भारत की प्रमुख खाद्यान्न फसलें : भारत की प्रमुख खाद्यान्न फसलों में धान, गेहूं, मक्का एवं मोटे अनाज आते हैं। भारत में ये सभी फसलें वर्ष में अलग-अलग समय खरीफ तथा रबी फसल ऋतु काल में में उगायी जाती है। इन फसलों का विवरण क्रमशः निम्नवत है- ( Major food crops of India UPSC PCS Notes in Hindi )
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भारत की प्रमुख खाद्यान्न फसलें
1. चावल (धान)
- धान ग्रेमिनी कुल का पौधा है।
- धान का वानस्पतिक नाम “ओराइजा सैटाइवा” है।
- धान एक उष्णकटिबंधीय जलवायु का पौधा है। इसकी उत्पत्ति भारत एवं दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में मानी जाती है। ये सभी देश गर्म जलवायु वाले प्रदेश है।
- धान का दुनियाँ में सबसे अधिक बुआई क्षेत्र भारत में है। परन्तु प्रति हेक्टेयर उत्पादन में चीन विश्व में प्रथम स्थान पर है तथा भारत दूसरे।
देश के सर्वाधिक चावल उत्पादक तीन राज्य क्रमशः निम्नवत है-
i. पश्चिम बंगाल
ii. उत्तर प्रदेश
iii. आन्ध्र प्रदेश - प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पंजाब प्रथम स्थान पर है।
- भारत में तीन प्रकार की धान की फसलें उगायी जाती है, प्रमुख रूप से पश्चिम बंगाल तथा तमिलनाडु में-
i. ओस- शरद ऋतु में
ii. अमन- शीत ऋतु में
iii. बोरो- ग्रीष्म ऋतु में - चावल को अत्यधिक धोने अथाव पौलिस करने से चावल की ऊपरी परत में मौजूद विटामिन B1(थायमिन) समाप्त हो जाता है। विटामिन B1 की कमी से बेरी-बेरी नाम रोग होता है।
- गोल्डन धान में विटामिन-ए (रेटिनॉल) अधिक पाया जाता है।
- धान एक C3 कुल का पौधा है, अतः-
i. प्रकाश संश्लेषण की क्षमता कम होती है।
ii. CO2 का उत्सर्जन प्रकाश में अधिक मात्रा में होता है।
2. गेहूं
- चावल की ही तरह गेहूं भी ग्रेमिनी कुल का ही पौधा है।
- गेहूं का वानस्पतिक नाम “ट्रिटिकम सैटाइवा” है।
- गेहूं में भी भारत का चीन के बाद विश्व में दूसरा स्थान है।
- गेहूं भारत में धान के बाद दूसरी सबसे महत्वपूर्ण खाद्यान्न फसल है।
- हरित क्रांति के प्रथम चरण में गेहूं पर विशेष ध्यान दिया गया था।
- हरित क्रांति- उत्कृष्ट बीज, रासायनिक खाद एवं सिंचाई पर आधारित थी।
- हरित क्रांति के समय भारत में जिन बीजों का प्रयोग किया गया था उन्हें मैक्सिको से भारत लाया गया था। इस प्रजाति का विकास नॉर्मन बोरलॉग ने किया था।
- देश के सर्वाधिक गेहूं उत्पादक तीन राज्य क्रमशः निम्नवत है-
i. उत्तर प्रदेश
ii. पंजाब
iii. हरियाणा - प्रति हेक्टेयर उत्पादन में पंजाब प्रथम स्थान पर है।
- गेहूं में “ग्लूटेन” नामक प्रोटीन पाया जाता है।
- यह एक C3 पौधा है ।
3. मक्का
- मक्के में खाद्यान्नों में सर्वाधिक कार्बोहाइड्रेट (80%) इसी में पाया जाता है।
- मक्के में कार्बोहाइड्रेट “स्टार्च” के रूप में पाया जाता है। स्टार्च/कार्बोहाइड्रेट अधिक होने के कारण इसका प्रयोग बायोडीजल बनाने में भी किया जाता है।
- मक्का में “जेन” नामक प्रोटीन पाया जाता है।
- यह एक C4 पौंधा है, अतः-
- प्रकाश संश्लेषण की क्षमता अधिक होती है।
- CO2 का उत्सर्जन प्रकाश में नहीं होता है।
- मक्का का सर्वाधिक उत्पादक राज्य कर्नाटक है।
4. मोटा अनाज
- मोटे अनाज के अन्तर्गत जौ, ज्वार, बाजरा एवं मक्का आते है।
- मोटे अनाज के अन्तर्गत आने वाली फसलों के अंदर सूखा सहने की क्षमता अधिक होती है।
- बाजरा सर्वाधिक सूखा सहने की क्षमता रखता है। इसी कारण से इसे राजस्थान में सर्वाधिक उत्पादित किया जाता है।
- मोटे अनाज के सर्वाधिक उत्पादक राज्य अग्रलिखित हैं-
i. जौ, बाजरा- राजस्थान
ii. ज्वार- महाराष्ट्र
iii. मक्का- कर्नाटका
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