करेंट अफेयर्स (8 अप्रैल – 15 अप्रैल 2017)

11. मलाला युसुफज़ई को संयुक्त राष्ट्र ने चुना शांतिदूत।
विस्तार : – 
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेश ने नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफज़ई को यूएन शांतिदूत चुना है। वैश्विक नागरिक को यूएन महासचिव द्वारा दिया जाने वाला यह सर्वोच्च सम्मान है। यूएन के प्रवक्ता स्टीफन दुजैरिक ने बताया कि मलाला दुनिया भर में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने पर फोकस करेंगी। सोमवार को एक समारोह में मलाला को सम्मानित किया जाएगा।

12. 9 अप्रैल, 1893 के दिन प्रसिद्ध साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन का हुआ था जन्म।
विस्तार : – 9 अप्रैल, 1893 को आज़मगढ़ ज़िले (उत्तर प्रदेश) में हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार और ‘घुमक्कड़ी’ साहित्य लिखने वाले राहुल सांकृत्यायन का जन्म हुआ था। उन्होंने ‘मेरी जीवन यात्रा’, ‘दिमागी गुलामी’, ‘तिब्बत में बौद्ध धर्म’ और ‘घुमक्कड़ स्वामी’ समेत 100 से ज़्यादा पुस्तकों की रचना की थी। उन्होंने यूरोप, कोरिया, सोवियत संघ और श्रीलंका समेत कई देशों की यात्रा की थी।

13. 9 अप्रैल, 1965 के दिन कच्छ के रण में भारत-पाक के बीच शुरू हुआ था 1965 युद्ध।
विस्तार : – 
9 अप्रैल, 1965 को भारत-पाकिस्तान के बीच गुजरात के कच्छ के रण में युद्ध शुरू हुआ था। इस युद्ध में 5,800 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे और उनकी सेना के 450 टैंक या तो नष्ट हुए या उन्हें भारतीय कब्ज़े में ले लिया गया था। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तानी क्षेत्र के 1,920 वर्ग किलोमीटर पर कब्ज़ा कर लिया था

14. लुईस ने वेटेल को हरा पांचवीं बार जीता चाइनीज़ ग्रां.प्री. का खिताब।
विस्तार : –
9 अप्रैल 2017 (रविवार) को तीन बार के वर्ल्ड चैंपियन और मर्सिडीज़ के ड्राइवर लुईस हैमिल्टन ने पांचवीं बार चाइनीज़ ग्रां.प्री. का खिताब जीत लिया। हैमिल्टन ने फरारी के फॉर्मूला वन ड्राइवर सेबेस्टियन वेटेल को हराकर खिताब पर कब्ज़ा जमाया। वहीं, रेड बुल के मैक्स वर्सटापेन तीसरे, डेनियल रिकीयार्डो चौथे और फोर्स इंडिया के सर्जियो पेरेज़ नौवें स्थान पर रहे।

15. ‘भारत के वीर’ वेबसाइट शुरू, कोई भी कर सकेगा शहीद के परिवार की मदद।
विस्तार : – 
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को अभिनेता अक्षय कुमार के साथ ‘भारत के वीर (https://bharatkeveer.gov.in)’ वेबसाइट और मोबाइल ऐप का उद्घाटन किया। इसके ज़रिए कोई भी शहीदों के परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचा सकता है। राजनाथ ने इस मौके पर कहा कि सेना के जवान या अधिकारी के शहीद होने पर उनके परिजनों को कम-से-कम ₹1 करोड़ मदद मिलनी चाहिए।

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