नोबेल पुरस्कार 2018

नोबेल पुरस्कार 2018

नोबेल पुरस्कार 2018 के प्राप्तकर्ता : हर साल की तरह 2018 में भी नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) प्राप्तकर्ताओं की सूची नोबेल फाउँडेशन द्वारा जारी कर दी गयी है। नोबेल पुरस्कार चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्यशांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अहम योगदान देने वाले लोगों को दिए जाते हैं। नोबेल पुरस्कार के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

वर्ष 2018 के नोबेल प्राप्तकर्ता

भौतिकी (Physics) : वर्ष 2018 नोबेल पुरस्कार

वर्ष 2018 का भौतिकी के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के आर्थर एश्किन, कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड और फ्रांस के गेरार्ड मोरो को दिया जायेगा। रॉयल स्वीडिश अकादमी ऑफ साइंसेज ने 02 अक्टूबर 2018 को लेजर भौतिकी के क्षेत्र में नई तकनीक की खोज के लिए इन तीनों को नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की है।

आर्थर एश्किन, डोना स्ट्रिकलैंड और गेरार्ड मोरो को 90 लाख स्वीडिश क्रोनर (लगभग 7.35 करोड़ रुपये) की इनामी राशि दी जाएगी। आर्थर एश्किन को धन राशि का आधा हिस्सा मिलेगा, जबकि डोना स्ट्रिकलैंड और गेरार्ड मोरो को बाकी बची राशि बांटनी पड़ेगी।

अमेरिका के आर्थर एश्किन इतिहास के सबसे वृद्ध नोबेल विजेता हैं उनकी उम्र 96 वर्ष है। आर्थर को ‘ऑप्टिकल ट्वीजर्स’ पर शोध के कारण नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। आर्थर ने लेजर बीम की सहायता से पार्टिकल्स, अणु, वायरस और जीवित कोशिकाओं को पकड़ने की तकनीक की खोज की है। इनसे पहले अमेरिका के ही लियोनिद हरविक्ज ने 90 साल की उम्र में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीता था।

डोना स्ट्रिकलैंड 55 साल बाद भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार पाने वाली महिला वैज्ञानिक हैं। उनसे पहले 1963 में ‘न्यूक्लियर स्ट्रक्चर’ पर खोज के लिए मारिया मेयर को नोबेल दिया गया था और उनसे भी पहले 1903 में ‘रेडियो एक्टिविटी’ की खोज के लिए मैरी क्यूरी, उनके पति पियरे क्यूरी और हैनरी बेक्वेरल को संयुक्त रूप से नोबेल दिया गया था। डोना स्ट्रिकलैंड यह पुरस्कार पाने वाली तीसरी महिला हैं।

डोना स्ट्रिकलैंड एवं गेरार्ड मोरो ने इससे अलग अब तक के सबसे छोटे और सर्वाधिक शक्तिशाली लेजर पल्स तैयार किए हैं। इन वैज्ञानिकों की तकनीक आज के समय में आंखों की सर्जरी में एवं कई क्षेत्रों में इस्तेमाल की जाती है।

चिकित्सा (Medicine) : वर्ष 2018 नोबेल पुरस्कार

अमेरिका के जेम्स पी.एलिसन और जापान के तासुकु होन्जो को संयुक्त रुप से चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गयी है। इन दोनों वैज्ञानिकों को कैंसर सेल्स पर अटैक करने वाली मानव कोशिकाओं की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

रसायन (Chemistry) : वर्ष 2018 नोबेल पुरस्कार

2018 का रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार तीन रसायन शास्त्रियों अमेरिका की फ्रांसिस एच. ऑर्नल्ड (महिला), अमेरिका के ही जॉर्ज पी. स्मिथ (पुरुष) और ब्रिटेन के सर ग्रेगॅरी पी. विंटर (पुरुष) को दिया जायेगा।

विजेताओं में एक महिला और दो पुरुष वैज्ञानिक शामिल हैं। इन्होने एंजाइम्स और ऐंटीबॉडीज को विकसित करने के लिए क्रमिक विकास की शक्ति का इस्तेमाल किया है। जिसके फल स्वरूप नए फार्मास्युटिकल और बायोफ्युल का निर्माण संभव हुआ है।

कैलिफॉर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी की फ्रांसेस एच. ऑर्नल्ड रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल जीतने वाली पांचवीं महिला हैं। ऑर्नल्ड वर्ष 2016 में ‘मिलेनियम टेक्नोलॉजी’ पुरस्कार जितने वाली पहली महिला हैं।

अमेरिका की फ्रांसिस एच ऑर्नल्ड को एंजाइम्स के पहले निर्देशित विकास के लिए नोबेल पुरस्कार का आधा हिस्सा दिया जायेगा। उनके इस प्रयास से और अधिक पर्यावरण अनुकूल रसायनों का निर्माण संभव हुआ है, जिनमें ड्रग्स और नवीनीकृत ईंधन शामिल है।

अमेरिका के जॉर्ज पी. स्मिथ ने बैक्टीरियोफेज (बैक्टीरिया में पलने वाला वाइरस) तैयार किया है। जिसका इस्तेमाल नए प्रोटीन तैयार करने में किया जा सकता है।

ब्रिटेन के ग्रेगरी विंटर ने फेज प्रक्रिया का इस्तेमाल कर नए एंटीबॉडी विकसित किए हैं। आर्थराइटिस, सोरियासिस जैसी बीमारियों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। फेज प्रक्रिया से तैयार एंटीबॉडीज जहर का प्रभाव खत्म कर देते हैं और मैटास्टेटिक कैंसर के इलाज में भी उपयोगी हैं।

अमेरिका की महिला वैज्ञानिक फ्रांसिस एच. ऑर्नल्ड को पुरस्कार राशि 90 लाख स्वीडिश क्रोनोर (करीब 10.1 लाख डॉलर या 7 करोड़ 37 लाख रुपये) की आधी रकम दी जाएगी। जबकि शेष आधी रकम जॉर्ज पी. स्मिथ और सर ग्रेगॅरी पी विंटर (पुरुष) के बीच बंटेगी।

शांति (Peace) : वर्ष 2018 नोबेल पुरस्कार

नोबेल शांति पुरस्कार 2018 के लिए अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के डेनिस मुक्वेज (पुरुष) और इराक की नादिया मुराद (महिला) को चुना गया है। डेनिस मुक्वेज और नादिया मुराद ने यौन हिंसा को युद्ध के हथियार की तरह इस्तेमाल किये जाने के खिलाफ प्रयास में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। इसलिए इन्हें नोबेल शांति पुरस्कार 2018 के लिए चुना गया है।

नादिया मुराद, मलाला युसूफजई के बाद दूसरी सबसे कम उम्र की नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता हैं, मुराद अभी 25 वर्ष की हैं। 2014 में मलाला युसूफजई को नोबेल पुरस्कार दिया गया था तब उनकी उम्र 17 वर्ष थी।

डेनिस मुक्वेज लंबे समय से यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के लिए काम करते आ रहे हैं। डेनिस पेशे से गायनेक्लोजिस्ट हैं।

अर्थशास्त्र (Economic) : वर्ष 2018 नोबेल पुरस्कार

अर्थशास्त्र (इकोनॉमिक्स) का वर्ष 2018 का नोबेल पुरस्कार दो अमेरिकी अर्थशास्त्री विलियम डी. नोर्दहॉस और पॉल एम. रोमर को दिया जायेगा। इन दोनों को इकोनॉमिक ग्रोथ पर रिसर्च के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है।

विलियम डी. नोर्दहॉस को क्लाइमेंट चेंज इकोनॉमिक्स का पिता कहा जाता है। उनको मेक्रोइकोनॉमिक एनालिसिस में क्लाइमेट चेंज के इंटीग्रेशन के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जा रहा है। विलियम डी. नोर्दहॉस अमेरिका के येल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।

पॉल एम. रोमर को लंबे समय से मेक्रोइकोनॉमिक एनालिसिस में टेक्नोलॉजी के नए इनोवेशन के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जा रहा है। रोमर वर्ल्ड बैंक में चीफ इकोनॉमिस्ट के पद पर कार्य कर चुके हैं। पॉल एम. रोमर न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में कार्यरत हैं।

साहित्य (Literature) : वर्ष 2018 नोबेल पुरस्कार

70 साल बाद इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि साहित्य के क्षेत्र में कोई नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जायेगा।

Source : NobelPrize.org