उत्तराखंड की प्रमुख जल विद्युत परियोजना एवं उनकी क्षमता

उत्तराखंड की प्रमुख जल विद्युत परियोजना एवं उनकी क्षमता

उत्तराखंड जल विद्युत परियोजना (Power Project) : उत्तराखंड की प्रमुख जल विद्युत परियोजना, उत्तराखंड की प्रमुख जल विद्युत परियोजनाएं, वह किस नदी पर स्थित हैं एवं जल विद्युत परियोजनाओं की क्षमता की जानकारी निचे दी गयी है –

उत्तराखंड राज्य की जल विद्युत परियोजनाएं

उत्तराखंड में खनिज, कोयला, पेट्रोलियम आदि की कमी होते हुए भी जल का अपार भंडार है, जिस कारण जल विद्युत की व्यापक संभावनाएं हैं।

केंद्र सरकार के आकलन के अनुसार यदि चीन के अनुरूप लघु जल विद्युत परियोजनाओं को विकसित किया जाए तो, यहां लगभग 40,000 मेगावाट जल विद्युत का उत्पादन किया जा सकता है। इनमें से कुछ परियोजनाएँ इस प्रकार है।

अलकनंदा नदी घाटी

परियोजनाएं नदी स्थान   क्षमता (मेगावाट)
विष्णु गाड़ परियोजना अलकनंदा चमोली 400
राजवाक्ती परियोजना अलकनंदा नंदप्रयाग (चमोली) 4.4
बिरही गंगा परियोजना अलकनंदा चमोली 7.2
देवल (चमोली हाइड्रो पॉवर लि.) कालीगंगा चमोली 5
ऋषिगंगा परियोजना ऋषिगंगा चमोली 13.5
बनाला (हीमा ऊर्जा प्रा.लि.) नंदाकिनी नदी चमोली 15
उत्यासू बाँध परियोजना अलकनंदा पौड़ी 1000

उत्तराखंड के देव प्रयाग में अलकनंदा और भागीरथी का संगम होता है जिसके बाद अलकनंदा नदी को गंगा नदी के नाम से जाना जाता है।

भागीरथी नदी घाटी की परियोजनाएं

परियोजनाएं नदी स्थान   क्षमता (मेगावाट)
लोहारीनाग-पाला परियोजना भगीरथी उत्तरकाशी 600
मनेरी भाली-1 परियोजना भगीरथी उत्तरकाशी 90
मनेरी भाली-2 परियोजना भगीरथी उत्तरकाशी 304
कोटलीभेल परियोजना गंगा नदी टिहरी 100
टिहरी बाँध परियोजना भगीरथी टिहरी 1000
कोटेश्वर बाँध परियोजना भगीरथी टिहरी 400
भिलंगना परियोजना भिलंगना टिहरी 22.5
भिलंगना 2 परियोजना भिलंगना टिहरी 24
चिल्ला परियोजना भागीरथी और अलकनंदा पौड़ी 144
पथरी परियोजना गंगा नहर हरिद्वार 20.4
मोहम्मदपुर गंगा नहर हरिद्वार 9.3

भागीरथी नदी उत्तराखण्ड राज्य में बहने वाली एक नदी है जिसे किरात नदी के नाम से भी जाना जाता है। भागीरथी नदी देवप्रयाग में अलकनंदा से मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती है। रुद्रागंगा, केदारगंगा, जाडगंगा (जाह्नवी), सियागंगा, असीगंगा, भिलंगना (भिलंगना की सहायक नदियां – मेडगंगा, दूधगंगा,बालगंगा), अलकनंदा आदि भागीरथी नदी की सहायक नदियां हैं।

रामगंगा घाटी की परियोजनाएं

परियोजनाएं नदी स्थान   क्षमता (मेगावाट)
रामगंगा रामगंगा पौड़ी गढ़वाल 198
सूरग रामगंगा 7
लोहारखेत रामगंगा बागेश्वर 4.8

रामगंगा नदी का उद्गम उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल जिले में दूधातोली नामक पहाड़ी की दक्षिणी ढलानों से होता है।

शारदा नदी घाटी की परियोजनाएं

परियोजनाएं नदी स्थान   क्षमता (मेगावाट)
धौलीगंगा धौलीगंगा धारचूला (पिथौरागढ) 280
टनकपुर शारदा नदी टनकपुर (चंपावत) 94.5
खटीमा शारदा नदी खटीमा (उधमसिंह नगर) 41.4
छिरकिल्ला धौलीगंगा धारचूला (पिथौरागढ) 1.5
कुलागाड़ काली नदी धारचूला (पिथौरागढ) 1.2
कुंच्योती काली नदी धारचूला (पिथौरागढ) 2

काली नदी को महाकाली, कालीगंगा या शारदा नदी के नाम से भी जाना जाता है। कूटी, धौलीगंगा, गोरी, चमेलिया, रामगुण, लढ़िया आदि काली नदी की प्रमुख सहायक नदियां हैं। काली नदी, सरयू नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है।

यमुना नदी घाटी की परियोजनाएं

परियोजनाएं नदी स्थान   क्षमता (मेगावाट)
छिबरो टोंस नदी साम्बरखेरा (देहरादून) 240
ढकरानी टोंस नदी देहरादून 33.75
ढालीपुर टोंस नदी देहरादून 51
कुल्हाल टोंस नदी देहरादून 30
खोदरी टोंस नदी देहरादून 120
ग्लोगी भट्टा फाल मसूरी (देहरादून) 3
किशाऊ बांध परियोजना टोंस नदी देहरादून 600

टोंस नदी उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी ज़िले के बंदरपूंछ पर्वत के उत्तरी डाल पर स्थित स्वर्गारोहिनी ग्लेशियर से निकलने वाली सूपिन नदी तथा हिमाचल प्रदेश के डोगरा क्वार से निकलने वाली रूपी नदी के मिलने से बनती है जो कुछ दूरी तक तमसा नदी के नाम से जानी जाती है और कालसी में जाकर यमुना नदी में मिल जाती है।