Today’s Current Affairs in Hindi | 23 मार्च 2025 (हिंदी करंट अफेयर्स)

Today’s Current Affairs in Hindi | 23 मार्च 2025 (हिंदी करंट अफेयर्स), 23 मार्च 2025 के current affairs today in hindi.

23 मार्च 2025 डेली करेंट अफेयर्स

  • विजय शंकर, जो दक्षिण भारत में डेनमार्क के मानद कॉन्सुल जनरल और सन्मार ग्रुप के चेयरमैन हैं, को डेनमार्क के राजा द्वारा प्रतिष्ठित ‘नाइट्स क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ डैनेब्रोग’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें उनकी उत्कृष्ट कॉन्सुलर सेवाओं और भारत-डेनमार्क संबंधों को मजबूत करने में अहम योगदान के लिए दिया गया। 18 मार्च 2025 को चेन्नई में आयोजित एक विशेष समारोह में भारत में डेनमार्क के राजदूत, रासमुस एबिलगार्ड क्रिस्टेंसन ने यह सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर शंकर परिवार की डेनमार्क की कॉन्सुलर सेवाओं से पांच दशक पुरानी जुड़ाव की विरासत को भी सराहा गया। विजय शंकर का परिवार तीन पीढ़ियों से इस सेवा में योगदान दे रहा है—उनके पिता एन. शंकर और दादा के.एस. नारायणन भी डेनमार्क के कॉन्सुल पद पर रह चुके हैं।
  • विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2025 को 23 मार्च को मनाया जाएगा, जो विश्व मौसम संगठन (WMO) की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। इस वर्ष की थीम “एक साथ प्रारंभिक चेतावनी अंतर को पाटना” है, जो चरम मौसम घटनाओं और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों के महत्व को दर्शाती है। WMO की स्थापना 23 मार्च 1950 को हुई थी और 1961 में पहला विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया गया था। मौसम विज्ञान के क्षेत्र में उपग्रह तकनीक, जलवायु मॉडलिंग और अवलोकन नेटवर्क में काफी प्रगति हुई है, जिससे आपदा जोखिम न्यूनीकरण और वैश्विक स्थिरता में सहायता मिली है। प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियां जीवन, आजीविका, आर्थिक स्थिरता और जलवायु सहनशीलता के लिए आवश्यक हैं। भारत में, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) चक्रवात, लू, भारी वर्षा और भूकंप जैसी आपदाओं की निगरानी और पूर्वानुमान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जलवायु परिवर्तन के कारण चरम मौसम घटनाओं की आवृत्ति बढ़ रही है, जिससे मौसम विज्ञान और तकनीकी नवाचारों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2025 हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर कदम उठाने की प्रेरणा देता है।
  • ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 250 मिलियन टन (MT) मूल माल ढुलाई हासिल कर भारतीय रेलवे में नया मानदंड स्थापित किया है। यह उपलब्धि 21 मार्च 2024 को तय समय से 11 दिन पहले ही प्राप्त हुई, जिससे ECoR देश का सबसे अधिक माल ढुलाई करने वाला रेलवे ज़ोन बन गया। लगातार दूसरे वर्ष इस रिकॉर्ड को पार करने से इसकी लॉजिस्टिक्स दक्षता और राष्ट्रीय आर्थिक योगदान साबित होता है। ECoR ने माल अनलोडिंग में भी शानदार प्रदर्शन किया, 2024-25 में 228.3 मिलियन टन माल उतारा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.6% अधिक है। इसकी सफलता में प्रमुख योगदान कोलफील्ड्स, लौह अयस्क खदानें, प्रमुख बंदरगाह और इस्पात व एल्युमिनियम उद्योगों का रहा। तालचर स्थित महानदी कोलफील्ड्स, बैलाडीला और केंदुझर की लौह अयस्क खदानें, तथा पांच प्रमुख बंदरगाह—परेडिप, धामरा, विशाखापत्तनम, गंगावरम और गोपालपुर—ECoR के माल परिवहन में अहम भूमिका निभाते हैं। सुव्यवस्थित योजना, सरकार व उद्योगों के साथ समन्वय और कर्मचारियों की दक्षता से यह उपलब्धि संभव हुई। महाप्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल ने इस सफलता को भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कर्मचारियों की कड़ी मेहनत की सराहना की।
  • अनुज कुमार सिंह, भारतीय रेलवे विद्युत अभियांत्रिकी सेवा (IRSEE) के 2009 बैच के अधिकारी, को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), दिल्ली में संयुक्त सचिव (निदेशक स्तर) के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति केंद्रीय स्टाफिंग योजना के तहत हुई है और वे इस पद पर पांच वर्षों या अगले आदेश तक बने रहेंगे। रेल मंत्रालय की सिफारिश पर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए चयनित सिंह अपने तकनीकी और प्रशासनिक अनुभव से UPSC की संचालन दक्षता और रणनीतिक ढांचे को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्हें तुरंत कार्यभार संभालने के निर्देश दिए गए हैं और उनके वर्तमान दायित्वों से जल्द मुक्त किया जाएगा। भारतीय रेलवे में उनके व्यापक अनुभव को देखते हुए इस नियुक्ति को UPSC की प्रभावशीलता और रणनीतिक योजना में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
  • भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने 22 मार्च 2025 को कोच्चि रिफाइनरी में अपने 3.2 मेगावाट (AC) क्षमता वाले फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया, जिसका संचालन वर्षा जल संचयन तालाब के 8 एकड़ क्षेत्र में किया गया है। इस हरित ऊर्जा पहल में ₹28.93 करोड़ का निवेश किया गया है, जो भूमि संरक्षण, सौर पैनलों की दक्षता में वृद्धि, जल वाष्पीकरण में कमी और कार्बन फुटप्रिंट घटाने में मदद करेगी। यह परियोजना BPCL की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने और पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक अहम कदम है। उद्घाटन के दौरान मुख्य सचिव शारदा मुरलीधरन ने ब्रह्मपुरम में 150 TPD नगरपालिका ठोस कचरे से संपीड़ित बायोगैस (CBG) संयंत्र के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया, जिसका उद्देश्य कचरे से ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना और पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्रदान करना है। यह पहल न केवल BPCL की स्थिरता प्रतिबद्धताओं को मजबूत करती है, बल्कि भारत की जलवायु नीतियों के अनुरूप नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने में भी योगदान देती है।
  • नीआईआईटी यूनिवर्सिटी (NU) ने अमिताभ कांत को अपना नया चांसलर नियुक्त किया है, जो 10 मार्च 2025 से पदभार संभालेंगे। नीति आयोग के पूर्व सीईओ और भारत के G20 शेरपा रह चुके कांत, प्रख्यात वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन का स्थान लेंगे। उनकी नियुक्ति विश्वविद्यालय के उद्योग-केंद्रित शिक्षा मॉडल और नवाचार पर ध्यान देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कांत के नेतृत्व में NU नीति निर्माण, आर्थिक विकास और प्रौद्योगिकी नवाचार में उनके अनुभव का लाभ उठाएगा। अटल इनोवेशन मिशन, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सुधार जैसी पहलों से जुड़े कांत, NU के छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने में अहम भूमिका निभाएंगे। विश्वविद्यालय के 700+ उद्योग भागीदारों, जिनमें IBM, TCS, मोर्गन स्टेनली और डेलॉइट शामिल हैं, के सहयोग से NU ने 100% प्लेसमेंट रिकॉर्ड हासिल किया है। विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. प्रकाश गोपालन ने कांत का स्वागत करते हुए कहा कि उनका नेतृत्व अनुसंधान, प्रौद्योगिकी और उद्योग समावेशन को मजबूत करेगा। वहीं, NU ने के. कस्तूरीरंगन के योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इसे नवाचार और उद्योग-आधारित शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • अमेरिकी मुक्केबाजी के दिग्गज जॉर्ज फोरमैन का 21 मार्च 2025 को 76 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। टेक्सास में जन्मे फोरमैन ने कठिन परिस्थितियों में बचपन बिताया और अपराध की ओर बढ़े, लेकिन जॉब कॉर्प्स कार्यक्रम के जरिए मुक्केबाजी से जुड़े। 1968 में उन्होंने ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता और 1973 में जो फ्रेज़ियर को हराकर हेवीवेट चैंपियन बने। 1974 में ऐतिहासिक “रंबल इन द जंगल” मुकाबले में मुहम्मद अली से हार के बाद वे मानसिक रूप से प्रभावित हुए और 1977 में संन्यास लेकर पादरी बन गए। 1987 में उन्होंने 38 साल की उम्र में वापसी की और 1994 में 45 वर्ष की उम्र में माइकल मूरर को हराकर सबसे उम्रदराज हेवीवेट चैंपियन बने। 1997 में उन्होंने बॉक्सिंग को अलविदा कहा, 76 जीत और 5 हार के प्रभावशाली रिकॉर्ड के साथ। मुक्केबाजी के बाद वे ‘जॉर्ज फोरमैन ग्रिल’ से सफल व्यवसायी बने और 1999 में $137.5 मिलियन का सौदा किया। उन्होंने पांच शादियां कीं और उनके दस जैविक व दो गोद लिए हुए बच्चे थे। फोरमैन सिर्फ महान मुक्केबाज ही नहीं, बल्कि प्रेरणादायक व्यक्तित्व और सफल उद्यमी भी थे, जिन्होंने अपनी विरासत से दुनिया को प्रभावित किया।
  • ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म Goibibo ने भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत को अपना नया ब्रांड एंबेसडर बनाया है और एक नए प्रचार अभियान की शुरुआत की है, जिसमें दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर भी शामिल हैं। यह अभियान गावस्कर की मशहूर कमेंट्री लाइन ‘”Stupid, Stupid, Stupid”‘ को मज़ेदार अंदाज में पेश करता है, जिससे ब्रांड की युवा और मस्तीभरी मार्केटिंग रणनीति को मजबूती मिलती है। यह अभियान खासतौर पर यात्रा-प्रेमी युवाओं को आकर्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है और यात्रा को आसान और रोमांचक बनाने पर जोर देता है। ऋषभ पंत ने इस अनोखी पहल पर उत्साह जताया, वहीं गावस्कर ने अपनी प्रसिद्ध कमेंट्री को रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने को लेकर खुशी जाहिर की। Goibibo अपनी वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए फ्लाइट, ट्रेन, होटल, बस बुकिंग और कार रेंटल जैसी सेवाएं प्रदान करता है। ब्रांड अपनी मज़ेदार और इंटरैक्टिव विज्ञापन रणनीतियों के लिए पहचाना जाता है, और यह नया अभियान क्रिकेट नॉस्टेल्जिया और यात्रा सौदों का अनोखा मिश्रण बनाकर ग्राहकों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है।
  • पर्पल फेस्ट 2025 का भव्य आयोजन राष्ट्रपति भवन, अमृत उद्यान में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DePwD) और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया गया, जिसमें 23,500 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मुख्य अतिथि रहीं, जबकि केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार और राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। यह उत्सव समावेशिता, सुगमता और दिव्यांगजन के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया, जिसमें साहित्यिक चर्चाएं, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, और अनुकूली खेल प्रतियोगिताएं जैसे ब्लाइंड क्रिकेट, बोच्चिया और व्हीलचेयर बास्केटबॉल शामिल रहे। दिव्यांग कलाकारों ने अपनी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया, और ‘मीट द डायरेक्टर’ व ‘ऑथर सेशंस’ जैसे सत्र भी आकर्षण का केंद्र रहे। प्रमुख कॉर्पोरेट भागीदारी में टाटा पावर, अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (AIF), हंस इंडिया और टेक महिंद्रा फाउंडेशन जैसी संस्थाएं शामिल रहीं, जिन्होंने शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार और सुगमता के क्षेत्र में सहयोग दिया। इस दौरान दिव्यांगजन की सुगमता और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर भी किए गए, जिससे एक समावेशी और सतत भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।
  • ओडिशा में व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए यूके स्किल्स और चार्टर्ड बॉडीज़ मिशन का एक प्रतिनिधिमंडल दौरे पर है। इस यात्रा का उद्देश्य उद्योग-आधारित कौशल पहल को मजबूत करना, यूके-शैली की अप्रेंटिसशिप लागू करना और उन्नत विनिर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल कौशल व सतत बुनियादी ढांचे में प्रशिक्षण सुधारना है। ओडिशा के कौशल विकास मंत्री संपद चंद्र स्वाइन और ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एंड्रयू फ्लेमिंग ने वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कार्यबल विकसित करने के लिए गहरी साझेदारी पर जोर दिया। प्रतिनिधिमंडल में यूके की चार चार्टर्ड संस्थाएँ और तीन पुरस्कार विजेता संगठन शामिल हैं। साथ ही, ‘नेट-ज़ीरो विज़न फॉर भुवनेश्वर’ कार्यशाला के जरिए स्वच्छ ऊर्जा समाधान और इलेक्ट्रिक वाहन नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया गया। कार्यशाला में यूके विशेषज्ञता साझा की गई और ओडिशा के शीर्ष प्रतिभाओं को प्रशिक्षण के लिए यूके भेजने का सुझाव दिया गया। इस पहल के तहत ओडिशा की स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप रणनीतिक रोडमैप तैयार किया जा रहा है। ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) तथा ओडिशा ऊर्जा विभाग के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर भी हस्ताक्षर हुए। इस सहयोग से कार्यबल की वैश्विक मान्यता बढ़ेगी, रोजगार के अवसर सुधरेंगे और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
  • सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) ने ‘समर्थ’ नामक एक इनक्यूबेशन प्रोग्राम लॉन्च किया है, जो दूरसंचार और आईटी क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देगा। यह स्टार्टअप्स और नवाचारकर्ताओं को टेलीकॉम सॉफ्टवेयर, साइबर सुरक्षा, 5G/6G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और क्वांटम टेक्नोलॉजी में सहयोग प्रदान करेगा। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) इसके कार्यान्वयन भागीदार हैं। यह कार्यक्रम हाइब्रिड मोड में संचालित होगा, जिसमें प्रति वर्ष दो बैच होंगे, प्रत्येक में 18 स्टार्टअप्स शामिल होंगे। स्टार्टअप्स को ₹5 लाख तक की ग्रांट, छह महीने तक C-DOT परिसर में कार्यस्थल, लैब सुविधाओं तक पहुंच, तकनीकी विशेषज्ञों से मेंटरशिप और अनुसंधान सहयोग के अवसर मिलेंगे। केवल DPIIT-पंजीकृत स्टार्टअप्स ही आवेदन कर सकते हैं। चयन प्रक्रिया में आवेदनों की समीक्षा, विशेषज्ञ समिति के समक्ष पिचिंग और नवाचार व स्केलेबिलिटी के आधार पर अंतिम चयन शामिल है। आवेदन C-DOT की वेबसाइट और स्टार्टअप पोर्टल के माध्यम से किए जा सकते हैं।
  • आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती में स्वतंत्रता सेनानी पोट्टी श्रीरामुलु की 58 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की है, जो उनकी अगली जयंती से पहले पूरी होगी। श्रीरामुलु के 58 दिनों के अनशन के बाद 1953 में आंध्र प्रदेश का गठन हुआ था, और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए यह पहल की गई है। साथ ही, पद्मतिपल्ली में उनके पैतृक घर को संग्रहालय में बदला जाएगा, गांव में एक आधुनिक स्वास्थ्य केंद्र और उच्च विद्यालय भी बनाया जाएगा। श्रीरामुलु का बलिदान भारत में भाषाई राज्यों के गठन की नींव बना। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बड़ी मूर्तियों का चलन बढ़ा है—2023 में हैदराबाद में 125 फीट ऊंची बी.आर. अंबेडकर की मूर्ति और 2024 में विजयवाड़ा में 206 फीट ऊंची अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि इन मूर्तियों का अनावरण करने वाली सरकारें चुनाव हार गईं, जबकि अब आंध्र प्रदेश में तेदेपा गठबंधन सत्ता में है। नायडू ने कहा कि श्रीरामुलु का संघर्ष आत्म-परिचय और सांस्कृतिक गौरव को मजबूत करने में अहम था, और उनकी स्मृति को सहेजने के लिए यह परियोजना शुरू की गई है।
  • वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2025 में भारत ने पिछले पांच वर्षों में उल्लेखनीय सुधार किया है, 2020 में 139वें स्थान से बढ़कर 2024 में 118वें स्थान पर पहुंच गया। यह रिपोर्ट ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, गैलप और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क (UN SDSN) द्वारा जारी की गई है। भारत की खुशहाली में आर्थिक विकास, भ्रष्टाचार में कमी और व्यक्तिगत स्वतंत्रता में वृद्धि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि, सामाजिक समर्थन की कमी और आर्थिक असमानता के कारण भारत अभी भी पाकिस्तान (109वां) और नेपाल (92वां) से पीछे है। भारत की व्यक्तिगत स्वतंत्रता रैंक 23वें स्थान पर पहुंच गई, जीडीपी प्रति व्यक्ति रैंकिंग 93वीं हुई और भ्रष्टाचार धारणा में सुधार कर 56वें स्थान पर पहुंचा। फिनलैंड लगातार आठवें वर्ष सबसे खुशहाल देश बना, जबकि डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नीदरलैंड शीर्ष पांच में रहे। अमेरिका सामाजिक अलगाव के कारण 24वें स्थान पर गिर गया और यूके 23वें स्थान पर रहा। सबसे कम खुशहाल देशों में अफगानिस्तान (147वां), सिएरा लियोन (146वां) और लेबनान (145वां) शामिल हैं। रैंकिंग जीडीपी, सामाजिक समर्थन, स्वास्थ्य, स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा पर आधारित होती है, जिससे देशों की खुशहाली मापी जाती है।
  • प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार, जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के रचनाकार हैं, को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस निर्णय की घोषणा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा में की। 12 मार्च 2025 को चयन समिति ने उनके नाम को अंतिम रूप दिया। 100 वर्ष की आयु में भी वे सक्रिय हैं और मुंबई के चैत्यभूमि में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं। धुले, महाराष्ट्र में जन्मे सुतार को पहले ही पद्म श्री (1999) और पद्म भूषण (2016) से सम्मानित किया जा चुका है। महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, जो राज्य का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, 1995 में स्थापित किया गया था और 1996 से प्रदान किया जा रहा है। यह पुरस्कार साहित्य, कला, खेल, विज्ञान, सामाजिक कार्य, पत्रकारिता, लोक प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को दिया जाता है। विजेताओं को ₹25 लाख नकद, एक स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है, और उनका चयन महाराष्ट्र सरकार द्वारा नियुक्त समिति करती है। राम सुतार का यह सम्मान भारतीय कला और संस्कृति में उनके महान योगदान को दर्शाता है।
  • वर्ष 2025 अंतर्राष्ट्रीय नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन पर संयुक्त राष्ट्र संधि (ICERD) की 60वीं वर्षगांठ का प्रतीक है, जिसे 21 दिसंबर 1965 को अपनाया गया था। 21 मार्च को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय नस्लीय भेदभाव उन्मूलन दिवस 1960 के शार्पविल नरसंहार की याद दिलाता है, जब दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 69 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने वैश्विक स्तर पर नस्लीय समानता की लड़ाई को बल दिया। 1990 के दशक में दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी शासन समाप्त होने और डरबन घोषणा (2001) जैसी पहलों के माध्यम से नस्लीय समानता को बढ़ावा मिला। हालांकि, अब भी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार और न्याय व्यवस्था में भेदभाव जैसी चुनौतियां बनी हुई हैं। घृणास्पद भाषण, नस्लीय हिंसा और आप्रवासियों के प्रति भेदभाव बढ़ रहा है, और कई देशों में नस्लीय समानता संबंधी कानूनों का पूर्ण कार्यान्वयन नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र सभी मानवों को समान अधिकार देने की प्रतिबद्धता बनाए रखता है और सरकारों से नस्लीय भेदभाव रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की अपील करता है। 2025 की यह वर्षगांठ नस्लीय न्याय के प्रति वैश्विक प्रयासों की समीक्षा करने और भविष्य की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर होगी।

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