काली अर्थव्यवस्था या समानांतर अर्थव्यवस्था

काली अर्थव्यवस्था या समानांतर अर्थव्यवस्था

काली अर्थव्यवस्था (Black economy) :- काली अर्थव्यवस्था (Black economy) या समानांतर अर्थव्यवस्था (Parallel economy)  देश में चलने वाली उन आर्थिक गतिविधियाँ हैं जो कि देश के वाणिज्य से संबंधित देश के नियमों और विनियमों के बाहर आने वाले स्रोतों से प्राप्त होती है।

काली अर्थव्यवस्था (Black economy) या समानांतर अर्थव्यवस्था (Parallel economy)

काली अर्थव्यवस्था से मतलब ऐसी मुद्रा या धन जिसे किसी ऐसे स्त्रोत से अर्जित किया जा रहा है जोकि कर योग्य नहीं है, और उस पर किसी भी प्रकार का कर नहीं चुकाया गया हो काला धन कहलाती है। ऐसा धन खातों में दर्शाया नहीं जाता है इन्हें केवल नगदी के रूप में प्रचलित किया जाता है, ऐसी ही काले धन से बनी अर्थव्यवस्था को समानांतर अर्थव्यवस्था या काली अर्थव्यवस्था कहते हैं।

काले धन को अर्जित करने के 2 प्रमुख स्रोत होते हैं –

  1. गैर कानूनी या अवैध स्रोत – गलत तरीकों से या गैर-कानूनी कार्यों से कमाया गया धन। उदाहरण के लिए किसी भी वस्तु की स्मगलिंग, जुआ, ड्रग्स एवं अन्य अवैध धंधे।
  2. वैध और सही स्रोतों से – इसमें मुद्रा अर्जन के स्त्रोत तो सही होते हैं परन्तु अर्जित धन पर कर की चोरी की जाती है, जिससे वह धन काले धन की श्रेणी में आ जाता है।

धन शोधन (Money Laundering)

धन शोधन (Money Laundering) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति गैर-कानूनी या अवैध तरीकों से अर्जित काले धन को सही तरीके की कमाई बताकर वास्तविक धन(श्वेत मुद्रा) में बदल देता है।

इसमें यह दिखाने की कोशिश की जाती है कि आय का स्त्रोत वैध है जबकि वास्तव में वह अवैध तरीकों से अर्जित मुद्रा होती है। धनशोधन करने वाले लोग मुख्यतः नशे से जुड़े व्यवसाय, मानवीय अंगों के व्यापार, सोने-हीरे के तस्करी करने वाले, हथियारों की तस्करी करने वाले इत्यादि से सम्बन्धित होते हैं।

धन शोधन में अंतर्गत अवैज्ञानिक स्त्रोत से प्राप्त आय को वैज्ञानिक स्रोतों से प्राप्त आय के रूप में दिखाने के लिए निम्न तीन प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है-

1. स्थापन/ नियोजन (Placement)

इसमें धन संशोधन करने वाले लोग अवैज्ञानिक स्रोतों से प्राप्त मुद्रा (Black Money) को वित्तीय संस्थाओं में सीधे प्रवेश कराते हैं। यह सामान्यतः बैंकों में नगदी जमा के रूप में होता है।

2. स्तरीकरण (Layering)

धन शोधन से जुड़ी यह जटिल प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत अवैध मुद्रा (काला धन) को एक बैंक से कई अन्य बैंकों में स्थानांतरण या एक राज्य से दूसरे राज्य में स्थानांतरण किया जाता है। स्तरीकरण की प्रक्रिया में बार- बार धन को जमा करवाया जाता है जिससे की इसका स्त्रोत पता लगा पाना कठिन हो जाए।

3. समाकलन/ एकीकरण (Integration)

इसमें काले धन को एक साफ-सुथरा रूप देते हुए मुख्य अर्थव्यवस्था में किसी लेन-देन के माध्यम से उतारा जाता है। इसमें अपराधी पकड़ में आये बिना मुद्रा का खुलकर उपयोग करते है। उदाहरण के लिए जमीन एवं रियल एस्टेट में निवेश करके।

काले धन का अनुमान

  • देश में सबसे पहले वर्ष 1992 में सूरजभान गुप्ता ने अनुमान लगाया कि लगभग 51000/- करोड़ रू0 की काले धन की अर्थव्यवस्था/ समान्तर अर्थव्यवस्था (Black Money Economy) मौजूद है।
  • वर्ष 1995 में एक संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश में लगभग 3 लाख करोड़ की समानांतर अर्थव्यवस्था है उपस्थित है।।
  • वास्तविकता यह है कि समानांतर अर्थव्यवस्था को मापने का कोई पैमाना/तरीका नहीं है। ये केवल अनुमान ही लगाया जाता है कि यह वास्तविक अर्थव्यवस्था से कहीं अधिक है।

काले धन पर नियंत्रण के तरीके

  1. कर व्यवस्था को दुरुस्त करके- यदि कर व्यवस्था को सही से क्रियान्वित किया जाए जिससे की कर की चोरी कर पाना संभव ही न हो। उदाहरण – जीएसटी।
  2. धनशोधन पर रोक।
  3. विमुद्रीकरण (Demonetization)- समय-समय पर पुराने नोटों को अर्थव्यवस्था में प्रचलन से बाहर करना। उदाहरण के लिए वर्ष 2016 में रू0 500/- एवं रू0 1000/- के नोटों को बंद किया गया था।
  4. अर्थव्यवस्था को कैशलेस बनाने से- ऐसा करने से अर्थव्यवस्था में की गयी हर लेनदेन का ब्यौरा रहेगा जिससे आय के स्रोत एवं कल भुगतान का पता लगाया जा सकता है।
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