उत्तराखंड के इतिहास से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
(Uttarakhand History Related Important Question Answer)
- टिहरी रियासत का विलय भारतीय संघ में कब हुआ – 1949 में
- गढ़वाल के पंवार शासकों की प्रथम राजधानी कौन सी थी – चांदपुरगढ़ी
- प्राचीन किरातों को पहचाना जाता है – राजी के रूप में
- ‘अमोघभूति’ किस वंश का शासक था – कुणिन्द वंश का
- प्राचीन राजधानी नगर ‘कर्तिकेयपुर’ किससे सम्बंधित था – कुमाऊँ के कत्यूरी शासकों से
- टिहरी को किसने बसाया था – सुदर्शन शाह
- परमार वंश का संस्थापक कौन था – कनकपाल
- कत्यूरी राजवंश का स्थापक कौन था – वसंत देव
- टिहरी रियासत की राजधानी टिहरी से हटाकर नरेन्द्र नगर कब लायी गई – 1924
- चंद राजवंश के स्थापक – सोमचंद्र
- तैमुरलंग ने हरिद्वार पर कब आक्रमण किया – 1398
- टिहरी को किस शासक ने अपनी राजधानी बनाया – सुदर्शन शाह
- गोरखाओं ने कुमाऊँ पर कब अधिकार किया – 1790
- गोरखाओं ने गढ़वाल पर कब अधिकार किया – 1803
- आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि कहाँ स्थित है – केदारनाथ
- स्कन्दपुराण में कुमाऊँ को किस नाम से जाना जाता है – मानसखंड
- स्कन्दपुराण में गढ़वाल को किस नाम से जाना जाता है – केदारखण्ड
- उत्तराखंड का प्रथम उल्लेख किस धार्मिक ग्रन्थ में मिलता है – ऋग्वेद
- पालिभाषा के बौद्ध साहित्यों में उत्तराखंड क्षेत्र के लिए कौनसा शब्द प्रयुक्त किया गया है – हिमवंत
- भगवान राम ने अपने अंतिम समय में किस स्थान पर तपस्या की थी – देवप्रयाग
- भगवान लक्ष्मण ने अपने अंतिम समय में किस स्थान पर तपस्या की थी – तपोवन
- केदारनाथ को प्राचीन ग्रंथो में क्या कहाँ गया है – भृंगतुंग
- सम्राट भरत का जन्म कहाँ हुआ था – कण्वाश्रम
- कालिदास में अपने महाकाव्य अभिज्ञानशाकुन्तल की रचना कहाँ की – कण्वाश्रम
- कण्वाश्रम किस नदी के तट पर स्थित है – मालिनी
- कुमाऊँ क्षेत्र का सर्वाधिक उल्लेख किस पुराण में है – स्कन्दपुराण
- कुमाऊँ में बौद्ध धर्म का प्रचार कब हुआ – खसों के समय
- उत्तराखंड में शासन करने वाली प्रथम राजनितिक शक्ति थी – कुणिन्द शासक
- कुणिन्द शासक के बाद उत्तराखंड में किसका शासन था – शको का
- शकों के बाद उत्तराखंड में किसका शासन था – कुषाणों का
- उत्तराखंड के किस राजवंश को प्रथम ऐतिहासिक राजवंश माना जाता है – कर्तिकेयपुर राजवंश
- कर्तिकेयपुर राजवंश की स्थापना किसने की – बसन्तदेव
- बसन्तदेव के बाद कर्तिकेयपुर राजवंश पर किस राजवंश की सत्ता स्थापित हुई – खर्परदेव वंश
- खर्परदेव वंश के बाद किस वंश ने शासन किया – निबंर वंश
- किस राज ने समस्त उत्तराखंड को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया – इष्टगण ने
- बैजनाथ मंदिर किसने बनवाया – भूदेब ने
- आदिगुरू शंकराचार्य किस राजवंश के समय उत्तराखंड में आये – कर्तिकेयपुर शासक में
- कर्तिकेयपुर राजाओ की राजभाषा क्या थी – संस्कृत
- चन्द राजाओं का राज चिन्ह क्या था – गाय
- चन्द वंश का अंतिम शासक कौन था – महेंद्र चन्द
- आदिगुरू शंकराचार्य ने अपने शरीर कब त्यागा – 820 ईसवी में
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