उत्तराखंड में कृषि उत्पादन एवं खेती के प्रकार

उत्तराखंड एक कृषि प्रधान राज्य हैं, यहां की 69.45% आबादी गाँव में निवास करती हैं, जोकि कृषि (Agriculture), जड़ी-बूटी (Herb) व वन संपदा (Forest Estates) पर निर्भर (Dependent) है। Keep Reading

उत्तराखंड में पायी जाने वाली खनिज संपदा व खनिज पदार्थ

उत्तराखंड (Uttarakhand) में अन्य राज्यों की अपेक्षा खनिज संसाधनों का अभाव है, लेकिन बहुत कम मात्रा में खनिज पदार्थों (Minerals) की उपस्थिति है। राज्य के वन क्षेत्र में स्थित खदानों से खनिजों का खनन Keep Reading

उत्तराखंड के वन्य जीव, वन्य-जीव विहार, राष्ट्रीय उद्यान एवं संरक्षण विहार

राज्य में प्रथम वन्य जीव संरक्षण केंद्र (First Wildlife Conservation Center) के रूप में 1935 में देहरादून (Dehradun) में मोतीचूर वन्यजीव विहार (Motichoor Wildlife Sanctuary) की स्थापना की गई थी Keep Reading

उत्तराखंड के वन क्षेत्र, वन आच्छादित क्षेत्र, वन नीतियाँ

राष्ट्रीय वन नीति 1998 के अनुसार देश की कुल क्षेत्रफल के 33% भाग पर वन होने आवश्यक है, जिसमें पर्वतीय क्षेत्र में कम से कम 60% और मैदानी क्षेत्रों में कम से कम 25% वन होने आवश्यक है। Keep Reading

उत्तराखंड के प्रमुख ग्लेशियर व हिमनद

उत्तराखंड राज्य में पर्यटन स्थलों की कोई कमी नहीं है और यहाँ के ग्लेशियर भी आकर्षण का केंद्र रहे हैं क्योंकि उत्तराखंड का 86 प्रतिशत भाग पहाड़ी है इसलिए यहाँ पर बहुतायत मात्रा में हिमनद व ग्लेशियर पाए जाते हैं। Keep Reading

उत्तराखंड राज्य में बहने वाली प्रमुख नदियां व उनके उद्गम स्थल

उत्तराखंड में अधिकांशतः नदियों का प्रवाह दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा में है, राज्य में कई छोटे-बड़े नदी-तंत्र हैं, जिसमे काली नदी तंत्र, गंगा नदी तंत्र और यमुना नदी तंत्र मुख्यत: हैं। Keep Reading

उत्तराखंड की प्रमुख आपदा

विशिष्ट भौगोलिक संरचना (Distinct Geographical Structure) के कारण प्रदेश को प्रतिवर्ष प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है, जिससे जन धन की हानि होती है। Keep Reading

उत्तराखंड की जलवायु

उत्तराखंड राज्य (Uttarakhand State) का ज्यादातर हिस्सा पहाड़ व वनों से भरा हुआ है जिस कारण यहाँ का तापमान मैदानी राज्यों के मुकाबले कम ही रहता है। और ज्यादातर इलाकों में ठंडा रहता है। Keep Reading

उत्तराखंड का भूगोल व भोगोलिक संरचना

उत्तराखंड (Uttarakhand) के 86 प्रतिशत भाग पर पहाड़ एवं 65 प्रतिशत भाग पर जंगल पाए जाते हैं। स्वतंत्रता के समय भारत में केवल एक ही हिमालयी राज्य 'असम' (Assam) था। Keep Reading