पद्म पुरस्कार 2021 – सम्मानित व्यक्तियों की सूची (padma puraskar 2021 list hindi): पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च पुरस्कारों में से एक है। पद्म पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में होने वाले सम्मान समारोह में देश के राष्ट्रपति द्वारा नागरिकों को दिए जाते है। यह पुरस्कार सामान्यतः मार्च से अप्रैल माह में दिए जाते हैं। पद्म सम्मान में तीन पुरस्कार पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री शामिल हैं। पद्म पुरस्कारों की सिफारिश राज्य सरकारों, केंद्रीय मंत्रालयों, श्रेष्ठ संस्थानों आदि से प्राप्त की जाती है, सिफारिशों के पश्चात प्रधानमंत्री, गृह मंत्री तथा राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद गणतंत्र दिवस 26 जनवरी की पूर्व संध्या यानि कि 25 जनवरी को पद्म सम्मान घोषित किये जाते हैं।
Table of Contents
पद्म पुरस्कार (Padma Awards)
2021 में पद्म पुरस्कार से सम्मानित नागरिक
वर्ष 2021, में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुल 119 नागरिकों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिसमें 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
पद्म विभूषण से सम्मानित 7 हस्तियां
नाम | क्षेत्र | देश / राज्य | कार्य क्षेत्र |
शिंजो आबे | जनसेवा | जापान | जापान के पूर्व प्रधान मंत्री |
एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम (मरणोपरांत ) | कला | तमिलनाडु | पार्श्वगायक |
डॉ. बल्ले मोनाप्पा हेगडे | चिकित्सा | तमिलनाडु | हृदय रोग विशेषज्ञ |
नरिंदर सिंह कपानी | विज्ञान और प्रौद्योगिकी | यू.एस. | अमेरिकी भौतिक विज्ञानी (फाइबर ऑप्टिक्स तकनीक के खोजी) |
मौलाना वहीउद्दीन खान | आध्यात्म | दिल्ली | इस्लामिक विद्वान और शांति कार्यकर्ता |
बीबी लाल | पुरातत्व | दिल्ली | भारतीय पुरातत्वविद् |
पद्म भूषण पुरस्कार 2021 से सम्मानित 10 हस्तियां
नाम | क्षेत्र | राज्य | कार्य क्षेत्र |
कृष्णन नायर शांताकुमारी | कला | केरल | पार्श्व गायिका |
तरूण गोगोई (मरणोपरांत) | जनसेवा | असम | असम के पूर्व मुख्यमंत्री |
चंद्रशेखर कंबारा | साहित्य और शिक्षा | कर्नाटक | कन्नड कवि, नाटककार एवं लोक साहित्यकार |
सुमित्रा महाजन | जनसेवा | मध्य प्रदेश | पूर्व लोकसभा अध्यक्ष |
नृपेंद्र मिश्र | लोक सेवा | उत्तर प्रदेश | प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव |
रामविलास पासवान (मरणोपरांत) | जनसेवा | बिहार | लोकजन शक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष |
केशुभाई पटेल | जनसेवा | गुजरात | गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री |
कल्बे सादिक (मरणोपरांत) | धर्म | उत्तर प्रदेश | भारतीय इस्लामी विद्वान, सुधारक और शिक्षाविद् |
रजनीकांत देवदास श्रॉफ | व्यापार उद्योग | महाराष्ट्र | |
तरलोचन सिंह | जनसेवा | हरियाणा | नेता और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष |
पद्मश्री 2021 से सम्मानित 102 हस्तियां
नाम | क्षेत्र | राज्य | कार्य क्षेत्र |
गुलफाम अहमद | कला | उत्तर प्रदेश | |
पी अनीता (अनीता पौलदुरई) | खेल | तमिलनाडु | भारतीय महिला बास्केटबॉल टीम की कप्तान |
रामास्वामी अन्ना वरापू | कला | आंध्र प्रदेश | वायलिन वादक |
सुब्बू अरूमुगम | कला | तमिलनाडु | संगीतकार, लेखक |
प्रकाशराव आशावादी | साहित्य और शिक्षा | आंध्र प्रदेश | कवि, आलोचक, अनुवादक |
भूरी बाई | कला | मध्य प्रदेश | आदिवासी चित्रकार |
राधेश्याम बारले | कला | छत्तीसगढ़ | पंथी नर्तक |
धर्म नारायण बर्मा | साहित्य और शिक्षा | पश्चिम बंगाल | सेवानिवृत्त संस्कृत शिक्षक |
लक्ष्मी बरुआ | समाज सेवा | असम | समाज सेवी |
बीरेंद्र कुमार बसक | कला | पश्चिम बंगाल | बंगाली साड़ी निर्माता |
रजनी बेक्टर | व्यापार उद्योग | पंजाब | क्रीमिका कंपनी की मैनेजिंग डॉयरेक्टर |
पीटर ब्रूक | कला | यूनाइटेड किंग्डम | थियेटर निर्देशक |
संगखुमी बुकालच्वाक | समाज सेवा | मिजोरम | समाज सेवी |
गोपीराम बरगायन बुराभकत | कला | असम | असमिया गायक |
बिजोय चक्रवर्ती | जनसेवा | असम | नेता BJP |
सुजीत चट्टोपाध्याय | साहित्य और शिक्षा | पश्चिम बंगाल | भूतपूर्व अध्यापक, विभिन्न गांवों के गरीब और बेसहारा छात्रों को निजी ट्यूशन देना |
जगदीश चौधरी (मरणोपरांत) | समाज सेवा | उत्तर प्रदेश | समाज सेवी |
सुल्ट्रीम चोनजोर | समाज सेवा | लद्दाख | लद्दाख में स्वयं 38 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर, कारगिल में स्थित दूरदराज के गांवों को जोड़ा |
माउमा दास | खेल | पश्चिम बंगाल | टेबल टेनिस खिलाड़ी |
श्रीकांत दतर | साहित्य और शिक्षा | यूएसए | भारतीय मूल के विख्यात शिक्षाविद एवं हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के डीन |
नारायण देबनाथ | कला | पश्चिम बंगाल | कॉमिक्स कलाकार, लेखक और चित्रकार |
छुटनी देवी | समाज सेवा | झारखंड | महिला उत्पीडऩ, डायन प्रताडऩा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्षरत |
दुलारी देवी | कला | बिहार | मधुबनी पेंटिंग कलाकार |
राधे देवी | कला | मणिपुर | मणिपुरी दुल्हन परंपरागत पोशाक पोटलोई को नया जीवन देने वाली |
शांति देवी | समाज सेवा | ओडिशा | सामाजिक कार्यकर्ता |
वयन डिबिया | कला | इंडोनेशिया | कलाकार और विद्वान, बालिनी प्रदर्शन कला में विशेषज्ञ |
दादूदन गढ़वी | साहित्य और शिक्षा | गुजरात | लोक कलाकार |
परशुराम आत्मराम गंगावने | कला | महाराष्ट्र | आदिवासी ठाकर समुदाय की पारंपरिक लोक कला के संरक्षण और प्रसार के लिए पिछले 45 वर्षों से कार्यरत |
जय भगवान गोयल | साहित्य और शिक्षा | हरियाणा | लेखक |
जगदीश चंद्र हलदर | साहित्य और शिक्षा | पश्चिम बंगाल | शिक्षाविद् |
मंगल सिंह हजौरी | साहित्य और शिक्षा | असम | बोडो भाषा के कवि |
अंशु जम्सेनपा | खेल | अरुणाचल प्रदेश | एक सीजन में दो बार माउंट एवेरेस्ट की चढ़ाई करने वाली पर्वतारोही |
पुर्णमासी जानी | कला | ओडिशा | आदिवासी कवयित्री |
माथा बी मंजम्मा जोगाती | कला | कर्नाटक | लोक कलाकार, कर्नाटक जनपद अकादमी की अध्यक्ष |
दामोदरन कैथा प्राम | कला | केरल | मलयालम गीतकार, कवि, संगीत निर्देशक |
नाम देव चंद्रभान कांब्ले | साहित्य और शिक्षा | महाराष्ट्र | लेखक और कवि |
महेश भाई और नरेश भाई कनोडिया (मरणोपरांत) | कला | गुजरात | स्टेज सिंगर और डांसर |
रजत कुमार कर | साहित्य और शिक्षा | ओडिशा | लेखक और कमेंटेटर |
रंगास्वामी लक्ष्मीनारायण कश्यप | साहित्य और शिक्षा | कर्नाटक | इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विद्वान |
प्रकाश कौर | समाज सेवा | पंजाब | अनाथ बच्चियों के लिए यूनिक होम चलाने वाली समाज सेविका |
निकोलस कजानस | साहित्य और शिक्षा | ग्रीस | ग्रीक इंडोलॉजिस्ट |
के केसवसामी | कला | पुडुचेरी | |
गुलाम रसूल खान | कला | जम्मू कश्मीर | कश्मीर हस्तशिल्प के प्रचार में भूमिका निभाई |
लाखा खान | कला | राजस्थान | राजस्थानी लोक संगीत को पूरी दुनिया में पहचान दिलाने वाले |
संजीदा खातून | कला | बांग्लादेश | बांग्लादेशी संगीतज्ञ |
विनायक विष्णु खेडेकर | कला | गोवा | लेखक, लोकगायक, पूर्व पत्रकार |
नीरु कुमार | समाज सेवा | दिल्ली | |
लाजवंती | कला | पंजाब | पारंपरिक फुलकारी कला में योगदान और नया आयाम देने के लिए |
रतन लाल | विज्ञान और अभियांत्रिकी | USA | मृदा वैज्ञानिक, विश्व खाद्य पुरस्कार विजेता |
अली मानिकफन | नवोन्मेष (Others-Grassroots Innovation) | लक्षद्वीप | समुद्री शोधकर्ता, पारिस्थितिकीविद (बिना किसी औपचारिक शिक्षा के) |
रामचंद्र मांझी | कला | बिहार | छपरा के लोक कलाकार |
दुलाल मंकी | कला | असम | संगीत कलाकार |
नानाद्रो बी मारक | कृषि | मेघालय | जैविक काली मिर्च के किसान |
रेवबेन माशांग्वा | कला | मणिपुर | लोक संगीतकार और गायक |
चंद्रकांत मेहता | साहित्य और शिक्षा | गुजरात | लेखक और पत्रकार |
रतनलाल मित्तल | चिकित्सा | पंजाब | |
माधवन नांबियार | खेल | केरल | एथलेटिक्स कोच |
श्याम सुंदर पालीवाल | समाज सेवा | राजस्थान | हर लड़की के पैदा होने का जश्न मनाने के लिए 111 पौधे लगा राजस्थान के गाँव की सूरत बदल देने वाले समाज सेवी |
चंद्रकांत शांभाजी पांडव | चिकित्सा | दिल्ली | AIIMS में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख और प्रोफेसर |
सोलोमान पप्पाया | साहित्य, शिक्षा, पत्रकारिता | तमिलनाडु | भारतीय विद्वान और तमिलनाडु में एक टेलीविजन आइकन |
पप्पामल | कृषि | तमिलनाडु | 106 वर्षीय वृद्ध महिला, खुद अपने खेत में जैविक खेती करती हैं |
कृष्ण मोहन पाथी | चिकित्सा | ओडिशा | चिकित्सक |
जसवंती बेन जमुनादास पोपट | व्यापार उद्योग | महाराष्ट्र | लिज्जत पापड़ के रचनाकारों में से एक |
गिरीश प्रभुने | समाज सेवा | महाराष्ट्र | पारधी समुदाय के लोगों और बच्चों के लिए जीवन भर कार्य किया और इसी उद्देश्य से “पुनरूत्थान समरसता गुरुकुलम” की शुरुआत की |
नंदा प्रस्टी | साहित्य और शिक्षा | ओडिशा | अध्यापक |
केके रामचंद्र पुलावर | कला | केरल | एक प्रशंसित थोलपावकुथु कलाकार और केंद्र संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार के विजेता, कठपुतली कलाकार |
बालन पुथेरी | साहित्य और शिक्षा | केरल | लेखक |
बिरुबाला राभा | समाज सेवा | असम | 15 सालों से जादू-टोने और डायन प्रथा के खिलाफ चला रहीं मुहिम |
कनक राजू | कला | तेलंगाना | गुसाडी नृत्य शिक्षक |
सुश्री बॉम्बे जयश्री रामनाथ | कला | तमिलनाडु | संगीतकार जो तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और हिंदी फिल्मों सहित कई भाषाओं में गीत गए चुकी हैं |
सत्याराम रियांग | कला | त्रिपुरा | त्रिपुरी लोक कलाकार |
डॉ. धनंजय दिवाकर सागदेव | चिकित्सा | केरल | RSS से प्रभावित, जिन्हें मसीहा मानते हैं केरल के वायनाड जिले के आदिवासी |
अशोक कुमार साहू | चिकित्सा | उत्तर प्रदेश | कानपुर में ही उन्होंने दो सौ कमरों का मेडिटेशन सेंटर खोला है |
भूपेंद्र कुमार सिंह संजय | चिकित्सा | उत्तराखंड | देहरादून के विश्व विख्यात ऑर्थोपेडिक सर्जन, इनका नाम लिम्का और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है |
सिंधु ताई सपकाल | समाज सेवा | महाराष्ट्र | |
प्रो. चमनलाल सप्रू (मरणोपरांत) | साहित्य और शिक्षा | जम्मू | कश्मीर में उर्दू और पारसी भाषा के बोलबाले के बीच हिंदी भाषा की मशाल जलाने वाले एक मात्र शख्स |
रोमन सरमाह | साहित्य, शिक्षा, पत्रकारिता | असम | |
इमरान शाह | साहित्य और शिक्षा | असम | असमिया भाषा के लेखक, कवि, उपन्यासकार और विद्वान |
प्रेमचंद्र शर्मा | कृषि | उत्तराखंड | उत्तराखंड के सुदूर हाताल-सैंज पहाड़ी गाँव में रसायनों के उपयोग के बिना जैविक तरीकों का उपयोग कर के उच्च उपज फल और सब्जी के उत्पादन में योगदान |
अर्जुन सिंह शेखावत | साहित्य और शिक्षा | राजस्थान | सरकारी कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राचार्य, 50 से अधिक पुस्तकों का लेखन और संपादन किया है |
रामयत्न शुक्ला | साहित्य और शिक्षा | उत्तर प्रदेश | 89 वर्ष की आयु में युवाओं को मुफ्त में संस्कृत की शिक्षा दे रहे हैं |
जितेंद्र सिंह शंटी | समाज सेवा | दिल्ली | करीब 26 सालों से शहीद भगत सिंह सेवा दल नामक संस्था के माध्यम से निःशुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करा रहे हैं |
करतार पारस राम सिंह | कला | हिमाचल प्रदेश | |
करतार सिंह | कला | पंजाब | गुरबानी गायक |
डॉ. दिलीप कुमार सिंह | चिकित्सा | बिहार | |
चंद्रशेखर सिंह | कृषि | उत्तर प्रदेश | |
सुधा हरी नारायण सिंह | खेल | उत्तर प्रदेश | एथलीट |
वीरेंदर सिंह | खेल | हरियाणा | बधिर कुश्ती |
मृदुला सिन्हा (मरणोपरांत) | साहित्य और शिक्षा | बिहार | गोवा की पूर्व राज्यपाल |
केसी शिवशंकर (मरणोपरांत) | कला | तमिलनाडु | कार्टूनिस्ट, बच्चों की पत्रिका चंदामामा उर्फ अंबुलीमा में अपने चित्र के लिए प्रसिद्ध |
गुरुमां कमलीसोरेन | समाज सेवा | पश्चिम बंगाल | समाज सेवक |
माराची शुब्बूरमन | समाज सेवा | तमिलनाडु | सोसायटी फॉर कम्युनिटी ऑर्गनाइजेशन एंड पीपुल्स एजुकेशन (SCOPE) के संस्थापक |
पी सुब्रमण्यन (मरणोपरांत) | व्यापार उद्योग | तमिलनाडु | शांती गियर्स के संस्थापक |
नीदूमोलू सुमती | कला | आंध्र प्रदेश | मृदंगम वादक |
कपिल तिवारी | साहित्य और शिक्षा | मध्य प्रदेश | लोक संस्कृति साहित्य से संबंधित 39 पुस्तकों का संपादन |
फॉदर वॉल्स (मरणोपरांत) | साहित्य और शिक्षा | स्पेन | फादर वलिस के नाम से लोकप्रिय एक स्पेनिश-भारतीय जेसुइट पुजारी और लेखक थे। |
डॉ. थिरूवेंगदम वीरा राघवन (मरणोपरांत) | चिकित्सा | तमिलनाडु | इन्हें दो रुपये के डॉक्टर के रूप में जाना जाता है, यह परामर्श के लिए केवल दो रुपये का शुल्क लेते थे |
श्रीधर वेंबू | व्यापार उद्योग | तमिलनाडु | ज़ोहो कॉर्पोरेशन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी |
के वाई वेंकटेश | खेल | कर्नाटक | पैरा-स्पोर्ट्समैन |
उषा यादव | साहित्य और शिक्षा | उत्तर प्रदेश | आगरा की साहित्यकार |
कर्नल काजी सज्जाद अली जाहिर | जनसेवा | बांग्लादेश | बांग्लादेश के कर्नल |
Info Source : https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1692337
nice ji
अच्छी जानकारी
ज्ञानवर्धक व उपयोगी जानकारी …