76. आगे नाथ न पीछे पगहा का अर्थ है– अपना कोई न होना, घर का अकेला होना
77. जुबान पर लगाम न होना का अर्थ है– अनावश्यक रूप से स्पष्टवादी होना
78. ‘कान काटना’ मुहावरे का अर्थ है– चतुर होना
79. अंधे की लकड़ी की अर्थ है– एकमात्र सहारा
80. टाँग अड़ाना का अर्थ है– अवरोध पैदा करना
81. ‘हाथ का मैल’ का अर्थ है– तुच्छ वस्तु
82. ‘माथा ठनकना’ का अर्थ है– शक हो जाना
83. हाथ धोना का अर्थ है– खो देना
84. ‘अँगुली पर नाचना’ का अर्थ है– किसी की इच्छानुसार चलना
85. मुँह का निवाला का अर्थ है– बहुत आसान काम
86. गूलर का फूल होना का अर्थ है– कभी-कभी दिखाई देना
87. तीर मारना का अर्थ है– बड़ा काम करना
88. टिप्पस लगाना का अर्थ है– सिफारिश करना
89. अधजल गगरी छलकत जाय का अर्थ है– थोड़ी विद्या, धन या बल के होने पर इतराना
90. हँसुए के ब्याह में खुरपे का गीत का अर्थ है– बेमौका काम
91. जौहर खुलना का अर्थ है– भेद का पता लगना
92. अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना का अर्थ है– स्वयं को हानि पहुँचाना
93. ‘पत्थर की लकीर’ होने का अर्थ है– अमिट होना
94. आग में घी डालने का अर्थ है– उत्तेजित करना
95. आँखों का तारा होना का अर्थ है– बहुत प्रिय
96. ‘तलवार की धार पर चलना’ का अर्थ है– कठिन कार्य करना
97.‘चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना’ मुहावरे का अर्थ है– घबरा जाना
98. एक अनार सौ बीमार का अर्थ है– एक वस्तु को सभी चाहनेवाले
99. ईश्वर की माया, कहीं धूप कहीं छाया का अर्थ है– कहीं सुख, कहीं दु:ख
100. मान न मान मैं तेरा मेहमान का अर्थ है– जबरदस्ती किसी के गले पड़ना
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