26. पी.वी. सिंधू बीएफडब्ल्यू महिला सिंग्ल्स विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में दूसरे स्थान पर।
विस्तार : – भारत की प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधू जारी हुई बीएफडब्ल्यू महिला सिंग्ल्स विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में दो पायदान के सुधार के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गई। चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग शीर्ष स्थान पर है। हाल ही में कोरिया ओपन का खिताब जीतने वाली पी.वी. सिंधू करियर में दूसरी बार रैंकिंग में इस पायदान पर पहुंची है। ओलिंपिक में रजत पदक अपने नाम करने वाली पी.वी. सिंधू 06 अप्रैल 2017 को भी रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंची थी। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल रैकिंग में 12वें स्थान पर बनीं हुई है। मौजूदा ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी स्पेन की कैरोलीन मरीन भी पांचवे स्थान पर बरकरार है। वहीं विश्व चैम्पियन जापान की नोजोमी ओकुहारा एक पायदान ऊपर चढ़ आठवें स्थान पर पहुंच गईं।
27. गोविंदन लक्ष्मणन ने एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
विस्तार : – मौजूदा एशियाई चैम्पियन गोविंदन लक्ष्मणन ने 25 सितम्बर 2017 को नेहरू स्टेडियम में 57वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के पहले दिन पुरूषों की 5,000 मीटर रेस में स्पर्ण पदक जीता। गोविंदन लक्ष्मणन ने 14 मिनट 4.21 सेकेंड का समय निकालकर पहला स्थान हासिल किया। हालांकि यह लंदन में विश्व चैम्पियनशिप के दौरान 13 मिनट 35.69 सेकेंड उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी कम समय था। रेलवे के अभिषेक पाल ने 14 मिनट 8.38 सेकेंड का समय लेकर दूसरे पर रहे जबकि सेना के मान सिंह तीसरे स्थान पर रहे।
28. आईसीसी ने क्रिकेट में नये नियमों की घोषणा की।
विस्तार : – अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा क्रिकेट में नये नियमों की घोषणा की गयी। यह सभी नियम 28 सितंबर 2017 से लागू होंगे। सितंबर में होने वाली सभी क्रिकेट मैचों पर यह नियम लागू होंगे। क्रिकेट को और रोमांचक बनाने के उद्देश्य से यह नियम बनाये गये हैं। आईसीसी के अनुसार क्रिकेट मैचों के दौरान कई बार देखा गया है कि मैदान में किसी खिलाड़ी का व्यवहार सही नहीं होता इसलिए इस प्रकार के व्यव्हार पर अंकुश लगाने के लिए भी नियमों में बदलाव आवश्यक है।
क्रिकेट के नए नियम इस प्रकार है :-
- बल्ले के आकार में बदलाव किया गया है। अब बल्ले की चौड़ाई 108 mm, गहराई 67 mm और एजेस 40 mm होगी।
- दुर्वव्यहार करने पर किसी भी खिलाड़ी को मैच के बीच से ही पविलियन भेजा जा सकता है। खिलाडी को रेड कार्ड दिखाकर बाहर किया जा सकता है।
- ‘अंपायर को धमकी देना, अंपायर के साथ अनुचित व्यव्हार करना, शारीरिक हानि पहुचाने की चेष्टा करना, किसी खिलाड़ी या किसी अन्य व्यक्ति पर हमला करना अथवा हमला करने की कोशिश करना, हिंसा के कृत्य को चौथे स्तर के अपराधों में शामिल किया गया है।’
- T-20 में भी डीआरएस लागू किया जायेगा अर्थात खिलाडी अंपायर के फैसले को चुनौती देने के लिए तकनीक का सहारा ले सकते हैं।
- T-20 मैचों में एक गेंदबाज दो से अधिक ओवर नहीं डालेगा।
- फील्डर या विकेटकीपर ने हेलमेट पहना है तो उससे टकराने के बाद बल्लेबाज को कैच आउट किया जा सकता है।
- यदि बल्लेबाज रन दौड़ते हुए क्रीज के अन्दर आ जाता है और फील्डर द्वारा स्टंप्स बिखरे जाने के समय उसका बल्ला या शरीर का कुछ हिस्सा हवा में होगा तो भी वह रनआउट नहीं होगा।