सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर ( हिन्दू और सनातन धर्म में अंतर )

सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर

सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर ( हिन्दू और सनातन धर्म में अंतर ) : सनातन धर्म क्या है, हिंदू धर्म क्या है, सनातन और हिन्दू धर्म में अंतर आदि प्रश्नों के उत्तर यहाँ दिए गए हैं।

सनातन धर्म क्या है

सनातन धर्म विश्व के सभी धर्मों में सबसे प्राचीनतम धर्म माना जाता है। सनातन धर्म का अर्थ शाश्वत एवं सदा बने रहने वाला होता है अर्थात जिसका ना ही कोई आदि है ना ही अंत। सनातन धर्म का संबंध हिंदू धर्म से होता है जिसका इतिहास वैदिक काल में देखने को मिलता है। सनातन धर्म को हिंदू धर्म के अलावा वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है। इसका इतिहास लगभग 6000 वर्षों से अधिक पुराना है। भारत एवं पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों के सिंधु घाटी सभ्यता में हिंदू धर्म के कई चिह्न देखे जा सकते हैं। इन चिह्नों में मुख्य रूप से भगवान शिव, अज्ञात मातृदेवियों की मूर्तियां, देवी-देवताओं, लिंग, पीपल की पूजा आदि प्रमुख रूप से अंकित किए गए हैं। सनातन धर्म वास्तव में पौराणिक वेदों पर आधारित धर्म है जिसमें विभिन्न प्रकार की उपासना पद्धति, संप्रदाय एवं दर्शन आदि के गुण देखे जा सकते हैं। परंपरागत वैदिक धर्म में परमात्मा को साकार एवं निराकार दोनों ही रूपों में पूजा जाता है। सनातन धर्म बेहद विशाल होता है क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के धर्मों का समाकलन होता है।

सनातन धर्म के प्रमुख देवी देवता

सनातन धर्म में मुख्य रूप से कई प्रकार के देवी-देवताओं का वर्णन किया गया है। इसमें मुख्य रूप से भगवान शिव, भगवान विष्णु, भगवान श्री कृष्ण, भगवान श्री राम, माता सीता, महालक्ष्मी, शक्ति आदि का जिक्र किया गया है। सनातन धर्म में इन सभी देवी-देवताओं को ईश्वर की उपाधि दी गई है। इसमें यह कहा गया है कि ईश्वर ही सत्य है। इसके साथ ही सनातन धर्म में मोक्ष, आत्मा एवं सत्य के मार्ग को प्रशस्त करने वाले धर्म को भी प्राथमिकता दी गई है। सनातन धर्म एकमात्र ऐसा धर्म है जो ईश्वर को सत्य का मार्ग बताने वाला तत्व मानता है।

हिंदू धर्म क्या है

हिंदू धर्म विश्व के प्राचीनतम धर्मों में से एक है। माना जाता है कि हिंदू धर्म की उत्पत्ति भगवान श्री राम के जन्म एवं श्री कृष्ण के जन्म से पूर्व हुई थी। हिंदू धर्म को वैदिक सनातन वर्षाश्राम धर्म के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ यह है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले हुई है। हिंदू धर्म में मुख्य रूप से ईश्वर को विभिन्न प्रकार से पूजा जाता है। हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जो सभी धर्मों में सबसे पवित्र धर्म माना जाता है। यही कारण है कि हिंदू धर्म के अनुयायी कई प्रमुख कार्यों की शुरुआत करने से पूर्व भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं। हिंदू धर्म में विभिन्न प्रकार की संस्कृतियों एवं परंपराओं का मिश्रण देखने को मिलता है। इसके अलावा इस धर्म में अलग-अलग उपासना पद्धतियों, संप्रदाय, मत एवं दर्शन भी देखने को मिलता है। धर्मों की संख्या के आधार पर हिंदू धर्म विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म माना जाता है। इस धर्म के अनुयायी अधिकतर भारत एवं नेपाल के साथ-साथ पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों में भी पाए जाते हैं। कहा जाता है कि हिंदू धर्म एकमात्र ऐसा धर्म है जो संप्रदाय की तुलना में जीवन जीने की पद्धति को बढ़ावा देता है।

हिंदू धर्म के प्रमुख देवी देवता

हिंदू धर्म में मुख्य रूप से ब्रह्मा, विष्णु, शिव, गणेश, शक्ति, महालक्ष्मी, महागौरी आदि जैसे देवी देवताओं को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म के 33 कोटी में आठ वसु, 12 आदित्य, 11 रूद्र, इंद्र एवं प्रजापति शामिल हैं।

सनातन और हिंदू धर्म में अंतर

सनातन धर्म एवं हिंदू धर्म में कोई विशेष अंतर नहीं होता क्योंकि आधुनिक समय में सनातन धर्म को ही हिंदू धर्म के नाम से पुकारा जाता है। दोनों ही धर्मों के अनुयायी ईश्वर को सत्य मानकर उनकी आराधना करते हैं। इसके अलावा सनातन धर्म और हिंदू धर्म दोनों ही विश्व के प्राचीनतम धर्मों में से एक माने जाते हैं। इन दोनों ही धर्मों में अंतर केवल इतना है कि इन्हें अलग-अलग शब्दों के माध्यम से संबोधित किया जाता है अन्यथा यह एक ही हैं।

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