Today’s Current Affairs in Hindi | 17 दिसंबर 2024 (हिंदी करंट अफेयर्स), 17 दिसंबर 2024 के current affairs today in hindi.
17 दिसंबर 2024 डेली करेंट अफेयर्स
- भारत का पहला डायबिटीज़ बायोबैंक चेन्नई में स्थापित किया गया है, जो भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और मद्रास डायबिटीज़ रिसर्च फाउंडेशन (MDRF) के सहयोग से बना है। इस बायोबैंक का मुख्य उद्देश्य डायबिटीज़ के कारणों, भिन्नताओं और इससे जुड़े विकारों पर गहन शोध को बढ़ावा देना है। यह सुविधा जैविक नमूनों को एकत्रित, संसाधित और संग्रहीत कर वैज्ञानिक अनुसंधान में सहायक सिद्ध होगी। ICMR-INDIAB अध्ययन और युवा onset डायबिटीज़ रजिस्ट्री जैसे प्रमुख अध्ययनों के रक्त नमूने इसमें संग्रहीत हैं। यह बायोबैंक भारत में डायबिटीज़ के अद्वितीय पैटर्न पर ध्यान केंद्रित करते हुए नई बायोमार्करों की पहचान करेगा, जो प्रारंभिक निदान और व्यक्तिगत उपचार रणनीतियों के विकास में मदद करेगा। इसके माध्यम से दीर्घकालिक अनुसंधान को समर्थन मिलेगा और वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान में भारत का योगदान बढ़ेगा।
- भारत, फ्रांस और यूएई ने हाल ही में अरब सागर में त्रिपक्षीय हवाई युद्धाभ्यास “डेजर्ट नाइट” की शुरुआत की है। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य तीनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करना, वायु सेनाओं की इंटरऑपरेबिलिटी (सहयोग क्षमता) को बढ़ाना और जटिल युद्ध परिदृश्यों के लिए तैयारी करना है। तीन दिन तक चलने वाला यह अभ्यास कराची से लगभग 350-400 किमी दक्षिण-पश्चिम में अरब सागर में आयोजित किया गया। इसमें भारत के सुखोई-30MKI, जगुआर, IL-78 मिड-एयर रिफ्यूलर्स और AEW&C सिस्टम, फ्रांस के राफेल जेट्स और यूएई के F-16 लड़ाकू विमान शामिल हैं। यह अभ्यास रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हिंद-प्रशांत और फारस की खाड़ी में सुरक्षा संबंधों को मजबूत करता है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करता है।
- भारत सरकार ने जलवाहक प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय जलमार्गों के माध्यम से माल परिवहन को बढ़ावा देना और सड़क तथा रेल नेटवर्क के भार को कम करना है। इस योजना के तहत 300 किमी से अधिक दूरी तक माल परिवहन करने पर प्रत्यक्ष प्रोत्साहन दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा शुरू की गई यह योजना राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (गंगा), 2 (ब्रह्मपुत्र) और 16 (बराक) को कवर करती है। माल मालिकों को कुल संचालन लागत का 35% तक प्रतिपूर्ति दी जाएगी, जिससे जलमार्ग परिवहन सस्ता और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प बनेगा। योजना के अंतर्गत नियमित मालवाहक सेवाएं कोलकाता, पटना, वाराणसी और गुवाहाटी के बीच शुरू की गई हैं। भारत का लक्ष्य 2030 तक 200 मिलियन टन और 2047 तक 500 मिलियन टन माल परिवहन करने का है। पिछले वर्षों में, अंतर्देशीय जलमार्गों पर माल परिवहन में 700% की वृद्धि हुई है, जो 2013-14 के 18.07 मिलियन टन से बढ़कर 2023-24 में 132.89 मिलियन टन हो गया। जलवाहक योजना भारत को एक प्रमुख लॉजिस्टिक हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
- माउंट सेमेरु विस्फोट: प्रमुख घटनाक्रम माउंट सेमेरु, जो इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में स्थित है, 15 दिसंबर को फटा, जिससे 1,000 मीटर तक सफेद और ग्रे राख का घना स्तंभ आसमान में उठा। ज्वालामुखी और भूवैज्ञानिक खतरा शमन केंद्र ने उड़ानों पर रोक लगाते हुए *ऑरेंज वोल्केनो ऑब्जर्वेटरी नोटिस फॉर एविएशन* जारी किया है। ज्वालामुखी के 5 किलोमीटर के दायरे को उड़ानों के लिए प्रतिबंधित किया गया है, जबकि 3 से 8 किलोमीटर तक के क्षेत्र को खतरा घोषित किया गया है। स्थानीय निवासियों को लावा प्रवाह और गर्म बादलों के चलते नदियों से दूर रहने की सलाह दी गई है। 3,676 मीटर ऊंचा माउंट सेमेरु इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है, जो 1967 से लगातार विस्फोट कर रहा है। इसके हालिया विस्फोटों की कड़ी में 2021 और 2022 के बड़े विस्फोट भी शामिल हैं, जो गंभीर नुकसान और निकासी का कारण बने थे।
- भारत ने इस्पात क्षेत्र में डीकार्बोनाइजेशन और निम्न-कार्बन अर्थव्यवस्था की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश की पहली “हरित इस्पात वर्गीकरण प्रणाली” जारी की है। केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री एच.डी. कुमारस्वामी ने नई दिल्ली में इसका अनावरण किया। यह प्रणाली प्रति टन तैयार इस्पात में CO2 उत्सर्जन के आधार पर ग्रीन स्टील की परिभाषा और स्टार रेटिंग देती है। उत्सर्जन तीव्रता के अनुसार इसे पाँच सितारा (<1.6 tCO2e/tfs), चार सितारा (1.6-2.0 tCO2e/tfs), और तीन सितारा (2.0-2.2 tCO2e/tfs) रेटिंग दी जाएगी। इसका उद्देश्य स्टील उत्पादन में CO2 उत्सर्जन घटाना, नवाचार को प्रोत्साहित करना और निम्न-कार्बन इस्पात उत्पादों के लिए बाजार तैयार करना है। इस प्रणाली की समीक्षा हर तीन साल में की जाएगी, जबकि प्रमाणन प्रक्रिया सालाना होगी। भारत इस कदम से वैश्विक ग्रीन स्टील नेतृत्वकर्ता बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
- अमेरिकी सैन्य ने अपनी लॉन्ग-रेंज हाइपरसोनिक वेपन (LRHW), जिसे “डार्क ईगल” कहा जाता है, का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह परीक्षण फ्लोरिडा के केप कैनेवरल स्पेस फोर्स स्टेशन पर हुआ, जहाँ मिसाइल ने 3,800 मील प्रति घंटे की गति (माच 5) से यात्रा की, जो ध्वनि की गति से पांच गुना अधिक है। इस हथियार की विशेषता यह है कि यह दूरदराज और मजबूत रक्षा वाले लक्ष्यों को सटीकता से मारने की क्षमता रखता है। यह पहला लाइव-फायर परीक्षण था, जिसमें जमीन आधारित लांचर और संचालन केंद्र शामिल थे। अमेरिकी सेना इसे 2025 तक परिचालन में लाने की योजना बना रही है, जबकि नौसेना इसे ज़ुमवाल्ट-क्लास विध्वंसक और पनडुब्बियों पर तैनात करेगी। इस प्रणाली को आधुनिक युद्ध में उभरते खतरों से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है, हालांकि इसकी उच्च लागत और वैश्विक तनाव बढ़ाने की आशंका को लेकर आलोचना भी हो रही है।
- यूनाइटेड किंगडम और CPTPP: एक नया व्यापारिक कदम यूनाइटेड किंगडम ने 15 दिसंबर 2024 को व्यापक और प्रगति-संपन्न ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप (CPTPP) में शामिल होकर पहला यूरोपीय देश बनने का गौरव हासिल किया। यह निर्णय यूके की पोस्ट-ब्रेक्सिट रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वैश्विक व्यापार अवसरों का विस्तार और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में आर्थिक लाभ प्राप्त करना है। CPTPP गठबंधन 11 देशों से शुरू हुआ था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, कनाडा, जापान, सिंगापुर और अन्य शामिल हैं। यूके का अनुमान है कि इस सदस्यता से देश की अर्थव्यवस्था को सालाना £2 बिलियन तक का फायदा होगा, विशेष रूप से वित्तीय सेवाएं, निर्माण और खाद्य उद्योग को। इसके अलावा, छोटे और मझोले उद्यम (SMEs) को भी आसान निर्यात सुविधाओं से लाभ मिलेगा। यह कदम यूके के व्यापार विविधीकरण को मजबूत करते हुए उसे वैश्विक आर्थिक मंच पर और अधिक सशक्त बनाएगा।
- नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने कोयला मंत्रालय के मार्गदर्शन में ‘चरक’ परियोजना की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य सिंगरौली और सोनभद्र जिलों के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को गंभीर बीमारियों के लिए मुफ्त उपचार प्रदान करना है। यह परियोजना उन परिवारों के लिए है जिनकी वार्षिक आय ₹8 लाख से कम है। इसमें कैंसर, टीबी, एचआईवी, हृदय रोग, अंग प्रत्यारोपण, जलने की चोट और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं जैसी बीमारियों का इलाज शामिल है। उपचार की सुविधा एनसीएल के समर्पित अस्पतालों या देशभर के विशेषज्ञ पैनल अस्पतालों में मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। एनसीएल ने पिछले 10 वर्षों में सीएसआर पहलों पर ₹1,000 करोड़ से अधिक खर्च कर लगभग 10 लाख लोगों को लाभान्वित किया है। इस वित्तीय वर्ष में सीएसआर के लिए ₹172.97 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य और सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
- विजय दिवस हर साल 16 दिसंबर को 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह युद्ध पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में मानवीय संकट के कारण शुरू हुआ था और 13 दिनों में 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ, जिसके बाद बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। इस दिन ढाका में पाकिस्तानी जनरल ए.ए.के. नियाज़ी ने आत्मसमर्पण पत्र पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ जैसे नेताओं के कुशल नेतृत्व में यह विजय संभव हुई। विजय दिवस भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस, वीरता और बलिदान का प्रतीक है, जिसने भारत की न्याय, मानवता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को साबित किया। इस अवसर पर देशभर में श्रद्धांजलि समारोह, सैन्य परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 2024 में बांग्लादेश के प्रतिनिधि भी कोलकाता के कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जो दोनों देशों की स्थायी मित्रता को मजबूत करता है।
- उत्तराखंड, जिसे “देवभूमि” कहा जाता है, भारत का पहला राज्य बनने जा रहा है जो एक समर्पित योग नीति लागू करेगा। इस नीति का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड को वैश्विक योग और वेलनेस केंद्र के रूप में विकसित करना है। ऋषिकेश, जिसे पहले से ही “योग की राजधानी” कहा जाता है, इस पहल का केंद्र रहेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा परिकल्पित इस योजना के तहत योग, आयुर्वेद और स्वास्थ्य सेवाओं को पर्यटन और रोजगार के विकास से जोड़ा जाएगा। राज्य में 50 नए योग और वेलनेस केंद्र स्थापित किए जाएंगे और योग केंद्रों का मानकीकरण किया जाएगा। साथ ही, आयुर्वेदिक अनुसंधान, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को भी बढ़ावा देने की योजना है। उत्तराखंड ने हाल ही में 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो की सफल मेजबानी की, जिसमें 50 देशों के 3,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह नीति उत्तराखंड की प्राचीन परंपरा और आधुनिक तकनीकी नवाचारों को एक साथ लाकर राज्य को वैश्विक मंच पर स्थापित करेगी।
- भारत के अंतर्देशीय जलमार्ग क्षेत्र को नई दिशा देने के लिए केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने ‘जलवाहक’ योजना का शुभारंभ किया। इस योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (गंगा), 2 (ब्रह्मपुत्र) और 16 (बराक) के माध्यम से लंबी दूरी के माल परिवहन को प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत माल मालिकों को उनके परिचालन खर्च का 35% तक प्रोत्साहन दिया जाएगा और 300 किमी से अधिक की दूरी के लिए बल्क और कंटेनरीकृत माल परिवहन पर फोकस रहेगा। इसके अलावा, निजी पोतों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के साथ तीन साल की वैधता तय की गई है। निश्चित समयबद्ध कार्गो सेवाओं के अंतर्गत प्रमुख जहाजों जैसे एमवी त्रिशूल, एमवी आईआई और एमवी होमी भाभा का संचालन शुरू हुआ है। इस पहल से परिवहन लागत घटेगी, पर्यावरणीय अनुकूलता बढ़ेगी और सड़क व रेलवे नेटवर्क पर दबाव कम होगा। ‘जलवाहक’ योजना का लक्ष्य 2030 तक 200 मिलियन मीट्रिक टन और 2047 तक 500 मिलियन मीट्रिक टन माल परिवहन करना है, जो भारत की ब्लू इकोनॉमी में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
- विश्वविख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वह इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे और पिछले दो हफ्तों से सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती थे। 1951 में मुंबई में जन्मे जाकिर हुसैन ने बचपन से ही असाधारण संगीत प्रतिभा का परिचय दिया। उनके पिता, प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद अल्ला रक्खा से कठोर प्रशिक्षण लेकर उन्होंने तबला वादन में नई ऊंचाइयों को छुआ। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई और पंडित रवि शंकर, जॉन मैकलॉफलिन जैसे दिग्गजों के साथ काम किया। शक्ति और प्लैनेट ड्रम जैसे समूहों के माध्यम से उन्होंने भारतीय संगीत और जैज़ का संगम कर संगीत की दुनिया में नई क्रांति लाई। उन्हें पद्म भूषण, पद्म श्री और ग्रैमी पुरस्कार जैसे कई सम्मान मिले। उनका संगीत और विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।