सिटी पैलेस संग्रहालय उदयपुर (City Palace Museum Udaipur) : उदयपुर, जिसे “झीलों की नगरी” कहा जाता है, राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ का सिटी पैलेस संग्रहालय न केवल ऐतिहासिक धरोहरों को संजोए हुए है, बल्कि मेवाड़ के समृद्ध इतिहास और संस्कृति की अद्भुत झलक प्रस्तुत करता है। सिटी पैलेस का संग्रहालय उदयपुर में सिटी पैलेस कॉम्प्लेक्स के अंदर स्थित है और यह संग्रहालय राजस्थान की राजसी परंपराओं और कला को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है।
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सिटी पैलेस संग्रहालय उदयपुर का इतिहास और महत्व
सिटी पैलेस का निर्माण 16वीं शताब्दी में महाराणा उदयसिंह द्वारा शुरू किया गया था, और इसे उनके उत्तराधिकारियों द्वारा 19वीं शताब्दी तक विस्तार दिया गया। यह महल मेवाड़ राजवंश की शान और गौरव का प्रतीक है। संग्रहालय में प्राचीन हथियारों, शाही पोशाकों, पेंटिंग्स और ऐतिहासिक धरोहरों का अनमोल संग्रह है।
सिटी पैलेस संग्रहालय का मुख्य आकर्षण
सिटी पैलेस संग्रहालय में कई प्रमुख हिस्से हैं, जिनमें महल के शानदार कमरे, झीलों के दृश्य, और ऐतिहासिक स्मारक शामिल हैं। संग्रहालय के कुछ मुख्य आकर्षण इस प्रकार हैं:
- राज्य आँगन: यह वही स्थान है जहाँ महाराणा उदयसिंह ने संत से मुलाकात की थी, जिन्होंने उन्हें इस शहर की स्थापना का निर्देश दिया था।
- चंद्र महल: यहाँ से पिछोला झील का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है।
- बादी महल (अमर विलास): यह महल ऊँचाई पर स्थित है और यहाँ से उदयपुर का विहंगम दृश्य देखने को मिलता है।
- मोर चौक: इस चौक में 1620 ई. में बने तीन नाचते हुए मोरों की मूर्तियाँ हैं, जो शानदार कला का अद्भुत उदाहरण हैं।
- जनाना महल: यह महल राजघराने की महिलाओं का निवास स्थान था, जहाँ उनकी सुरक्षा और गोपनीयता का खास ध्यान रखा जाता था।
- कृष्ण निवास: यहाँ पर मेवाड़ शैली की पेंटिंग्स और जेम्स टॉड के ऐतिहासिक दस्तावेज़ मौजूद हैं।
मेवाड़ कला और शिल्प
सिटी पैलेस संग्रहालय में मेवाड़ शैली की पेंटिंग्स देखने को मिलती हैं, जिनमें श्रीनाथजी, एकलिंगजी और चतुर्भुजजी के चित्र प्रमुख हैं। इन चित्रों में राजस्थान की संस्कृति, आस्था और परंपराओं की अद्भुत झलक मिलती है।
पढ़ें – सिटी पैलेस कॉम्प्लेक्स, उदयपुर।
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