Current-Affairs

करेंट अफेयर्स (23 सितम्बर – 30 सितम्बर 2017)

21. उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ और ‘शौचालय के लिए समर’ का उद्घाटन किया।
विस्तार : –  उपराष्‍ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने 26 सितम्बर 2017 को कर्नाटक में गडग जिले के कोन्नुर गांव में ‘स्वच्छता ही सेवा’ और ‘शौचालय के लिए समर’ का उद्घाटन किया। उपराष्ट्रपति ने कहा है कि विकसित भारत की दिशा में पहला कदम एक स्वच्छ और स्वास्थ्यकर यानी एक स्वस्थ भारत का सृजन करना है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को इस जन आंदोलन का बड़े उत्साह के साथ हिस्सा बनना चाहिए ताकि 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक ‘क्लीन इंडिया’ के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता का सपना स्वच्छ भारत अभियान के जरिए हासिल किया जा सकता है बशर्तें बड़ी हस्तियों से लेकर आम आदमी तक बिना किसी स्वार्थ के इसमें हिस्सा लें और कार्यक्रम का स्वामित्व संभाले। बेहतरीन सफाई से सालाना हर परिवार 50 हजार रुपये बचा सकता है जैसे की यूनिसेफ का आकलन है। डायरिया से भारत में हर साल एक लाख से अधिक बच्चों की मौत होती है। साफ-सफाई की कमी से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास भी बाधित होता है। इसके अलावा महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को भी खतरा उत्पन्न होता है जब वे खुले में शौच के लिए जाती हैं।

22. केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने डॉक्‍टरों की सेवानिवृत्ति आयु को 65 वर्ष करने को मंजूरी प्रदान की।
विस्तार : – केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय रेल चिकित्‍सा सेवा के डॉक्‍टरों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाकर 65 वर्ष करने को अपनी कार्येतर अनुमति प्रदान कर दी है। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आयोजित बैठक में किया गया। केंद्र सरकार के इस निर्णय से विभिन्‍न मंत्रालयों/विभागों के लगभग 1445 डॉक्‍टर लाभान्वित होंगे। मंत्रिमंडल ने संबंधित मंत्रालयों/विभागों/संगठनों को प्रशासनिक पद का कार्यभार संभालने वाले चिकित्‍सकों की आयु के संबंध में कार्यात्‍मक अपेक्षाओं के अनुसार समुचित निर्णय लेने की शक्तियां भी प्रदान कर दी हैं। मंत्रिमंडल ने उच्‍चतर शिक्षा विभाग के तहत केंद्रीय विश्‍वविद्यालयों में और आईआईटी (स्‍वायत्‍त निकायों) में कार्यरत डॉक्‍टरों, जहाजरानी मंत्रालय के तहत प्रमुख पत्‍तन न्‍यासों (स्‍वायत्‍त निकायों) के डॉक्‍टरों की सेवानिवृत्ति की आयु को भी बढ़ाकर 65 वर्ष करने हेतु कार्योत्‍तर अनुमोदन दे दिया है।

23. देश में 60 प्रतिशत तक एटीएम घटाये जायेंगे।
विस्तार : – कैशलेस बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाये जा रहे हैं, इसके तहत देशभर में एटीएम की संख्या कम करने पर भी विचार किया जा रहा है। एजेंसी रिपोर्ट्स के अनुसार देश के साठ प्रतिशत तक एटीएम कम हो जायेंगे। रिज़र्व बैंक द्वारा देश के साठ प्रतिशत एटीएम बंद किये जा सकते हैं। अधिकतर एटीएम बैंक शाखा के पास होंगे या फिर प्रमुख बाजारों में ही स्थापित होंगे। भारतीय रिजर्व बैंक की कवायद कैशलेस बैंकिंग बढ़ाने की है। न्यूनतम वेतन बढ़ाए जाने के बाद बैंकों ने 100 से कम हिट वाले एटीएम बंद करने का निर्णय ले लिया था। हालांकि इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है, लेकिन इसी सप्ताह बैंक मुख्यालयों ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को इसी वित्तीय वर्ष में 25 प्रतिशत तथा अगले वित्तीय वर्ष तक लगभग 60 प्रतिशत एटीएम कम करने का निर्देश दिया है।

24. भारत और नार्वे ने स्वास्थ्य सहयोग बढ़ाने हेतु आशय पत्र पर हस्ताक्षर किया।
विस्तार : – भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 28 सितम्बर 2017 को नार्वे सरकार के विदेश मामले मंत्रालय के साथ नार्वे-भारत साझीदारी पहल (एनआईटीआई) के जरिये स्वास्थ्य क्षेत्र के भीतर सहयोग बढ़ाने हेतु एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किया। यह सहयोग वर्ष 2018 से आरम्भ होकर तीन वर्षों की अवधि के लिए होगा। इस पत्र के जरिये भारत और नार्वे के बीच सहयोग भारत सरकार के विकास लक्ष्यों के अनुकूल बना रहेगा, जैसा कि सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिए इसकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 में वर्णित है. यह सहयोग समान हितों के वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करेगा।

25. केंद्रीय गृहमंत्री ने एनडीएमए के 13वें स्थापना दिवस का उद्घाटन किया।
विस्तार : –  केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 28 सितम्बर 2017 को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के 13वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया। इस वर्ष के स्थापना दिवस समारोह का थीम है- ‘स्कूल संरक्षा’। गृहमंत्री ने कहा कि अपने 13 वर्षों के कार्यकाल में एनडीएमए ने लंबी यात्रा की है। इसने पूरे विश्व में भारत की विश्वसनीयता स्थापित की है। इसके पहले आपदा प्रबंधन को लेकर कोई संस्थागत संरचना नहीं थी, लेकिन एनडीएमए के गठन के पश्चात सिर्फ आपदा प्रबंधन के लिए ही नहीं बल्कि आपदा जोखिम को कम करने के लिए भी एक तंत्र विकसित किया गया है। एनडीएमए ने आपदा प्रबंधन की क्षमताओं का बढ़ाने के लिए बेहतर कार्य किया।

प्रातिक्रिया दे

Your email address will not be published.