पाड्यगारों का विद्रोह

पाड्यगारों का विद्रोह

पाड्यगारों का विद्रोह (तमिलनाडु) : पाड्यगारों का विद्रोह दक्षिण भारत में अंग्रेजों के विरूद्ध हुए विद्रोहों में सबसे बड़ा विद्रोह था।

  • पाड्यगार विद्रोह का मुख्य केन्द्र तमिल नाडु में था।
  • पाड्यगारों का विद्रोह 1801 से 1805 ई० तक चला।
  • पाड्यगार विद्रोह का नेतृत्व कट्टबोम नायकन नामक पाण्डयूगार ने किया था।
  • कट्टबोम नायकन को अंग्रेजों का विरोध करने के कारण फांसी दे दी गयी थी।
  • दक्षिण के पाण्डयगारों (किलों के अधिपति) ने कंपनी की अधीनता स्वीकार करने से इनकार कर दिया और मालगुजारी देना बन्द कर दिया।
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