(141) सम्बन्धपरक तालिकाओं की विशेषताएँ होती हैं Show Answer Hide Answer
(a) प्रत्येक पंक्ति अद्वितीय होती है ।
(b) प्रत्येक स्तम्भ का नाम अद्वितीय होता है
(c) (a) और (b) दोनों
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
(142) एम.एस.-एक्सेस में, टेक्स्ट डाटा टाइप अधिकतम ________ कैरेक्टस का हो सकता है। Show Answer Hide Answer
(a) 255
(b) 256
(c) 1064
(d) कोई सीमा नहीं
(143) एम.एस.-एक्सेस में, Yes No फिल्ड का आकार हमेशा होता है Show Answer Hide Answer
(a) 1 बिट
(b) 1 बाइट
(c) 1 कैरेक्टर
(d) 1 जी.बी.
(144) एक माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस डाटा बेस से दूसरे डाटाबेस में आयात करने के लिए निम्नलिखित में कौन सा डाटाबेस ऑब्जेक्ट प्रयुक्त किया जाता है ? Show Answer Hide Answer
(a) क्वेरीज
(b) टेबल्स
(c) फॉम्स
(d) ये सभी
(145) डाटाबेस टेबल में सूचना के वर्गीकरण को कहते हैं Show Answer Hide Answer
(a) टप्पल
(b) फिल्ड
(c) रिकॉर्ड
(d) ये सभी
(146) डाटा को _____ से एक्सेस डाटाबेस में आयातित कर सकते हैं।
(a) वर्ड फूाइल्स
(b) एक्सेल फाइल्स
(c) एच.टी.एम.एल. फाइल्स
(d) पावर एवॉइंट फाइल्स
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(147) एम.एस.-एक्सेस में निम्न में से किसका आकार 8 बाइट होता है? Show Answer Hide Answer
(a) मेमो
(b) नम्बर
(c) डेट/टाइम
(d) हाइपरलिंक
(148) निम्न में से कौन सा तरीका एम.एस.-एक्सेस में रिपोर्ट बनाने में नहीं है? Show Answer Hide Answer
(a) डिजाइन व्यू
(b) डाटा फार्म
(c) रिपोर्ट विजार्ड
(d) लेबल विजार्ड
(149) टेबल डिजाइन व्यू में फिल्ड नेम व प्रॉपर्टीज पैनल्स के बीच में स्विच करने के लिए कौन सी कुंजी का प्रयोग किया जा सकता है? Show Answer Hide Answer
(b) F4
(c) F5
(d) F6
(150) निम्न में से कौन सा फाइल प्रकार यह इंगित करता है कि फाइल एक एम.एस.-एक्सेस डॉक्यूमेंट है? Show Answer Hide Answer
(a) .msw
(b) wor
(c) accdb
(d) wrd
भाग – III
राज्य से संबंधित सामान्य अध्ययन
(151) उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी हिमानी (हिमनद) है Show Answer Hide Answer
(a) सुन्दर ढुंगा
(b) मिलम
(c) काफना
(d) गंगोत्री
(152) उत्तराखण्ड में “डोला पालकी’ आन्दोलन के प्रणेता हैं Show Answer Hide Answer
(a) हेमवती नंदन बहुगुणा
(b) भक्त दर्शन
(c) प्रेमलाल वैद्य
(d) जयानंद भारती
Note: जयानन्द भारती के नेतृत्व में 1930 के आस-पास आन्दोलन हुआ था। डोला पालकी आंदोलन के बारे में पढ़ें उत्तराखंड राज्य में हुए प्रमुख जन-आन्दोलन
(153) ‘गढ़वाल’ के लिये गढ़वाल शब्द कब अस्तित्व में आया? Show Answer Hide Answer
(a) 1815 ई.
(b) 1515 ई.
(c) 1820 ई.
(d) 1279 ई.
(154) मौलाराम थे, एक Show Answer Hide Answer
(a) कवि
(b) चिकित्सक
(c) सामाजिक कार्यकर्ता
(d) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
Note: मोलाराम एक प्रसिद्ध कवि और चित्रकार थे।
(155) अल्मोड़ा के ‘शक्ति’ अखबार के संस्थापक सम्पादक कौन थे? Show Answer Hide Answer
(a) रामसिंह धोनी
(b) बद्रीदत्त पाण्डे
(c) प्रयाग जोशी
(d) विक्टर मोहन जोशी
Note: इनकों कुर्वांचल केसरी (कुमाऊँ केसरी) नामों से भी जाना जाता है। इन्होने ही कुली-उतार, कुली-बैगर व कुली बर्दयस आदि प्रथाओं के विरुद्ध आन्दोलन का नेतृत्व किया था। इनकी जीवनी यहाँ पढ़ें।
(156) ‘बाड़ाहाट’ प्राचीन नाम है
(a) श्रीनगर का
(b) उत्तरकाशी का
(c) रुद्रप्रयाग का
(d) जोशीमठ का
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Note: उत्तरकाशी को ‘उत्तर का काशी’ उपनाम से भी जाना जाता है। उत्तरकशी से जुडी अधिक जानकारी यहाँ पढ़ें।
(157) नैनीताल के ‘राजभवन’ की स्थापना की गई थी, वर्ष Show Answer Hide Answer
(a) 1860 में
(b) 1875 में
(c) 1879 में
(d) 1890 में
Note: परन्तु प्रश्न के विकल्प और उत्तर गलत है। इसका सही उत्तर “1897 ई. में” है।
(158) ‘कुमाऊँ केसरी’ के नाम से किसे जाना जाता है ? Show Answer Hide Answer
(a) हरगोविंदपंत
(b) पं. बद्रीदत्त पाण्डे
(c) कालू माहरा
(d) मोहन सिंह मेहता
Note: पं. बद्रीदत्त पाण्डे को कुर्वांचल केसरी (कुमाऊँ केसरी) नामों से भी जाना जाता है। इन्होने ही कुली-उतार, कुली-बैगर व कुली बर्दयस आदि प्रथाओं के विरुद्ध आन्दोलन का नेतृत्व किया था। इनकी जीवनी यहाँ पढ़ें।
(159) निम्न में से कौन एक उत्तराखण्ड का लोकनृत्य नहीं है ? Show Answer Hide Answer
(a) चौंफला
(b) झुमेला
(c) छोलिया
(d) गिद्धा
Note: उत्तराखंड के लोकनृत्यों के बारे में जानने के लिए पढ़ें “उत्तराखंड की पारंपरिक नृत्य कला“
(160) ‘कुमायूँ गोरखा शासन के आधीन कब आया? Show Answer Hide Answer
(a) 1790 में
(b) 1815 में
(c) 1810 में
(d) 1804 में
गोरखा नेपाल के थे, कुमाऊॅ में चन्द शासकों की कमजोरी का लाभ उठाकर 1790 ई. में उन्होंने एक छोटा–सा युद्ध करके अल्मोड़ा पर अधिकार कर लिया। कुमाऊॅ पर अधिकार करने के बाद 1791 में गढ़वाल पर आक्रमण किया लेकिन पराजित हो गये और फरवरी 1803 को संधि के विरुद्ध जाकर गोरखाओं ने पुन: गढ़वाल पर आक्रमण किया और सफल हुए। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें ‘उत्तराखंड का इतिहास – आधुनिक काल‘