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Today’s Current Affairs in Hindi | 23 जनवरी 2025 (हिंदी करंट अफेयर्स)

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23 जनवरी 2025 डेली करेंट अफेयर्स

  • उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ 22 जनवरी 2025 को मनाई गई। यह अवसर सदियों के संघर्ष और भक्ति की ऐतिहासिक परिणति का प्रतीक है। 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भगवान राम की मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की गई थी। इस वर्षगांठ के मौके पर तीन दिवसीय उत्सव आयोजित किया गया, जिसमें मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हुई। महाकुंभ मेला 2025 के साथ मेल खाते इस उत्सव में हजारों श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर निर्माण तेजी से प्रगति कर रहा है और मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के मंत्री जयवीर सिंह ने इसे 500 वर्षों के संघर्ष का ऐतिहासिक परिणाम बताया।
  • 17 जनवरी, 2025 को नाइजीरिया को आधिकारिक रूप से ब्रिक्स ब्लॉक का भागीदार देश बनाया गया, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका मुख्य सदस्य हैं। यह कदम नाइजीरिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के साथ आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है। अफ्रीका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और छठी सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश के रूप में नाइजीरिया की यह साझेदारी व्यापार, निवेश और बुनियादी ढांचे के विकास में नए अवसर प्रदान करेगी। ब्रिक्स की स्थापना 2009 में हुई थी, जिसमें बाद में कई देशों को शामिल कर इसका प्रभाव बढ़ाया गया। नाइजीरिया की यह भागीदारी उसे वैश्विक आर्थिक चर्चाओं में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने का मंच प्रदान करती है।
  • भारत ने 2036 ओलंपिक की मेज़बानी के अपने सपने को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। गुजरात में चार दिवसीय सम्मेलन में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अधिकारियों, नीति निर्माताओं, और विशेषज्ञों ने टिकाऊ खेल अवसंरचना और नवाचारी आर्थिक मॉडल पर विचार-विमर्श किया। यह आयोजन युवा मामले और खेल मंत्रालय के सहयोग से हुआ, जिसका उद्देश्य भारत को एक मजबूत दावेदार के रूप में प्रस्तुत करना है। कार्यक्रम में पी.टी. उषा और गगन नारंग जैसे प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया। मुख्य फोकस टिकाऊ खेल स्थल, शहरी विकास, लैंगिक समानता, और समावेशन पर था। इस सम्मेलन के नतीजे भारत की ओलंपिक दावेदारी के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करने में मदद करेंगे।
  • नेपाल के लांगटांग नेशनल पार्क में स्थित याला ग्लेशियर पिछले कुछ दशकों में जलवायु परिवर्तन के कारण तेजी से सिकुड़ रहा है और 2040 के दशक तक इसके गायब होने की आशंका है। 1974 से 2021 के बीच इस ग्लेशियर ने 680 मीटर तक संकोचन किया और इसके क्षेत्रफल में 36% की कमी आई। इसे “ग्लोबल ग्लेशियर कैजुअल्टी लिस्ट” में शामिल किया गया है। हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र में इसके पिघलने से 240 मिलियन लोगों की जल सुरक्षा खतरे में है और ग्लेशियल झीलों के उफान से बाढ़ का जोखिम बढ़ गया है। इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 2025 को “ग्लेशियर संरक्षण का अंतरराष्ट्रीय वर्ष” घोषित किया है, और भारत ने हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने के लिए कई पहलें शुरू की हैं।
  • भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इकोसिस्टम को नैतिक और जिम्मेदार बनाने के उद्देश्य से, यूनेस्को ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और इकीगई लॉ के साथ मिलकर 16-17 जनवरी, 2025 को बेंगलुरु में दो दिवसीय परामर्श का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में AI रेडीनेस असेसमेंट मेथडोलॉजी (RAM) का उपयोग कर भारत के AI परिदृश्य का आकलन किया गया। इसका उद्देश्य AI विकास के लिए एक भारत-विशिष्ट नीति तैयार करना और AI के जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देना था। परामर्श में सरकार, शिक्षा, उद्योग और सिविल सोसाइटी के विशेषज्ञों ने भाग लिया और स्टार्टअप्स की भूमिका पर विशेष जोर दिया। यह पहल भारत के INDIAai मिशन के साथ जुड़ी है, जो “सुरक्षित और भरोसेमंद AI” को प्राथमिकता देता है। यूनेस्को और MeitY, AI को भारत की जरूरतों के अनुरूप नैतिक रूप से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
  • रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (DRDL), जो DRDO की हैदराबाद स्थित इकाई है, ने हाइपरसोनिक तकनीक के विकास में बड़ी सफलता हासिल की है। हाल ही में DRDL ने एक्टिव कूल्ड स्क्रैमजेट कम्बस्टर का 120 सेकंड तक सफल ग्राउंड टेस्ट किया। यह तकनीक सुपरसोनिक कम्बशन रैमजेट (Scramjet) पर आधारित है, जो हाइपरसोनिक मिसाइलों के लिए एक क्रांतिकारी प्रणोदन प्रणाली है। स्क्रैमजेट इंजन वायुमंडलीय हवा का उपयोग कर सुपरसोनिक गति पर दहन प्रक्रिया को संचालित करता है। भारत द्वारा विकसित स्वदेशी एंडोथर्मिक स्क्रैमजेट ईंधन और उन्नत थर्मल बैरियर कोटिंग ने इस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस उपलब्धि ने भारत को हाइपरसोनिक तकनीक में वैश्विक नेताओं की श्रेणी में पहुंचा दिया है। रक्षा मंत्री और DRDO अध्यक्ष ने इस ऐतिहासिक प्रगति की सराहना की है।
  • 20 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए अमेरिका की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से वापसी और 90 दिनों के लिए सभी विदेशी सहायता कार्यक्रमों को निलंबित करने का निर्णय लिया। यह कदम COVID-19 महामारी के गलत प्रबंधन, WHO की स्वतंत्रता की कमी और वित्तीय विषमताओं के कारण उठाया गया। अमेरिका ने WHO के बजट में 18% योगदान दिया है, और इसकी वापसी से HIV, तपेदिक और मलेरिया जैसे रोगों के खिलाफ लड़ाई पर गंभीर असर पड़ सकता है। साथ ही, विदेशी सहायता का निलंबन सहायता कार्यक्रमों की समीक्षा और अमेरिकी विदेश नीति के लक्ष्यों के साथ पुनः संरेखण के लिए किया गया है। इस फैसले पर वैश्विक नेताओं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। जर्मनी ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका बताया है। WHO से वापसी की प्रक्रिया एक साल में पूरी होने की संभावना है।
  • भारत ओपन 2025 बैडमिंटन टूर्नामेंट का समापन नई दिल्ली में हुआ, जहां शीर्ष खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने पुरुष एकल में ली चेक यिउ (हांगकांग) को 21-16, 21-8 से हराकर अपना तीसरा भारत ओपन खिताब जीता। वहीं, महिला एकल में दक्षिण कोरिया की ऐन से-यंग ने थाईलैंड की पोर्नपावे चौचुवोंग को 21-12, 21-9 से हराकर अपना दूसरा भारत ओपन खिताब अपने नाम किया। पुरुष युगल में मलेशिया की जोड़ी गोह स्जे फी और नूर इजुड्दीन ने खिताब जीता, जबकि महिला युगल में जापान की अरिसा इगाराशी और अयाका सकुरामोटो विजेता रहीं। मिश्रित युगल में चीन के जियांग झेनबैंग और वेई याक्सिन ने खिताब जीता। टूर्नामेंट ने खिलाड़ियों के रोमांचक प्रदर्शन और शानदार उपलब्धियों के साथ दर्शकों का दिल जीत लिया।
  • दिल्ली उच्च न्यायालय के नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने शपथ ग्रहण की। यह शपथ दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने राज निवास में आयोजित एक औपचारिक समारोह में दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री आतिशी, दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिवक्ता और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। न्यायमूर्ति उपाध्याय, जिनका न्यायिक करियर निष्पक्षता और न्यायप्रियता के लिए जाना जाता है, ने अपने अनुभव और नेतृत्व कौशल से न्यायिक प्रणाली में योगदान दिया है। उनकी नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर हुई, और उन्होंने न्यायमूर्ति विभु बखरू का स्थान लिया। दिल्ली उच्च न्यायालय, जो संवैधानिक और वाणिज्यिक मामलों में अहम भूमिका निभाता है, अब उनके नेतृत्व में कार्य करेगा।
  • केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति आलोक अराधे को बॉम्बे उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश और न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय को दिल्ली उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की पुष्टि की है। यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की 7 जनवरी 2025 की सिफारिशों के आधार पर लिया गया। न्यायमूर्ति आलोक अराधे ने 1988 में अपने कानूनी करियर की शुरुआत की थी और उन्होंने मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, तथा तेलंगाना उच्च न्यायालयों में महत्वपूर्ण कार्य किया। अब, उन्हें बॉम्बे उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है, जो भारत के सबसे व्यस्त उच्च न्यायालयों में से एक है। इस नियुक्ति का उद्देश्य इन न्यायिक संस्थानों में नेतृत्व को सुदृढ़ करना है।
  • एडेलमैन ट्रस्ट बैरोमीटर 2025 ने सरकार, व्यवसायों, मीडिया और NGOs में सार्वजनिक विश्वास के स्तर पर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। इस वर्ष भारत की विश्वास रैंकिंग में एक स्थान की गिरावट आई है और यह तीसरे स्थान पर आ गया है। भारत ने अपना दूसरा स्थान इंडोनेशिया को खो दिया, जबकि भारत का स्कोर स्थिर रहा। सर्वेक्षण ने आय समूहों के बीच विश्वास में अंतर को भी उजागर किया, जहां उच्च-आय वर्ग में भारत चौथे स्थान पर है, जबकि निम्न-आय वर्ग में यह तीसरे स्थान पर है। वैश्विक स्तर पर, विकासशील देशों में विश्वास विकसित देशों की तुलना में अधिक है। सर्वेक्षण में आर्थिक असमानताओं, असंतोष और अविश्वास जैसे मुद्दे भी सामने आए हैं। इसके बावजूद, कर्मचारी अपने नियोक्ताओं पर विश्वास करते हैं, जो सबसे भरोसेमंद संस्थान बने हैं। इस सर्वेक्षण के निष्कर्षों से यह स्पष्ट है कि संस्थागत नेतृत्व में विश्वास बनाए रखने के लिए प्रणालीगत असमानताओं को दूर करना और गलत सूचना से लड़ना आवश्यक है।
  • 20 जनवरी 2025 को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से अमेरिका की दूसरी बार वापसी की घोषणा की। उन्होंने इसे आर्थिक दृष्टि से नुकसानदायक और अनुचित बताया, जिसके बाद अमेरिका ईरान, लीबिया और यमन जैसे देशों के साथ इस समझौते से बाहर हो गया। पेरिस जलवायु समझौता 2015 में अपनाया गया था, जिसका उद्देश्य वैश्विक तापमान को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 2°C नीचे रखना है। 2017 में ट्रंप ने पहली बार अमेरिका को इस समझौते से बाहर किया था, जिसे 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पलटते हुए फिर से अमेरिका को इसमें शामिल किया। अब ट्रंप के निर्णय से वैश्विक जलवायु प्रयासों पर नकारात्मक असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि अमेरिका दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जक है। यह वापसी एक वर्ष में प्रभावी होगी और इसके बाद जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयास कमजोर हो सकते हैं।
  • छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के भूमिहीन श्रमिकों के लिए ₹10,000 वार्षिक देने की योजना शुरू की है। यह योजना लगभग 7.5 लाख भूमिहीन कृषि श्रमिकों को लाभान्वित करेगी, और उनका जीवन स्तर सुधारने में मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने यह पहल चुनाव पूर्व किए गए वादों को पूरा करने के लिए शुरू की है, जो राज्य के सामाजिक कल्याण योजनाओं जैसे गोधन न्याय योजना और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के साथ मिलकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है। इस योजना से श्रमिकों को आर्थिक सहायता मिलने की उम्मीद है, जो उनकी स्थिरता और जीवन गुणवत्ता में सुधार करेगी। यह मुख्यमंत्री की राजनीतिक प्रतिबद्धता और उनके द्वारा किए गए वादों को सुदृढ़ करती है।
  • भारत ने अपनी स्वदेशी माइक्रो-मिसाइल प्रणाली ‘भार्गवास्त्र’ का सफल परीक्षण किया है, जो खासतौर पर स्वार्म ड्रोन खतरों से निपटने के लिए विकसित की गई है। यह प्रणाली 6 किमी से अधिक की दूरी पर छोटे हवाई वाहनों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखती है। भार्गवास्त्र को 64 से अधिक माइक्रो-मिसाइलों के सामूहिक प्रक्षेपण के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे यह स्वार्म संरचनाओं के खिलाफ प्रभावी ढंग से काम करती है। इसे मोबाइल प्लेटफॉर्म पर तैनात किया जा सकता है, जिससे यह उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में भी तेज़ी से कार्य कर सकती है। यह प्रणाली भारतीय सेना की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बहुउद्देशीय डिज़ाइन के साथ बनाई गई है। भार्गवास्त्र का सफल परीक्षण भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विदेशी रक्षा आयातों पर निर्भरता को कम करता है और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करता है।

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