तूतीकोरीन इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल का उद्घाटन : हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु में तूतीकोरीन इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इसे भारत की समुद्री अवसंरचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया और इसे “भारत की समुद्री अवसंरचना का नया सितारा” कहा। यह टर्मिनल वीओ चिदंबरनार पोर्ट की क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और भारत के विकास में अहम योगदान देगा।
इस टर्मिनल की गहराई 14 मीटर से अधिक है और इसका बर्थ 300 मीटर लंबा है, जिससे बड़ी मात्रा में कंटेनरों को आसानी से संभाला जा सकेगा। यह भारत की लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने में भी मदद करेगा। इस टर्मिनल की विशेषता यह है कि इसके कर्मचारियों में 40% महिलाएं हैं, जो समुद्री क्षेत्र में महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करती हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर तमिलनाडु की आर्थिक विकास में भूमिका की सराहना की। बता दें कि तमिलनाडु में तीन प्रमुख और 17 गैर-प्रमुख बंदरगाह हैं, जो समुद्री व्यापार में महत्वपूर्ण हैं। वीओ चिदंबरनार पोर्ट को ग्रीन हाइड्रोजन हब और ऑफशोर विंड एनर्जी के नोडल पॉइंट के रूप में भी मान्यता दी गई है, जो भारत के जलवायु परिवर्तन के प्रयासों को दर्शाता है।
टर्मिनल से होने वाले लाभ:
- यह टर्मिनल भारत की लॉजिस्टिक्स लागत को कम करेगा और विदेशी मुद्रा की बचत करेगा।
- इससे समुद्री व्यापार में तेजी आएगी, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति मजबूत होगी।
- महिला कर्मचारियों की 40% भागीदारी महिला नेतृत्व विकास को बढ़ावा देती है।
वीओ चिदंबरनार पोर्ट:
यह पोर्ट भारत के प्रमुख बंदरगाहों में से एक है, जो तमिलनाडु के तूतीकोरीन में स्थित है। पहले इसे तूतीकोरीन पोर्ट के नाम से जाना जाता था, बाद में इसका नाम स्वतंत्रता सेनानी वीओ चिदंबरनार के नाम पर रखा गया।