9. फतेहपुर सीकरी
स्थल -आगरा
राज्य – उत्तरप्रदेश
धरोहर घोषित वर्ष – 1986
धरोहर घोषित किये जाने का कारण – सम्राट अकबर द्वारा 16 वीं शताब्दी के द्वितीयार्ध के दौरान निर्मित, फतेहपुर सीकरी (विजय का शहर) केवल 10 वर्षों के लिए मुगल साम्राज्य की राजधानी थी। यह मुगल सम्राट अकबर की ईस्वी 1556-1605 तक राजधानी थी और 1571 और 1573 ईस्वी के बीच इसका निर्माण हुआ था। फतेहपुर सिकरी महल पहला नियोजित शहर था जिसको योजनाबद्ध तरीके से बनाया गया था जिसमें महलों, सार्वजनिक भवनों, मस्जिदों, अदालत और रहने वाले क्षेत्रों, सेना, राजा के सेवक और पूरे शहर के शानदार प्रशासनिक, आवासीय और धार्मिक इमारतों को सही कर्म में बनाया गया था।
source: whc unesco
10. ग्रेट लिविंग चोल मंदिर
स्थल – तंजौर
राज्य – तमिलनाडु
धरोहर घोषित वर्ष – 1987
धरोहर घोषित किये जाने का कारण – बॄहदेश्वर मन्दिर को युनेस्को द्वारा 1987 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। ऐरावतेश्वर मन्दिर, दारासुरम को सन 2004 में इस सूची में जोड़ा गया था। इस स्थल को अब “महान जीवित चोल मन्दिर” नाम दिया गया है। चोल साम्राज्य के राजाओं ने महान जीवित चोल मंदिरों का निर्माण किया था, जो दक्षिण भारत और पड़ोसी द्वीपों के सभी हिस्सों में फैला था। यहाँ पर तीन महान 11 वीं और 12 वीं शताब्दी के मंदिर हैं: थंजावुर में बृहदिसार मंदिर, गंगायकोण्डाचोलिसवरम में बृहवासिसार मंदिर और दरसुराम में एयरवेटेश्वर मंदिर। राजेन्द्र प्रथम द्वारा निर्मित गंगायकोण्डाचोलिसवरम का मंदिर, 1035 में बनकर पूरा हुआ था।
source: whc unesco