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Today’s Current Affairs in Hindi | 16 जनवरी 2025 (हिंदी करंट अफेयर्स)

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16 जनवरी 2025 डेली करेंट अफेयर्स

  • भारत की आर्थिक वृद्धि को लेकर CRISIL की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025 (FY25) में GDP विकास दर 6.7% तक पहुंचने का अनुमान है। यह वृद्धि FY24 में 6.4% की सुस्ती के बाद होगी। रिपोर्ट में मुद्रास्फीति में गिरावट, औद्योगिक उत्पादन में सुधार और रबी फसल उत्पादन में वृद्धि को मुख्य कारण बताया गया है। CPI मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.2% तक घट गई, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ी है। औद्योगिक पूंजी व्यय FY24-28 के दौरान औसतन ₹6.5 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि रबी फसल उत्पादन से ग्रामीण आय और उपभोग को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक व्यापार नीतियों में अस्थिरता भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।
  • 11 जनवरी 2025 को केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में भारत क्लीनटेक मैन्युफैक्चरिंग प्लेटफार्म का उद्घाटन किया। यह पहल सौर, पवन, हाइड्रोजन और बैटरी स्टोरेज जैसे क्षेत्रों में क्लीनटेक मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करने और भारत को उसके सतत विकास लक्ष्यों की ओर बढ़ाने के लिए शुरू की गई है। श्री गोयल ने आत्मनिर्भरता, नवाचार और विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने पर जोर देते हुए उद्योग से सरकारी सहायता पर निर्भरता कम करने की अपील की। यह प्लेटफार्म सहयोग, सह-नवाचार और वित्तीय अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाया गया है। भारत ने 200 GW स्वच्छ ऊर्जा क्षमता हासिल कर पहले ही एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है और 2030 तक 500 GW का लक्ष्य रखा है। गुजरात को सौर ऊर्जा अपनाने में अग्रणी राज्य के रूप में पहचाना गया, जो पारदर्शिता और “3S रणनीति” (गति, पैमाना और कौशल) के जरिए संभव हुआ। यह प्लेटफार्म भारत के क्लीनटेक उद्योग को वैश्विक स्थिरता में मजबूत स्थान दिलाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
  • 13 जनवरी 2025 को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने डॉ. के.एस. चौहान की पुस्तक “Parliament: Powers, Functions & Privileges; A Comparative Constitutional Perspective” का विमोचन किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने संसद की जटिल भूमिकाओं को स्पष्ट करने में लेखक की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की। पुस्तक में संसद के अधिकारों, कार्यों और विशेषाधिकारों पर चर्चा की गई है और यह बताया गया है कि ये देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को कैसे मजबूत बनाते हैं। राज्यसभा सचिवालय के महासचिव पी.सी. मोदी और भारत के अटॉर्नी जनरल ने भी पुस्तक को नीति निर्माताओं, कानून के छात्रों और सांसदों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बताया। धनखड़ ने इसे संसद को समझने के लिए एक आवश्यक मार्गदर्शिका बताया, जो सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करने और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में मदद करती है।
  • 13 जनवरी 2025 को चेन्नई के कट्टुपल्ली स्थित L&T शिपयार्ड में भारतीय नौसेना के लिए निर्मित दूसरे मल्टी-पर्पस वेसल (MPV) ‘उत्कर्ष’ को लॉन्च किया गया। इस कार्यक्रम में रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह समेत भारतीय नौसेना और L&T शिपयार्ड के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। ‘उत्कर्ष’, जिसका अर्थ है “श्रेष्ठ आचरण,” 106 मीटर लंबा है और अधिकतम 15 नॉट्स की गति से चल सकता है। यह जहाज कई कार्यों जैसे जहाजों को खींचने, लक्ष्यों को लॉन्च और पुनः प्राप्त करने, स्वचालित वाहनों का संचालन, और स्वदेशी हथियारों के परीक्षण में सक्षम है। इसे डॉ. श्रीमती सुष्मिता मिश्रा सिंह द्वारा पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार लॉन्च किया गया। यह परियोजना भारत की स्वदेशी शिपबिल्डिंग क्षमताओं और आत्मनिर्भर भारत व मेक इन इंडिया पहल के तहत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • भारत जनवरी 2026 में 28वीं कॉमनवेल्थ देशों के संसदों के अध्यक्षों और पदेन अध्यक्षों की सम्मेलन (CSPOC) की मेज़बानी करेगा। इस बात की घोषणा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुएर्नसे में CSPOC की स्थायी समिति की बैठक के दौरान की। यह सम्मेलन संसद प्रक्रियाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और सोशल मीडिया के एकीकरण पर केंद्रित होगा, जो भारत की तकनीकी प्रगति और आधुनिक शासन प्रणाली के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। CSPOC की स्थापना 1969 में कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन्स के अध्यक्ष लुसीएन लैमॉरेक्स द्वारा की गई थी और यह संसदीय लोकतंत्र, समानता और निष्पक्षता को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है। भारत इससे पहले 1970-71, 1986 और 2010 में इस सम्मेलन की मेज़बानी कर चुका है। 2026 सम्मेलन में AI और सोशल मीडिया का संसदों में उपयोग, वैश्विक समस्याओं जैसे जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और साइबर अपराध का समाधान, और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत के तहत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर जोर दिया जाएगा। यह आयोजन भारत की प्रौद्योगिकी और संसदीय नेतृत्व को वैश्विक स्तर पर मजबूती से प्रदर्शित करेगा।
  • 15 जनवरी 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डिप्टी गवर्नर म. राजेश्वर राव को मौद्रिक नीति और आर्थिक अनुसंधान विभागों का प्रभार सौंपा। यह बदलाव डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा के कार्यकाल समाप्त होने के बाद किया गया। माइकल पात्रा ने 2020 से अपनी सेवाएं दीं और दो बार के एक-एक वर्ष के विस्तार के बाद 15 जनवरी 2025 को कार्यकाल पूरा किया। म. राजेश्वर राव, जो 1984 से RBI में कार्यरत हैं और चार दशकों से अधिक का अनुभव रखते हैं, अस्थायी रूप से मौद्रिक नीति समिति (MPC) में भी शामिल होंगे। उनका कार्यकाल अक्टूबर 2024 में एक वर्ष के लिए बढ़ाया गया था। इस नेतृत्व परिवर्तन के समय आरबीआई मुद्रास्फीति नियंत्रण और आर्थिक विकास की चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिससे राव की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
  • 14 जनवरी 2025 को केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन किया। इसका मुख्यालय तेलंगाना के निजामाबाद में स्थापित किया गया है, जो एक प्रमुख हल्दी उत्पादक क्षेत्र है। श्री पल्ले गंगा रेड्डी को बोर्ड का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह बोर्ड हल्दी किसानों को समर्थन देने, नई किस्मों पर अनुसंधान, उत्पादन बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा। बोर्ड में विभिन्न मंत्रालयों, प्रमुख हल्दी उत्पादक राज्यों और निर्यातक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। भारत हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है, जो वैश्विक उत्पादन का 70% और व्यापार का 62% हिस्सा रखता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल को किसानों और हल्दी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
  • 14 जनवरी 2025 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के 150वें स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘IMD विजन-2047’ दस्तावेज़ का अनावरण किया। इस रणनीतिक योजना का उद्देश्य 2047 तक भारत की मौसम विज्ञान क्षमताओं को मजबूत करना है। इसके मुख्य लक्ष्य हैं: मौसम संबंधी आपदाओं से शून्य मृत्यु दर, सटीक और समय पर पूर्वानुमान में सुधार, और सभी गंभीर मौसम घटनाओं का 100% पता लगाना। इस मौके पर ‘मिशन मौसम’ भी शुरू किया गया, जो भारत को मौसम-तैयार और जलवायु-समझदार बनाने पर केंद्रित है। IMD ने 1875 में स्थापना के बाद से आपदा प्रबंधन और तकनीकी प्रगति में अहम योगदान दिया है। 2014 से 2023 के बीच, डॉपलर वेदर रडार की संख्या 15 से 39 तक बढ़ाई गई, और पूर्वानुमान सटीकता में 40% सुधार हुआ। IMD न केवल भारत, बल्कि नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों को भी महत्वपूर्ण मौसम सेवाएं प्रदान करता है।
  • दिसंबर 2024 में भारत की थोक मूल्य मुद्रास्फीति 2.37% तक बढ़ गई, जो नवंबर में 1.89% थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से निर्मित उत्पादों, गैर-खाद्य वस्तुओं, और ईंधन एवं बिजली की कीमतों में हुए बदलाव के कारण हुई। निर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति 2.14% रही, जबकि गैर-खाद्य वस्तुओं में यह -0.98% से बढ़कर 2.46% हो गई। ईंधन और बिजली के क्षेत्र में गिरावट दर -5.83% से सुधरकर -3.79% पर आई। खाद्य मुद्रास्फीति मामूली रूप से घटकर 8.47% हो गई, लेकिन सब्जियों की मुद्रास्फीति 28.65% पर बनी रही और आलू 93.20% की दर पर स्थिर रहा। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में 5.22% तक गिर गई, जो नवंबर में 5.48% थी। इन आर्थिक परिवर्तनों के साथ भारतीय रिजर्व बैंक फरवरी 2025 की मौद्रिक नीति बैठक में ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकता है।
  • गान-नगाई उत्सव ज़ेलियांग्रोंग समुदाय का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव है, जिसे फसल कटाई के बाद मनाया जाता है। 12 जनवरी, 2025 को मणिपुर के सगोलबंद रामजी कबुई गांव समेत विभिन्न क्षेत्रों में यह उत्सव भव्य रूप से शुरू हुआ। यह पांच दिन चलने वाला उत्सव नए साल का स्वागत करता है और समुदाय में एकता, शांति, और समृद्धि को बढ़ावा देता है। पहले दिन पवित्र अग्नि अनुष्ठान, पूर्वजों को श्रद्धांजलि और प्रार्थनाएं की गईं, जबकि अगले दिनों में पारंपरिक नृत्य, संगीत, सामुदायिक भोज और खेल गतिविधियों का आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने भी समारोह में भाग लेकर शुभकामनाएं दीं। गान-नगाई समुदाय की परंपरा, प्रेम और आनंद का प्रतीक है।
  • ग्रामीण विकास मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के तहत 56 नए वाटरशेड विकास परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं की कुल लागत ₹700 करोड़ है और इनका उद्देश्य कृषि उत्पादकता बढ़ाना, भूमि क्षरण को रोकना और जलवायु सहनशीलता को मजबूत करना है। यह परियोजनाएं दस प्रमुख राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, असम, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम में लागू की जाएंगी। प्रत्येक परियोजना लगभग 5,000 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगी और कुल मिलाकर इनका प्रभाव 2,80,000 हेक्टेयर भूमि पर पड़ेगा। प्रमुख गतिविधियों में रिज क्षेत्र उपचार, जल निकासी रेखा उपचार, मृदा और नमी संरक्षण, वर्षा जल संग्रहण, पौधशाला तैयार करना, चारागाह विकास और भूमिहीन व्यक्तियों के लिए आजीविका प्रदान करना शामिल हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मृदा की गुणवत्ता और जल की उपलब्धता में सुधार करना, भूमि क्षरण को रोकना और जलवायु परिवर्तन से निपटने में किसानों की क्षमता को बढ़ाना है। यह पहल PMKSY 1.0 की सफलता पर आधारित है और सतत कृषि तथा ग्रामीण विकास में एक बड़ा निवेश साबित होगी।
  • हर साल 15 जनवरी को भारत में भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है, जो भारतीय सेना की स्थापना और भारतीय नेतृत्व को कमान सौंपे जाने की ऐतिहासिक घटना का प्रतीक है। यह दिन भारतीय सेना के साहस और बलिदान को सम्मानित करता है और रक्षा मामलों में आत्मनिर्भरता की ओर राष्ट्र की प्रगति को दर्शाता है। इस वर्ष भारतीय सेना दिवस का आयोजन “समर्थ भारत, सक्षम सेना” थीम के तहत होगा, जिसमें सैन्य परेड, सांस्कृतिक नृत्य, और अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा। 1949 में, फील्ड मार्शल के.एम. करीप्पा भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बने, जो भारतीय सैन्य स्वतंत्रता का प्रतीक थे। इस दिन की विशेषता यह भी है कि भारतीय सेना के योगदान को याद करते हुए, यह सैन्य कर्मियों और नागरिकों के बीच देशभक्ति और एकता की भावना को बढ़ावा देता है। 2025 में सेना दिवस परेड पुणे में होगी, जहां सैन्य उपकरणों और युद्धाभ्यासों का प्रदर्शन होगा।

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