वेल्लोर का सिपाही विद्रोह

वेल्लोर का सिपाही विद्रोह

वेल्लोर का सिपाही विद्रोह (मैसूर) : वेल्लोर का सिपाही विद्रोह, वेल्लोर विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है। वेल्लोर विद्रोह अंग्रेजों के विरुद्ध अंग्रेजी सेना में शामिल भारतीय सैनिकों द्वारा किया गया पहला हिंसक विद्रोह था।

  • वेल्लोर विद्रोह 1806 ई० में हुआ था।
  • ईस्ट इण्डिया कंपनी के भारतीय सिपाहियों ने वेल्लोर में विद्रोह कर दिया। जिसमें अंग्रेज अधिकारी, भारतीय सिपाहियों की हिंसा का शिकार हुए।
  • इस विद्रोह में टीपू सुलतान के वंशजों ने सिपाहियों का साथ दिया था, जोकि उस समय वेल्लोर के किले में कंपनी द्वारा नजरबन्द थे।
  • विद्रोहियों ने दुर्ग पर मैसूर राज्य के राजचिन्ह युक्त झण्डे को भी फहराया था।
  • वेल्लोर विद्रोह का मुख्य कारण भारतीय सैनिकों की धार्मिक भावनाएं आहात करना था।
  • अंग्रेज सरकार द्वारा नवंबर 1805 में पेश किए गए सिपाही ड्रेस कोड में बदलाव किया गया था जिसके तहत हिन्दू सिपाहियों को तिलक न लगाने और धार्मिक वस्त्र न पहनने और मुस्लिम सिपाहियों को अपनी दाढ़ी-मूंछ को ट्रिम करने को अनिवार्य नियम बना दिया गया था।
  • अंग्रेज सरकार ने 1806 के अंत तक इस विद्रोह का पूरी तरह दमन कर दिया था।
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