current affairs

Today’s Current Affairs in Hindi | 10 मई 2025 (हिंदी करंट अफेयर्स)

Today’s Current Affairs in Hindi | 10 मई 2025 (हिंदी करंट अफेयर्स), 10 मई 2025 के current affairs today in hindi.

10 मई 2025 डेली करेंट अफेयर्स

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 60,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के उन्नयन और कौशल के लिए पांच राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत 1,000 सरकारी ITIs का आधुनिकीकरण होगा, और उद्योग के अनुरूप नए पाठ्यक्रम एवं ट्रेड्स पेश किए जाएंगे। योजना का उद्देश्य भारत में व्यावसायिक शिक्षा को आकर्षक और प्रभावी बनाना है, जिससे 20 लाख युवा लाभान्वित होंगे। इसमें 5 राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित होंगे, जिनमें चेन्नई, लुधियाना, कानपुर, हैदराबाद और भुवनेश्वर शामिल हैं। इस योजना से भारत को कुशल कार्यबल मिलेगा, जो वैश्विक विनिर्माण और नवाचार लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। यह उद्योग और शिक्षा संस्थानों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करेगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। योजना के तहत 50,000 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, और MSME क्षेत्र के लिए भी कुशल जनशक्ति तैयार की जाएगी। ITI संस्थानों के उन्नयन से व्यावसायिक शिक्षा की छवि भी सुधरेगी, जो अब एक आकर्षक विकल्प के रूप में उभरेगा।
  • विमानवाहक पोत, जिसे “तैरता हुआ हवाई अड्डा” भी कहा जाता है, एक शक्तिशाली युद्धपोत है जो लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को उड़ाने और लाने में सक्षम होता है। भारत का आईएनएस विक्रांत (IAC-1) देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है, जो भारतीय नौसेना द्वारा डिज़ाइन और कोचीन शिपयार्ड में निर्मित किया गया है। यह 262 मीटर लंबा और 43,000 टन वजनी है, और इसकी गति 28 नॉट है। इसमें लगभग 1,600 क्रू सदस्य रह सकते हैं, और यह 7,500 नॉटिकल मील की दूरी तय कर सकता है। इसका निर्माण भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, क्योंकि 75% हिस्से स्वदेशी हैं। आईएनएस विक्रांत को 2022 में भारतीय नौसेना को सौंपा गया, और यह भारत की समुद्री शक्ति और कूटनीति को मजबूत करता है। यह न केवल रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि आपदा राहत और मानवीय सहायता जैसे गैर-सैन्य कार्यों में भी उपयोगी है। यह भारत को एक “ब्लू वॉटर नेवी” बनाने में योगदान करता है और पुराने आईएनएस विक्रांत की विरासत को सम्मानित करता है।
  • डसॉल्ट राफेल एक अत्याधुनिक ट्विन-इंजन, मल्टीरोल लड़ाकू विमान है, जिसे फ्रांसीसी कंपनी Dassault Aviation ने विकसित किया है। यह विमान कई भूमिकाओं जैसे वायु श्रेष्ठता, ज़मीनी समर्थन, टोही और परमाणु प्रतिरोध में सक्षम है। राफेल की प्रमुख विशेषताओं में इसकी ओम्नीरोल क्षमता, उन्नत एवियोनिक्स, स्टील्थ तकनीक, और विमान वाहक से संचालन क्षमता शामिल है। इसके डिजाइन में डेल्टा विंग और कैनार्ड का उपयोग किया गया है, जिससे इसकी गतिशीलता और रडार दृश्यता दोनों बेहतर होती है। राफेल की अधिकतम गति मैक 1.8 (2,232 किमी/घंटा) है और इसकी कॉम्बैट रेंज 1,850 किमी तक है। यह विमान MICA और Meteor जैसी एयर-टू-एयर मिसाइलों के साथ-साथ SCALP-EG और AASM जैसे एयर-टू-ग्राउंड हथियारों से भी लैस है। राफेल का इस्तेमाल विभिन्न युद्ध अभियानों में किया जा चुका है और यह भारत, मिस्र, कतर, और अन्य देशों में भी सक्रिय है। विमान निरंतर अपग्रेड हो रहा है, जैसे F4 स्टैंडर्ड, जिसमें AI-आधारित प्रणालियाँ और बेहतर हथियार शामिल हैं।
  • इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि अब ट्रांसजेंडर महिलाएं महिला क्रिकेट में किसी भी स्तर पर भाग नहीं ले सकेंगी। यह निर्णय यूके सुप्रीम कोर्ट के एक हालिया फैसले के आधार पर लिया गया है, जिसमें महिला की कानूनी पहचान जैविक लिंग पर आधारित है। ECB का कहना है कि वह समावेशिता बनाए रखेगा, लेकिन महिला क्रिकेट में निष्पक्षता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यह बदलाव जरूरी था। इस नीति के तहत अब केवल जैविक महिलाएं ही महिला क्रिकेट में भाग ले सकती हैं, जबकि ट्रांसजेंडर महिलाएं मिश्रित या ओपन श्रेणियों में खेल सकती हैं। यह नीति मई 2025 से प्रभावी होगी और इसका उद्देश्य महिला क्रिकेट में निष्पक्षता बनाए रखना है। कई अन्य खेलों ने भी इसी तरह की नीतियां अपनाई हैं। हालांकि, कुछ ट्रांसजेंडर खिलाड़ी और कार्यकर्ता इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं, उनका मानना है कि इससे उनकी भागीदारी पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
  • भारतीय नौसेना ने 8 मई 2025 को अपनी पहली स्वदेशी एंटी-सबमरीन वॉरफेयर शैलो वॉटर क्राफ्ट (ASW SWC) ‘अर्नाला’ को प्राप्त किया। यह पोत गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) और एलएंडटी शिपयार्ड की साझेदारी में निर्मित किया गया है और यह स्वदेशी निर्माण क्षमता का प्रतीक है। ‘अर्नाला’ तटीय सुरक्षा, पनडुब्बी रोधी अभियानों, खोज-बचाव और बारूदी सुरंग बिछाने की क्षमताओं से लैस है। यह जहाज 77 मीटर लंबा है और इसमें डीजल इंजन-वॉटरजेट प्रणोदन प्रणाली का उपयोग किया गया है। 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री का उपयोग इसके निर्माण में हुआ है, जो भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता को मजबूत करता है। यह जहाज भारतीय नौसेना की तटीय पनडुब्बी रोधी क्षमताओं को बढ़ाता है और कम तीव्रता वाले समुद्री अभियानों में भी सहायक होगा। ‘अर्नाला’ आठ जहाजों की श्रृंखला का पहला जहाज है, जिसे स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित किया जाएगा, और यह भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अनुरूप है।
  • F-16 फाइटिंग फाल्कन एक सिंगल-इंजन, मल्टीरोल फाइटर जेट है जिसे अमेरिका की वायु सेना के लिए जनरल डायनामिक्स ने विकसित किया था और 1978 में सेवा में शामिल किया गया। यह अपने कम लागत, फुर्तीली उड़ान और बहुपरकारी क्षमताओं के कारण दुनिया भर में 25 से अधिक देशों की वायु सेनाओं द्वारा अपनाया गया है। यह हवा से हवा और हवा से ज़मीन हमलों, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध और टारगेटिंग में सक्षम है। इसकी फ्लाई-बाय-वायर प्रणाली, बबल कैनोपी और आधुनिक रडार जैसे AN/APG-83 AESA इसे बेहद प्रभावशाली बनाते हैं। F-16 की अधिकतम गति मैक 2.05, कॉम्बैट रेडियस 550 किमी और फेरी रेंज 4,220 किमी है। इसमें एक शक्तिशाली टर्बोफैन इंजन होता है जो 23,770 पाउंड-फोर्स थ्रस्ट देता है। इसमें 20 मिमी गन, AIM-9 और AIM-120 मिसाइलें, मैवरिक और JDAM जैसे हथियार ले जाने की क्षमता है। F-16 के कई संस्करण हैं जैसे F-16A/B, C/D, E/F और नवीनतम V (वाइपर)। इसे खाड़ी युद्ध, अफगानिस्तान और सीरिया जैसे अभियानों में सफलता से उपयोग किया गया है। अपग्रेड्स के साथ यह 2040 तक सेवा में रह सकता है, और F-16V ब्लॉक 70/72 संस्करण आज भी आधुनिक युद्ध के लिए पसंदीदा विकल्प बना हुआ है।
  • कार्डिनल रॉबर्ट फ्रांसिस प्रेवोस्ट, अमेरिका में जन्मे और शांत स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले, 8 मई 2025 को नए पोप चुने गए हैं और उन्होंने पोप लियो चौदहवें (Leo XIV) नाम ग्रहण किया है। वे पहले अमेरिकी पोप बने हैं, जिनका चुनाव वेटिकन सिटी की सिस्टीन चैपल में हुए ऐतिहासिक कन्क्लेव में हुआ, जिसमें 70 देशों से आए 133 कार्डिनल शामिल थे। मिशनरी कार्य में पेरू में सेवा दे चुके प्रेवोस्ट, पोप फ्रांसिस की सोच के करीब माने जाते हैं और रोमन कूरिया के सदस्य रह चुके हैं। उनके नेतृत्व से चर्च को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, विशेष रूप से यौन दुराचार घोटालों से चर्च की साख बहाल करने, पारंपरिक सिद्धांतों और आधुनिक सुधारों के बीच संतुलन बनाने, युवाओं से फिर से जुड़ने और वैश्विक एकता बनाए रखने की चुनौती के बीच। चुनाव के समय निकला सफेद धुआँ और घंटियों की गूंज इस ऐतिहासिक क्षण की घोषणा थी। उदारवादी विचारों और सामाजिक न्याय की समझ के साथ, उनसे नैतिक नेतृत्व और आंतरिक मतभेदों के समय में संतुलन की उम्मीद की जा रही है।
  • भारत ने 1 अप्रैल 2024 से चिप-आधारित ई-पासपोर्ट का देशव्यापी रोलआउट शुरू किया है, जो पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0 का हिस्सा है। ये ई-पासपोर्ट RFID चिप और बायोमेट्रिक डेटा से लैस हैं, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सुरक्षित, तेज और पेपरलेस बनाने का काम करेंगे। इस तकनीक से जालसाज़ी रोकना आसान होगा और आप्रवासन प्रक्रिया सरल बनेगी। अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों की तर्ज पर भारत भी अब वैश्विक मानकों की कतार में शामिल हो गया है। ई-पासपोर्ट चेन्नई, जयपुर, हैदराबाद, गोवा, जम्मू समेत अन्य शहरों के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों से जारी किए जा रहे हैं। इसमें स्कैनेबल बारकोड, डिजिटल पता जानकारी और केवल जरूरी व्यक्तिगत डिटेल्स शामिल होंगी। 2025 से लागू होने वाले नए नियमों के तहत 1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे लोगों के लिए जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा और पासपोर्ट में माता-पिता के नाम नहीं छपेंगे। यह पहल डिजिटल इंडिया और तकनीक-आधारित शासन की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है, जो भारत की वैश्विक अनुकूलता और डेटा गोपनीयता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
  • भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 7 मई 2025 को जारी आंकड़ों के अनुसार, HSBC और American Express ने FY25 में सबसे ज़्यादा शुद्ध क्रेडिट कार्ड जोड़कर विदेशी बैंकों में शीर्ष स्थान हासिल किया। HSBC ने 216,997 और Amex ने 107,086 कार्ड जोड़े, जो उपभोक्ता क्रेडिट की मांग में तेज़ वृद्धि का संकेत है। FY24 में गिरावट झेलने के बाद यह सुधार विशेष रूप से Amex के लिए उल्लेखनीय रहा। पूरे बैंकिंग उद्योग ने FY25 में कुल 8 मिलियन से अधिक नए क्रेडिट कार्ड जारी किए, जो डिजिटल भुगतान और कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ते रुझान को दर्शाता है। दूसरी ओर, Standard Chartered ने इसी अवधि में 158,322 कार्ड की गिरावट दर्ज की। बीते वर्षों में विदेशी बैंकों को भारत में प्रतिस्पर्धा, शाखाओं की सीमित संख्या और नियामकीय अड़चनों जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब वे भारत के बढ़ते मध्यम वर्ग और प्रीमियम ग्राहक वर्ग को लक्षित कर दोबारा सक्रिय हो रहे हैं। यह ट्रेंड न केवल विदेशी खुदरा बैंकिंग के पुनरुत्थान को दिखाता है बल्कि भारत में उपभोक्ता विश्वास और क्रेडिट पर आधारित खर्च में तेजी का भी प्रमाण है।
  • केरल के कोझिकोड शहर को WHO के वैश्विक वृद्ध-अनुकूल शहरों और समुदायों के नेटवर्क (GNAFCC) में शामिल किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शहर वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित, समावेशी और सहायक माहौल तैयार करने के लिए गंभीर प्रयास कर रहा है। 2 मई 2025 को मिली इस मान्यता से कोझिकोड की वृद्ध-अनुकूल नीतियों और बुनियादी ढांचे को अंतरराष्ट्रीय सराहना मिली है। शहर ने सुलभ सार्वजनिक स्थलों, किफायती आवास, बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं, सामुदायिक समर्थन और डिजिटल समावेशन जैसे क्षेत्रों में सक्रिय पहल की है। WHO का यह नेटवर्क 2010 में शुरू हुआ था और इसमें 50 से अधिक देशों के सैकड़ों शहर शामिल हैं, जो वृद्धजनों की भलाई के लिए मिलकर काम करते हैं। कोझिकोड ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए अनुकूल पार्क, स्वास्थ्य सेवाएं, जागरूकता कार्यक्रम और डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए सुविधाएं उपलब्ध कराकर अपनी प्रतिबद्धता साबित की है। ऐतिहासिक रूप से कालीकट नाम से प्रसिद्ध यह शहर सामाजिक विकास और स्वास्थ्य संकेतकों में अग्रणी रहा है और कोझिकोड नगर निगम इसके प्रशासन का जिम्मा संभालता है।
  • भारत और चिली ने 8 मई 2025 को व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर वार्ता शुरू करने के लिए संदर्भ शर्तों (ToR) पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है। यह पहल पहले से मौजूद वरीयता प्राप्त व्यापार समझौते (PTA) पर आधारित है और इसमें डिजिटल सेवाएं, MSME, महत्वपूर्ण खनिज और निवेश सहयोग जैसे नए क्षेत्र शामिल किए गए हैं। वार्ताएं 26 से 30 मई 2025 के बीच नई दिल्ली में होंगी। इस समझौते का उद्देश्य व्यापार को वस्तुओं से आगे बढ़ाकर सेवाओं और निवेश तक ले जाना, MSME सहयोग व रोजगार सृजन को बढ़ावा देना और एक नियम-आधारित ढांचे के ज़रिए पारस्परिक आर्थिक लाभ सुनिश्चित करना है। भारत और चिली के बीच आर्थिक सहयोग की शुरुआत 2005 में हुई थी, और 2016 में PTA का विस्तार भी किया गया। CEPA की सिफारिशों पर आधारित रिपोर्ट अप्रैल 2024 में पूरी हुई थी और अप्रैल 2025 में चिली के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान CEPA पर सहमति बनी थी। यह पहल भारत की लैटिन अमेरिका से साझेदारी को मज़बूत करती है, नए व्यापार और निवेश अवसरों को खोलती है, और बहुपक्षीयता व दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देती है।
  • भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका ने 28 अप्रैल से 2 मई 2025 तक होनोलूलू, हवाई में टेबलटॉप अभ्यास (TTX) आयोजित किया, जिसका उद्देश्य इंडो-पैसिफिक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क (IPLN) को सक्रिय करना था। यह अभ्यास क्वाड देशों के बीच नागरिक आपदा प्रतिक्रिया को बेहतर और समन्वित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था। IPLN के जरिए साझी लॉजिस्टिक क्षमताएं मजबूत की गईं ताकि प्राकृतिक आपदाओं के समय मानवीय सहायता तेजी से और प्रभावी ढंग से दी जा सके। इस अभ्यास में इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने, संसाधनों को साझा करने और व्यावहारिक सहयोग को प्रदर्शित करने पर विशेष ध्यान दिया गया। क्वाड, जिसकी शुरुआत 2004 में हिंद महासागर सुनामी के बाद हुई थी, अब एक मजबूत सहयोगी मंच के रूप में उभरा है, जिसका उद्देश्य एक स्वतंत्र और खुला इंडो-पैसिफिक सुनिश्चित करना है। IPLN सैन्येतर साझेदारी को प्रोत्साहित करता है और समुद्री क्षेत्र में जागरूकता जैसी पहलों को भी समर्थन देता है। यह अभ्यास क्षेत्रीय स्थिरता, पारदर्शिता और जलवायु लचीलापन जैसे साझा उद्देश्यों की दिशा में क्वाड की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, साथ ही भविष्य की आपात स्थितियों के लिए नागरिक-सैन्य समन्वय को भी सुदृढ़ करता है।

प्रातिक्रिया दे

Your email address will not be published.