DBMS क्या है ? DBMS के प्रकार, फायदे और नुकसान

DBMS क्या है ? DBMS के प्रकार, फायदे और नुकसान

DBMS Data Base Management System क्या है ?, DBMS के प्रकार (Types of DBMS in hindi), DBMS के फायदे, DBMS के नुकसान आदि प्रश्नों के उत्तर यहाँ दिए गए हैं।

DBMS Data Base Management System क्या है ?

DBMS का पूरा नाम डेटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम’ है जो डेटा बनाने से लेकर उसे सँभालने और डिलीट की प्रक्रिया तक सारा काम करता है। DBMS एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो डेटा को क्रिएट, मैनेज, कंट्रोल, डिलीट और अपडेट कर सकता है। DBMS के द्वारा उपयोगकर्ता अपने बनाये गए डाटा को संभालकर मैनेज करके अपडेट कर सकते हैं। DBMS अपने उपयोगकर्ताओं को और प्रोग्रामरों को डाटा को व्यवस्थित तरीके के साथ बनाने और उसे अपडेट करने की सुविधा प्रदान करता है।

DBMS के प्रकार (Types of DBMS in hindi) –

1. नेटवर्क डेटाबेस (Network Database) –

इस प्रकार के डेटाबेस को रिकॉर्ड के रूप में दर्शाया जाता है और इनके बीच संबंध को एक लिंक के माध्यम से दर्शाया जाता है।

2. हैरार्चिकल डेटाबेस (Hierarchical Database) –

ये डेटाबेस नोट्स लिंक के माध्यम से जुड़े होते है इस तरह के डेटा को ट्री स्ट्रक्चर के रूप में व्यवस्थित किया जाता है।

3. रिलेशनल डेटाबेस (Relational Database) –

इस डेटाबेस को स्ट्रक्चर डेटाबेस के रूप में भी जाना जाता है जिसे स्तम्भ और पंक्तियों में संग्रहित किया जाता है ये डेटाबेस डेटा टेबल्स के रूप में संग्रहित होते है।

4. ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डेटाबेस (Object oriented database) –

इस प्रकार के डेटाबेस में डेटा को ऑब्जेक्ट के रूप में संग्रहित किया जाता है और इसमें दो या दो से अधिक ऑब्जेक्ट्स के बीच संबंध हो सकते है। इस डेटाबेस को बनाने के लिए ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की आवश्यकता होती है।

DBMS डेटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम के फायदे (DBMS Benefits in hindi) –

  •  DBMS में आर्गेनाइजेशन और Authorized User द्वारा डेटा सांझा किया जाता है और यह उपयोगकर्ताओं को डेटा एक्सेस करने का अधिकार देता है। डेटाबेस अड्मिनिट्रेटर डेटा को नियंत्रित भी करता है।
  • DBMS डाटा Redundancy को नियंत्रित करके डेटा को स्थिर बनाये रखने में सहायक होता है। डेटाबेस में एक ही प्रकार के डाटा को पुनः जमा होने से रोका जाता है।
  • DBMS डेटा एक टेबल में संग्रहित होता हैं और जिसमें एक से अधिक टेबल के बीच संबंध बनाए जा सकते है।
  • DBMS में डेटा को डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर के द्वारा नियंत्रित किया जाता है और एडमिनिस्ट्रेटर यह सुनिश्चित करता है की उपयोगकर्ता को कितना डेटाबेस के कितने हिस्से एक्सेस देना है और कितना नहीं।

DBMS डेटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम के नुकसान –

  • डेटाबेस सिस्टम को इंप्लीमेंटिंग करने में लागत ज्यादा आ सकती है और रूपये ज्यादा मात्रा में खर्च हो सकते है।
  • कंप्यूटर में मौजूद सिस्टम से डेटाबेस में डेटा को दूसरे सिस्टम में ट्रांसफर करने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जिसमें बहुत अधिक समय लग जाता है।
  • अगर डेटाबेस सफल नहीं होता है तो इसका सम्पूर्ण असर कंपनी पर पड़ता है।

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