- भारत विश्व में विद्युत के कुल उत्पादन एवं उपभोग में 5वें स्थान पर आता है। इस सूची में यू०एस०ए० प्रथम है।
- वर्ष 2020 के आकड़ों के अनुसार भारत की कुल संस्थापित क्षमता 3,71,054 MW है।
क्र.सं. | नाम | क्षमता प्रतिशत | संस्थापित क्षमता |
1 | तापीय विद्युत | 67% | 2,30,906 MW |
2 | जल विद्युत | 12.30% | 45,699 MW |
3 | परमाणु विद्युत | 1.80% | 6,780 MW |
4 | नवीकरणीय विद्युत | 23.60% | 87,699 MW |
- विद्युत की कुल संस्थापित क्षमता एक राज्य की विद्युत उत्पादन की कुल क्षमता को दर्शाता है। ये क्षमता का कुल उत्पादन से अलग होती है।
- देश में सर्वाधिक ऊर्जा की खपत क्रमशः उद्योग (35%) तथा कृषि(27%) और घरेलू क्षेत्र में होती है।
- सर्वाधिक विद्युत संस्थापित क्षमता वाला राज्य- महाराष्ट्र
सर्वाधिक विद्युत उत्पादन वाला राज्य- महाराष्ट्र - सर्वाधिक ताप विद्युत संस्थापित क्षमता वाला राज्य- महाराष्ट्र
सर्वाधिक ताप विद्युत उत्पादन वाला राज्य- महाराष्ट्र - सर्वाधिक जल विद्युत संस्थापित क्षमता वाला राज्य- आंध्र प्रदेश
सर्वाधिक जल विद्युत उत्पादन वाला राज्य- हिमाचल प्रदेश - सर्वाधिक सौर विद्युत सम्भावना वाला राज्य- राजस्थान
सर्वाधिक सौर विद्युत उत्पादन वाला राज्य- गुजरात - सर्वाधिक पवन ऊर्जा उत्पादक राज्य- तमिलनाडु
- सर्वाधिक नाभिकीय विद्युत की संस्थापित क्षमता वाला राज्य- तमिलनाडु
- वर्तमान में देश में 5 ऊर्जा ग्रिड है –
-
- उत्तर भारत ग्रिड
- पश्चिम भारत ग्रिड
- दक्षिण भारत ग्रिड
- पूर्वी भारत ग्रिड
- पूर्वोत्तर भारत ग्रिड
- शत प्रतिशत ग्रामीण विद्युतीकरण वाला पहरा राज्य- हरियाणा
- संख्या के आधार पर सर्वाधिक ग्राम विद्युतीकरण वाला राज्य- उत्तर प्रदेश
- सर्वाधिक विद्युत की मांग और खपत वाला राज्य- महाराष्ट्र
- भारत में सर्वप्रथम विद्युत आपूर्ति 1897 में दार्जिलिंग में की गयी थी।
क्लिक करें Geography Notes पढ़ने के लिए मात्र ₹399 में हमारे द्वारा निर्मित महत्वपुर्ण Geography Notes PDF खरीदें |