3. एलोरा गुफाएं
स्थल – औरंगाबाद
राज्य – महाराष्ट्र
धरोहर घोषित वर्ष – 1983
धरोहर घोषित किये जाने का कारण – एलोरा की गुफाएं राष्ट्रकूट वंश के शासकों द्वारा बनवायी गयी थी, जिनका निर्माण पांचवीं और छठी शताब्दी के समकक्ष करवाया गया था। यहाँ 34 गुफाएं हैं, जिसमें हिन्दू, जैन और बौद्ध धर्म के मंदिर बने हुये हैं। यह गुफाएं प्राचीन भारत की कला और संस्कृति के जीवांत प्रतिक हैं। जिन्हें खड़ी चट्टानों को काट कर बनाया गया है।
4. घारापुरी (एलीफेंटा) गुफाएँ
स्थल – कोलाबा
राज्य – महाराष्ट्र
धरोहर घोषित वर्ष – 1987
धरोहर घोषित किये जाने का कारण – यह गुफाएं सिल्हारा वंश के राजाओं द्वारा नों वीं से तेरह वीं शताब्दी के मध्य बनवायीं गयीं थी। इन गुफाओं को एलीफैंटा नाम पुर्तगालियों द्वारा दिया गया था क्यूंकि गुफा में हाथियों की मूर्तियाँ थी। घारापुरी में सात गुफाएं हैं, जिसमें 26 स्तम्भ स्थित है, जिन पर शिव की कई प्रतिमाएं इंगित हैं। साथ ही इस गुफा में शिव के कई रूपों की प्रतिमाएं भी हैं, जैसे की अर्धनारेश्वर (आधे शिव और आधी पार्वती का रूप), त्रिमूर्ति, भैरव और तांडव नृत्य आदि प्रतिमाएं हैं। यहाँ पर शिव एवं पार्वती के विवाह का भी सुन्दर चित्रण किया गया है।
source: whc unesco