (International Olympic Committee – IOC) की पेरू की राजधानी लीमा (Lima) में चल रहे वार्षिक सत्र (Annual Session) के दौरान 13 सितम्बर 2017 को की गई। इस घोषणा की खास बात थी कि यह पहला मौका था जब एक ही साथ जो आयोजक शहरों की घोषणा की गई। उल्लेखनीय है कि 2024 के ऑलम्पिक खेलों का आयोजन पेरिस और लॉस एंजिल्स दोनों शहर करना चाहते थे। लेकिन बाद में लॉस एंजिल्स ने अपनी दावेदारी IOC के इस वादे पर छोड़ दी कि उसे अगले खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी और वित्त पोषण में सहायता प्रदान की जायेगी। 2024 के खेलों के लिए तीन अन्य दावेदारों हैमबर्ग, रोम और बुडापेस्ट द्वारा पीछे हटने के बाद पेरिस और लॉस एंजिल्स ही दो दावेदार बचे थे।
15. भारत ने बांग्लादेश में शरणार्थी बनकर आए म्यांमार के रोहिन्ग्या मुस्लिमों (Rohingya Muslims) को सहायता प्रदान करने के लिए सामान की एक बड़ी खेंप 14 सितम्बर 2017 को रवाना कर दी।
विस्तार : – “ऑपरेशन इंसानियत” (“Operation Insaniyat”) भारत सरकार के मानवीय सहायता पहुँचाने वाले उस ऑपरेशन को दिया गया नाम है जिसके तहत म्यांमार (Myanmar) से लाखों की संख्या में शरणार्थी (refugees) बनकर बांग्लादेश (Bangladesh) पहुँचे रोहिन्ग्या मुसलमानों (Rohingya Muslims) की सहायता की जायेगा। इसके तहत सहायता की पहली खेंप 14 सितम्बर 2017 को भेजी गई। इस खेंप में पीड़ित लोगों के तुरंत काम में आने वाली खाद्य व अखाद्य वस्तुएं हैं जैसे चावल, दाल, चीनी, नमक, खाद्य तेल, चाय, नूडल्स, बिस्कुट, कम्बल, मच्छर-दानी, तंबू, आदि।
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