खेल
1. विश्वनाथन आनंद ने रैपिड इवेंट जीता
विस्तार :- विश्वनाथन आनंद ने मास्को में 11वे ताल मेमोरियल शतरंज में रैपिड इवेंट जीता। आनंद ने संभव नौ में से छह अंक प्राप्त किए, जिसमें चार जीत और चार ड्रॉ शामिल थे। आनंद ने अपने अंतिम स्कोर तक पहुंचने के लिए रूस के इयान नेपोमनिआचट्ची एलेग्जेंडर ग्रोशुक और डनिल डोबोव और संयुक्त राज्य अमेरिका के हिकारू नाकामुरा को हराया।
2. मनु भाकर ने ISSF में स्वर्ण पदक जीता
विस्तार :- भारत की मनु भाकर ने मेक्सिको के ग्वाडलाजारा में ISSF वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल महिला स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने चालू इवेंट में शीर्ष सम्मान प्राप्त करने के लिए 237.5 अंक हासिल कर घरेलू-पसंदीदा अलेजैंड्रा जवाला वैस्केज़ को हराया। इस आयोजन में भारत ने अब तक 4 पदक जीते हैं- दो स्वर्ण और दो कांस्य।
3. शाहजर रिजवी ने विश्व रिकॉर्ड बनाया
विस्तार :- भारत के शाहजर रिजवी ने अपने पहले ISSF वर्ल्ड कप में विश्व रिकॉर्ड अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। रिजवी ने 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता के फाइनल में विश्व रिकॉर्ड 242.3 अंक बनाकर ओलंपिक चैंपियन क्रिश्चियन रिट्ज को हराकर शीर्ष पुरस्कार जीता। अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) विश्व कप 2018 मैक्सिको के ग्वाडलाजारा में आयोजित किया जा रहा है।
4. अखिल ने शूटिंग विश्व कप में भारत को दिलाया चौथा स्वर्ण
विस्तार :- मेक्सिको में जारी शूटिंग विश्व कप में निशानेबाज़ अखिल शेओरां ने भारत को इस टूर्नामेंट में चौथा स्वर्ण पदक दिलाया। पहली बार विश्व कप खेल रहे 22 वर्षीय अखिल ने 50 मीटर राइफल 3 पोज़िशन स्पर्धा के फाइनल में 455.6 अंक हासिल कर स्वर्ण जीता। इस टूर्नामेंट में भारत कुल 9 पदक के साथ पदकतालिका में शीर्ष पर कायम है।
5. अंजुम मुदगिल ने शूटिंग में रजत जीता
विस्तार :- अंजुम मुदगिल ने ग्वाडलाजारा, मेक्सिको में महिला 50 मीटर राइफल 3 पोज़िशन्स (3P) प्रतियोगिता में अपना पहला इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (ISSF) विश्व कप रजत पदक जीता। यह प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण पदक और चार कांस्य पदक के बाद भारत का आठवा पदक था। भारत अब भी आठ पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर है जबकि चीन दूसरे स्थान पर है।
दिवस
1. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस – 8 मार्च
विस्तार :- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, नारीत्व, उनकी सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक उपलब्धियों और समाज के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान का जश्न मनाने के लिए समर्पित है। यह दिन लैंगिक समानता के महत्व पर भी जोर देता है।संयुक्त राष्ट्र ने इसे 1977 में अपनाया, यह इससे पहले ज्यादातर समाजवादी और कम्युनिस्ट देशों में मनाया जाता था। इस वर्ष की विषयवस्तु Press for Progress है।