सर्वर क्या है, सर्वर की विशेषताएं एवं सर्वर के प्रकार (What is Server in hindi ) : सर्वर एक कंप्यूटर प्रोग्राम या डिवाइस है जो विभिन्न कंप्यूटरों को डाटा प्रदान करता है। सर्वर को हम नेटवर्क पर कंप्यूटर का एक हिस्सा ही मान सकते है जो कंप्यूटर सिस्टम को स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क यानी (LAN) लोकल एरिया नेटवर्क पर विस्तृत क्षेत्र नेटवर्क (WAN) पर डेटा पहुँचाता है। ‘Server’ नाम ‘Serve’ शब्द से लिया गया है इसका हिंदी अर्थ परोसने वाला होता है। सर्वर उपयोगकर्ता के निर्देश पर उसके लिए वेब पेज को सर्व करता है और सभी वेबसाइट किसी न किसी प्रकार के सर्वर का प्रयोग करती है।
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सर्वर की विशेषताएं एवं आवश्यकताएं –
सर्वर की विशेषताएं एवं आवश्यकताएं निम्नलिखित है –
- हार्डवेयर फेल हो जाने पर भी सर्वर अपनी सेवाएं प्रदान करता है यह 24×7 में भी चलता रहता है।
- एक पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग करते समय बिजली चली जाये तो सर्वर शटडाउन हो जाता है।
- सर्वर हमें नेटवर्क सिक्योरिटी प्रदान करने का कार्य करता है जब हम किसी वेबसाइट पर इंडिविजुअल या ग्रुप अकाउंट बनाते है तो डाटा वेबसाइट फाइल सर्वर में स्टोर हो जाता है।
- सर्वर डाटा में रुकावट आने पर उस रुकावट को रोकने के लिए पीसी में उपयोग होने वाली RAID Configuration में काम करने वाली हार्ड ड्राइव का उपयोग करता है।
- पावर सप्लाई बंद हो जाने पर भी सर्वर की वजह से एक पावर सप्लाई बंद हो जाने पर इसका असर नॉर्मल सिस्टम ऑपरेशन को प्रभावित नहीं करता है।
सर्वर के प्रकार (Types of Server in hindi) –
वेब सर्वर (Web Server) –
वेब सर्वर एक सर्वर सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर है जो वेबसाइट को चलाने का कार्य करता है। वेब सर्वर को कंप्यूटर प्रोग्राम भी कहा जाता है जिसका कार्य वेबपेज स्टोर, प्रोसेस और डिलीवर करना होता है। वेब सर्वर में आंतरिक संचार के लिए (HTTP) हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता है। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें – वेब सर्वर (Web Server) क्या है, वेब सर्वर के प्रकार।
एप्लीकेशन सर्वर (Application Server) –
एप्लीकेशन सर्वर का उपयोग सभी ऍप्लिकेशन्स को विकसित और चलाने के लिए किया जाता है। एप्लीकेशन सर्वर एक प्रोग्राम है जो उपयोगकर्ता और संगठन के डेटाबेस और बैक एन्ड बिज़नेस एप्लीकेशन के लिए एप्लीकेशन को संचालन और संभालने का कार्य करता है।
प्रॉक्सी सर्वर (Proxy Server) –
प्रॉक्सी सर्वर को प्रॉक्सी भी कहा जाता है जो उपयोगकर्ता और इंटरनेट के बीच गेटवे का कार्य करता है। प्रॉक्सी सर्वर क्लाइंट प्रोग्राम और एक्सटर्नल सर्वर के बीच मीडिएटर का काम करता है। जब एक यूजर प्रॉक्सी सर्वर से कनेक्ट होता है और जब वह किसी सेवा के लिए अनुरोध करता है तो प्रॉक्सी अनुरोध को सरल बनाता है और उसमे होने वाली जटिलताओं को नियंत्रित करने के लिए मूल्यांकन करता है।
फाइल सर्वर (File Server) –
फाइल सर्वर का कार्य किसी नेटवर्क के अंदर विभिन्न फाइलों जैसे टेक्स्ट डाक्यूमेंट्स, मल्टीमीडिया, फोटोज फाइल आदि को स्टोर करने के लिए जगह प्रदान करता है। फाइल सर्वर एक ही कंप्यूटर के अंदर कई फाइलों तक भी पहुंच सकता है।
डेटाबेस सर्वर (Database Server) –
मेल सर्वर एक डेटाबेस सिस्टम है जो कंप्यूटर में डेटाबेस से डेटा एक्सेस करने का कार्य करता है। यह डाटा एक्सेस करने के दौरान पुनः सेवाएं प्राप्त करने से संबंधित कार्य करता है।
मेल सर्वर (Mail Server) –
मेल सर्वर को (MTA) मेल सर्वर ट्रांसफर एजेंट या इंटरनेट मेलर के नाम से भी जाना जाता है। मेल सर्वर इंटरनेट नेटवर्क में एक नेटवर्क पर ईमेल को संभालने का कार्य करता है और प्राप्तकर्ता को ईमेल डिलीवर करता है। जब हम किसी से मेल प्राप्त करते है या भेजते है तो इस दौरान मेल को मेल सर्वर की एक जटिल प्रक्रिया से होकर गुजरना होता है जिसकी वजह से हमें मेल प्राप्त होते है।
एफटीपी सर्वर (FTP Server) –
FTP सर्वर का पूरा नाम फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (File Transfer Protocol) है जो दुनिया के किसी भी कंप्यूटर में फाइल जो ट्रांसफर करने का कार्य करता है। वेब ब्राउज़र में जब किसी वेब पेज का अनुरोध करते है तो उसमे वेब ब्राउज़र FTP प्रोटोकॉल का प्रयोग करता है और फाइल उपयोगकर्ता तक पहुँचाता है।
पढ़ें – मॉडेम क्या है, Modem के प्रकार एवं Modem की विशेषताएं।