औद्योगिक क्रांति क्या है, औद्योगिक क्रांति कब हुई थी, औद्योगिक क्रांति किसे कहते हैं, औद्योगिक क्रांति के कारण और परिणाम, औद्योगिक क्रांति के सामाजिक एवं आर्थिक परिणाम बताइए, औद्योगिक क्रांति के प्रमुख आविष्कार, औद्योगिक क्रांति की विशेषताएं लिखिए, औद्योगिक क्रांति के लाभ, औद्योगिक क्रांति की अवधारणा क्या है ? आदि प्रश्नों के उत्तर यहाँ दिए गए हैं।
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औद्योगिक क्रांति (Industrial Revolution) क्या है
औद्योगिक क्रांति वह समय है जब हाथों द्वारा बनाई गई वस्तुओं के स्थान पर आधुनिक मशीनों का प्रयोग कर वस्तुओं का निर्माण किया जाने लगा। आधुनिक मशीनों द्वारा निर्माण कार्य करने की प्रक्रिया को औद्योगिक क्रांति के नाम से जाना जाता है। इस प्रक्रिया में छोटे-छोटे स्तर पर होने वाले निर्माण कार्यों को बड़े स्तर पर आधुनिक मशीनों द्वारा किया जाने लगा। औद्योगिक क्रांति के कारण पश्चिमी देशों की तकनीकी एवं सामाजिक स्थिति में बड़ा बदलाव आया। समय के साथ-साथ औद्योगिक क्रांति का प्रभाव पूरे विश्व में पड़ने लगा। औद्योगिक क्रांति के अंतर्गत मशीनीकरण का एक नए युग का आरंभ हुआ जिसके फलस्वरूप औद्योगिक क्रांति को एक नई गति प्राप्त हुई।
औद्योगिक क्रांति कब हुई थी
औद्योगिक क्रांति की शुरुआत सर्वप्रथम इंग्लैंड में सन 1760 से लेकर सन 1870 के मध्य काल में हुई थी। धीरे-धीरे यह क्रांति यूरोप के अन्य देशों में फैल गयी जैसे जर्मनी, फ्रांस, रुस, जापान आदि। गौरतलब है कि यह औद्योगिक क्रांति आज भी कई देशों में विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा जारी है।
औद्योगिक क्रांति के कारण
- औद्योगिक क्रांति का मुख्य कारण जनसंख्या में वृद्धि का होना है। तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण विश्व भर में वस्तुओं की मांग में वृद्धि होने लगी जिसके कारण विश्व भर में औद्योगिक क्रांति को प्रोत्साहन मिला। औद्योगिक क्रांति के कारण देश-विदेशों में नए-नए उद्योगों के कारखानों का विकास हुआ जिससे समय पर वस्तुओं की मांग की पूर्ति की जा सकी।
- औद्योगिक क्रांति में हाथों की बजाय मशीनों से नए उत्पाद बनाये जाने लगे जिस से कम समय में काफी अधिक मात्रा में उत्पाद तैयार होने लगे जिस कारण औद्योगिक क्रांति को सराहा जाने लगा।
- औद्योगिक क्रांति के कारण यातायात के साधनों को विकसित किया जा सका जिसकी मदद से एक देश आसानी से दूसरे देश में अपनी उत्पादित वस्तुओं को निर्यात और आयात कर सका। इससे यातायात की सुविधाएं सुगम हो गयी जो व्यापारिक दृष्टि से बेहद उपयोगी था।
- औद्योगिक क्रांति के द्वारा विकसित हुए मशीनों के कारण लोहा बनाने की प्रक्रिया में काफी सुविधा प्राप्त हुई जिसके फल स्वरुप कई देशों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। आधुनिक मशीनों की मदद से लोहे को बेहद कम समय में मजबूत बनाया जा सकता था।
- औद्योगिक क्रांति के कारण पूरे विश्व में वणिकवाद (Mercantilism) या वाणिज्यवाद को बढ़ावा मिला, जिसे व्यापारवाद भी कहा जाता है। वणिकवाद के अंतर्गत केवल मुनाफा पाने के लिए व्यापार किया जाता है। यह 16 वीं से 17 वीं शताब्दी के मध्य आरंभ हुआ जिसके फलस्वरूप औद्योगिक क्रांति में और तेजी आयी।
- इंग्लैंड के पास कोयले एवं लोहे की कई खदानें पाई गईं, जिसके कारण इंग्लैंड को औद्योगिक क्रांति का सबसे अधिक फायदा मिला। इसी कारण इंग्लैंड को लोहा बनाने में बेहद सुविधा होती थी जिसके कारण वहां जल्द ही कई कारखानों की शुरुआत हुई।
औद्योगिक क्रांति के परिणाम
औद्योगिक क्रांति के परिणाम स्वरूप मानव समाज पर सर्वाधिक प्रभाव पड़ा। मानव इतिहास में इस क्रांति के कारण उत्पादन पद्धति बेहद प्रभावित हुई। इसके कारण विश्व भर में उद्योग के क्षेत्र में कई परिवर्तन आए जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा मिला। औद्योगिक क्रांति के कारण व्यापार की नीतियों का उदय हुआ जिससे कई देशों की शक्तियों में बड़ा बदलाव आया। इसके कारण पूरे यूरोप व एशियाई देशों में कई राजनीतिक एवं आर्थिक परिवर्तन आए जिससे संपूर्ण मानव जाति की गतिविधियां प्रभावित हुई।
औद्योगिक क्रांति के सामाजिक परिणाम
- औद्योगिक क्रांति के कारण नए सामाजिक वर्गों का उदय हुआ जिसमें पूंजीवादी वर्ग, व्यापारी वर्ग एवं पूंजीपति वर्ग सम्मिलित थे। इसने समाज में असंतुलन की स्थिति को बढ़ावा दिया जिसके कारण विश्व भर के विभिन्न देशों में आर्थिक क्षेत्र बेहद प्रभावित हुआ।
- औद्योगिक क्रांति के अंतर्गत कृषि क्षेत्र तकनीकी रूप से विकसित हुआ जिसके कारण जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई। इसके द्वारा कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों को लाया जा सका जिसके फलस्वरूप खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ाया जा सका। यही नहीं औद्योगिक क्रांति के द्वारा औषधि विज्ञान में भी तरक्की हुई जिसके फलस्वरूप विश्व भर में मृत्यु दर में कमी आई।
- औद्योगिक क्रांति के कारण आधुनिक समाज में नैतिक मूल्यों की गिरावट देखी गई। इसमें मदिरा पान एवं जुऐ जैसे खेल का प्रचार बड़ा जिसके कारण श्रमिकों एवं नागरिकों में नशे के चलन की नई शुरुआत हुई।
- औद्योगिक क्रांति के युग में कई सांस्कृतिक परिवर्तन आए जिसके कारण पुराने रीति-रिवाजों, कला-साहित्य, वेशभूषा, धार्मिक मान्यताओं आदि के क्षेत्र में कई सकारात्मक परिवर्तन हुए। इतना ही नहीं इसके कारण शिक्षा पद्धति एवं रोजगार के क्षेत्र में भी विकास हुआ।
औद्योगिक क्रांति के राजनीतिक परिणाम
- औद्योगिक क्रांति के कारण श्रमिकों एवं कृषिकों की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती गई। आधुनिक युग में पूंजीपति अधिक मुनाफा पाने के लिए श्रमिक वर्ग के लोगों का शोषण करने लगे जिसके फल स्वरुप समाज में श्रमिकों की दशा खराब होती गई।
- औद्योगिक क्रांति से विश्व भर में नए व आधुनिक कारखानों का उदय हुआ जिसके कारण बड़े पैमाने पर छोटे उद्योग कारखानों का नाश हो गया। इसके कारण लाखों कारीगरों की आय पर बुरा प्रभाव पड़ा।
- औद्योगिक क्रांति के कारण मानव समाज में नई राजनीतिक विचारधारा का जन्म हुआ जिसकी नीतियों ने व्यक्तिगत अधिकार पर रोक लगाई। औद्योगिक क्रांति ने मानव समाज को बेहद प्रभावित किया जिसके फलस्वरूप समाज के कई क्षेत्रों में गहरे रुप से परिवर्तन हुआ।
औद्योगिक क्रांति के आर्थिक परिणाम
- औद्योगिक क्रांति के कारण विश्व के कई देशों में राष्ट्रीय आर्थिक असंतुलन की स्थिति को जन्म दिया। इससे विकसित एवं पिछड़े देशों के बीच आर्थिक असमानता बढ़ती गई जिसके कारण एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र का शोषण करने लगे। औद्योगिक क्रांति के द्वारा आर्थिक साम्राज्यवाद के युग का भी आरंभ हुआ।
- औद्योगिक क्रांति से शहरीकरण की प्रक्रिया तीव्र हो गई। लगातार बदलते आर्थिक स्थिति के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोग शहर की ओर पलायन करने लगे जिसके कारण शहर की अर्थव्यवस्था गांव की अर्थव्यवस्था की तुलना में अधिक विकसित होने लगी।
- औद्योगिक क्रांति की मदद से कारखानों में उद्योग का उत्पादन भारी मात्रा में बढ़ने लगा जिससे व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि हुई। इसके कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था बेहतर होने लगी। कई देशों ने औद्योगिक एवं व्यापारिक नियमों को लागू कर अपनी-अपनी अर्थव्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में कार्य किया।
औद्योगिक क्रांति के प्रमुख आविष्कार
औद्योगिक क्रांति के समय विश्व भर में कई आविष्कार हुए जिनके कारण जीवन शैली में कई सकारात्मक एवं नकारात्मक बदलाव आए। औद्योगिक क्रांति के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण आविष्कार हुए जैसे रेल इंजन, भाप शक्ति, सिलाई मशीन, पावर लूम, म्यूल, वाटर फ्रेम, फ्लाइंग शटल, स्पिनिंग जेनी आदि। यह सभी आविष्कार औद्योगिक क्रांति के प्रमुख आविष्कारों के रूप में जाने जाते हैं। इन सभी आविष्कारों के द्वारा जीवन स्तर, रहन-सहन एवं खानपान में परिवर्तन आए जिन्हें आधुनिक युग की दृष्टि से बेहतर माना जाता है।
औद्योगिक क्रांति की विशेषताएं लिखिए
औद्योगिक क्रांति के कारण विश्व भर के कई देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में विकास किए जिसने एक नए आधुनिक युग को जन्म दिया –
- औद्योगीकरण के द्वारा वस्त्र उद्योग के क्षेत्र में उन्नति हुई जिसके कारण विश्व में ऊनी एवं रेशमी वस्त्रों की मांग बढ़ने लगी। वस्त्र उद्योग कारखानों में स्वचालित यंत्रों के प्रयोग को इस्तेमाल में लाए जाने से सूत कातने व बुनने की प्रक्रिया को तेज किया जा सका जिससे विश्व में वस्त्रों की मांग को समय पर पूरा करने में मदद मिली।
- औद्योगिक युग में लोहा एवं कोयले के निर्माण में नई क्रांति आई। इस युग में मशीनों की सहायता से लोहे एवं कोयले के निर्माण कार्यों में आश्चर्यजनक रूप से सुधार किए गए जिससे विश्व भर में लोहे से बने उत्पादों की मांग को पूरा करना संभव हो पाया।
- औद्योगिक क्रांति के कारण विश्व भर में इंजीनियरों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई जिसके कारण यंत्रीकरण को बढ़ाने में सहायता मिली। इससे विश्व भर में इंजीनियरिंग वर्ग के लोगों का भी विकास हुआ जिससे कारखानों में नई-नई मशीनों को बनाने एवं स्थापित करने में बहुत मदद मिली।
- औद्योगिक क्रांति के द्वारा यातायात के साधनों का तेजी से विकास हुआ। दरअसल औद्योगिक क्रांति के युग में नए-नए साधनों को उपयोग में लाया जाने लगा जिसके फलस्वरूप यातायात में यंत्रीकरण का उपयोग अधिक होने लगा।
- औद्योगिक क्रांति के युग में रासायनिक उद्योगों का तेजी से विकास हुआ जिसके फल स्वरुप दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के रासायनिक उद्योगों का उदय संभव हो पाया। दरअसल, वस्त्र उत्पादन में रंगाई एवं छपाई हेतु कुछ रसायनों की आवश्यकता होती थी जिसके लिए रसायन उद्योगों में क्रांतिकारी परिवर्तन बेहद जरूरी थे।
औद्योगिक क्रांति के लाभ
- औद्योगिक क्रांति का सबसे बड़ा लाभ यह था कि इसके द्वारा उद्योगों के उत्पादन क्षमता में तेजी से वृद्धि हुई। विश्व भर में विभिन्न प्रकार से नवीन तकनीकों द्वारा उद्योगों के विकास में निरंतर वृद्धि होती रही जिसके फल स्वरूप वस्तुओं की मांग को पूरा किया जा सका।
- औद्योगिक क्रांति के कारण यातायात के साधनों को विकसित किया जा सका जिससे लोगों के लिए यातायात सुगम एवं सुविधाजनक हो गया। केवल इतना ही नहीं औद्योगिक क्रांति के द्वारा देश-विदेश में सुविधापूर्ण तरीके से यात्रा करना भी संभव हो गया।
- औद्योगिक क्रांति से कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों को शामिल किया जा सका जिससे कृषकों के श्रम को कम करने में आसानी हुई। इसके अलावा औद्योगिक क्रांति के कारण कृषि उत्पादन में भी वृद्धि हुई जिसके कारण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मुनाफे को बढ़ाया जा सका।
- औद्योगिक क्रांति के कारण विज्ञान के क्षेत्र में तेजी से तरक्की हुई जिससे विश्व भर के विभिन्न प्रकार के नए-नए प्रौद्योगिकी की खोज संभव हो पायी।
औद्योगिक क्रांति की अवधारणा क्या है
औद्योगिक क्रांति की अवधारणा परिवर्तन के नियमों पर आधारित है। आधुनिक इतिहास में औद्योगिक क्रांति को विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में बदलाव की भावना से शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य प्राचीन एवं परंपरागत तरीके से निर्माण होने वाले वस्तुओं के स्थान पर आधुनिक एवं मशीनीकरण द्वारा वस्तुओं के निर्माण का अधिक प्रयोग किया जाना है।
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