वेब सर्वर (Web Server) क्या है, वेब सर्वर के प्रकार

वेब सर्वर (Web Server) क्या है, वेब सर्वर के प्रकार

वेब सर्वर (Web Server) क्या है : वेब सर्वर (Web Server) एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो वेब पेजेज को यूजर्स तक पहुँचाता है और विज़िटर्स को वेब पेज सर्व करता है। वेब सर्वर किसी भी वेबसाइट का प्रोग्राम होता है जो की उस वेबसाइट के वेब पेज सर्च करने का कार्य करता है। सामान्य शब्दों में वह सॉफ्टवेयर जो वेब पेजों को उसके उपयोगकर्ताओं के पास पहुँचाता है वेब सर्वर कहलाता है। वेब सर्वर में HTTP Protocol की सहायता से किसी भी वेबसाइट डाटा को सर्च करने में मदद करता है।

उदाहरण के लिए – किसी रेस्टोरेंट के वेटर जिस प्रकार हमारे द्वारा आर्डर किया गया भोजन हमें सर्व करता है ठीक उसी वेटर की तरह वेब सर्वर हमें हमारे द्वारा किसी वेबसाइट में पूछे गयी जानकारी को हम तक पहुँचाता है। वेब पेज डिलीवर को वेब सर्वर कहते है प्रत्येक वेब सर्वर का एक आईपी एड्रेस और डॉमेन नेम होता है।

वेब सर्वर के प्रकार (Types of Web Server in hindi) –

  1. Apache Web Server
  2. Internet Information Server
  3. Nginx Service server
  4. Light Speed Web Server

1. Apache Web Server –

अपाचे वेब सर्वर का पहला संस्करण वर्ष 1995 में जारी किया गया था जिसे वर्ष 1999 में अपाचे समूह अपाचे सॉफ्टवेयर फाउंडेशन बना दिया गया। यह सबसे लोकप्रिय सर्वर है जो एक या एक से अधिक वेबसाइटों को होस्ट करने के लिए कंप्यूटर को सक्षम करता है यह सर्वर दुनियाभर की लगभग 46% वेबसाइटों पर अपना अधिकार रखता है। ओपन सोर्स और फ्री वेब सर्वर होने के कारण वर्तमान में अपाचे काफी प्रचलित वेबसाइट बन गया है। अपाचे एक नए प्लेटफार्म का समर्थन करता है जिसमे लिनक्स, विंडोज और मैकिन्टोश ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल है। अपाचे को तकनीकी रूप में अपाचे ‘एचटीटीपी सर्वर’ भी कहा जाता है। सॉफ्टवेयर एचटीटीपी प्रोटोकॉल पर वेबपृष्ठों का काम करता है। जब अपाचे प्रक्रिया चल रही होती है तो इसकी प्रक्रिया का नाम httpd है जो HTTP डोमॉन के लिए छोटा है।

2. Internet Information Server –

इंटरनेट इनफार्मेशन सर्वर को IIS के नाम भी जाना जाता है जो एक माइक्रोसॉफ्ट का प्रोडक्ट है जिसमे अपाचे की तरह ही सभी प्रकार की फैसिलिटीज़ होती है। IIS सभी विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम प्लेटफॉर्म्स के साथ कार्य करता है। इंडिविजुअल मॉडल्स को इस सर्वर पर ऐड करना आसान नहीं होता है क्योंकि यह एक ओपन सोर्स नहीं है।

3. Nginx Web Server –

यह सर्वर अपने हाई परफॉरमेंस, स्टेबिलिटी, सिंपल कॉन्फ़िगरेशन और लेस्स रिसोर्स उपयोग के लिए प्रचलित है। Nginx Web Server फ्री ओपन सोर्स वेब सर्वर है जिसमे IMAP/POP3 Proxy Server शामिल होते है। यह वेब सर्वर रिक्वेस्ट को संभालने के लिए थ्रेड का उपयोग नहीं करता है। यह एक स्केलेबल इवेंट ड्रिवेन आर्किटेक्चर है जो लोड के तहत मेमोरी की छोटी और अनुमानित मात्रा का उपयोग करता है वर्तमान में यह सर्वर बहुत लोकप्रिय हो रहा है और अधिक मात्रा में वेब होस्टिंग कंपनीज इसका उपयोग कर रही है।

5. Light Speed Web Server –

यह इंटरनेट पर चौथा सबसे प्रचलित वेब सर्वर है जो एक commercial web server है। लाइट स्पीड वेब सर्वर एक हाई परफॉरमेंस अपाचे ड्राप इन रिप्लेसमेंट है।

वेब सर्वर की विशेषताएं (Features of Web Server in hindi) –

  • एचटीटीपी प्रोटोकॉल (HTTP Protocol) – HTTP का पूरा नाम ‘Hyper Text Transfer Protocol’ है जिसका उपयोग हम इंटरनेट के माध्यम से हाइपरमीडिया या हाइपर टेक्स्ट फाइल को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए करते हैं। एचटीटीपी के माध्यम से क्लाइंट ब्राउज़र एप्लीकेशन के द्वारा सर्वर से डाटा को ट्रांसफर कर पाते है और इसकी मदद से ही किसी क्लाइंट और सर्वर के मध्य कनेक्शन बनाना संभव होता है। एचटीटीपी प्रोटोकॉल के उपयोग से ही वर्ल्ड वाइड वेब (www) के जरीए डाटा भेजना संभव हो पता है। एचटीटीपी प्रोटोकॉल दुनियाभर में प्रयोग होने वाला सबसे प्रचलित प्रोटोकॉल है जिसके माध्यम से हम इंटरनेट जैसी टेक्नोलॉजी का उपयोग कर पाते है।
  • लॉगिन (Login) – वेब सर्वर में यह क्षमता होती है की वह क्लाइंट रिक्वेस्ट तथा फाइल्स के लिए सर्वर रेस्पॉन्स के बारे में विस्तृत जानकारी को लॉगिन करने में सहायक होता है। वेब सर्वर वेब मास्टर को फाइल्स पर लॉग एनालाइजर चलाकर डाटा कलेक्ट की परमिशन भी देता है।
  • Authentication – वेब सर्वर सभी रिसोर्सेस को एक्सेस करने से पहले यूजर नेम और पासवर्ड के माध्यम से Authentication के लिए अतिरिक्त Authorization request भी भेजता है।
  • Handling – वेब सर्वर एक या एक से अधिक रेकलेटिड इंटरफ़ेस के सपोर्ट द्वारा स्टैटिक कंटेंट तथा डायनामिक कंटेंट्स की हैंडलिंग करता है। जैसे – SSI, CGI, SCGI, FastCGL, JSP, ColdFusion, PHP आदि।
  • Security – वेब सर्वर HTTPS सामान्य पोर्ट 80 के स्थान पर स्टैंडर्ड पोर्ट 443 पर सुरक्षित कनेक्शन की परमिशन का समर्थन करता है।
  • Virtual Hosting – वेब सर्वर पर वर्चुअल होस्टिंग के माध्यम से एक आईपी एड्रेस के निर्माण द्वारा कई साइट्स को सर्व करना संभव हो पाता है।
  • Bandwidth throttling – वेब सर्वर रेस्पोंस की स्पीड को सीमित करता है ताकि नेटवर्क संतृप्त न हो और अधिक क्लाइंट को सर्व करने में सक्षम रहे।

वेब सर्वर की उपयोगिताएं –

वेब सर्वर की उपयोगिताएं निम्नलिखित है –

  • वेब सर्वर का मुख्य काम वेबसाइट होस्टिंग को कण्ट्रोल और मैनेज करना होता है।
  • वेब सर्वर FTP बनाता है जिसे वेबसाइट की फाइल अपलोड या डाउनलोड कर सकते हैं।
  • वेब सर्वर डिफ़ॉल्ट डॉक्यूमेंट या अनडिफ़ॉल्ट के निर्धारण का कार्य भी करता है।
  • वेब सर्वर वेबसाइट के सामने आ रही समस्याओं जैसे – server not found और http error आदि समस्याओं को सुलझाने में सहायक होता है।

जानें सर्वर क्या है, सर्वर की विशेषताएं एवं सर्वर के प्रकार

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