1. भारत ने स्वदेशी तकनीक से निर्मित त्वरित प्रतिक्रिया वाली जमीन से हवा करने वाली मिसाइल (Quick Reaction Surface-to-Air Missile – QRSAM) का पहला सफल परीक्षण ओडीशा के चांदीपुर से 4 जून 2017 को किया। इस मिसाइल प्रणाली का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के सहयोग से किया है।
विस्तार: स्वदेशी तकनीक से निर्मित त्वरित प्रतिक्रिया वाली जमीन से हवा करने वाली मिसाइल का पहला सफल परीक्षण 4 जून 2017 को ओडीशा के चांदीपुर (Chandipur) स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से 4 जून 2017 को किया गया। इस मिसाइल प्रणाली का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation – DRDO) ने सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited – BEL) के सहयोग से किया है। यह मिसाइल की क्षमता 30 किमोलीटर के दायरे में तमाम अलग-अलग हवाई लक्ष्यों को नष्ट करने की है जिसके लिए दो वाहनों का प्रयोग हवाई प्रतिरक्षा के लिए किया जाता है। यह मिसाइल त्वरित प्रतिक्रिया (quick reaction) के उद्देश्य को ध्यान में रखकर तैयार की गई है तथा यह सभी प्रकार के मौसम में काम करने में सक्षम है। यह दागने के बाद हवा में उड़ते समय अपने निशाने की खोज करने में सक्षम है। इसे ट्रक पर तैनात किया जाता है जहाँ से इसे 360 अंश पर घुमाया जा सकता है। इसका संचालन इलेक्ट्रॉनिक-मैकेनिकल पद्धति से किया जाता है।
2. बी. साईं प्रनीथ ने थाईलैण्ड ओपन ग्रां प्री बैडमिण्टन प्रतियोगिता का पुरुष एकल खिताब 4 जून 2017 को जीतकर अपने करियर के दूसरे ग्रां प्री खिताब जीतने में सफलता हासिल की।
विस्तार: भारत के युवा बैडमिण्टन खिलाड़ी बी. साईं प्रनीथ (B. Sai Praneeth) ने 4 जून 2017 को 1 लाख 20 हजार डॉलर ईनाम राशि वाली थाईलैण्ड ओपन ग्रां प्री (Thailand Open Grand Prix) बैडमिण्टन प्रतियोगिता का पुरुष एकल खिताब जीत लिया। बैंकॉंक में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता के फाइनल में उन्होंने चौथी वरीयता प्राप्त इण्डोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी (Jonathan Christie) को एक संघर्षपूर्ण मैच में 17-21, 21-18, 21-19 से पराजित किया। प्रनीथ को इस प्रतियोगिता में तीसरी वरीयता हासिल थी। यह प्रनीथ के करियर का दूसरा ग्रां प्री खिताब है। उनके करियर का पहला ग्रां प्री खिताब कनाडा ओपन था जो उन्होंने पिछले वर्ष (2016 में) जीता था।
3. हबीबगंज (भोपाल) रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे का पहला निजी रेलवे स्टेशन (India’s first private station) बनने की दिशा में अग्रसर है क्योंकि इसके संचालन तथा रखरखाव की जिम्मेदारी एक निजी उपक्रम को प्रदान की गई है।
विस्तार: भोपल का उपनगरीय रेलवे स्टेशन हबीबगंज (Habibganj) देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन होगा जिसके संचालन (operation) तथा रखरखाव (maintenance) की जिम्मेदारी एक निजी उपक्रम को प्रदान की जायेगी। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (public-private partnership – PPP) के तहत नए सिरे से विकसित किए जा रहे इस स्टेशन का नाम भारतीय रेल के इतिहास में लिखा जाना अब लगभग तय लग रहा है। हबीबगंज के संचालन तथा रखरखाव के लिए भोपाल स्थित बंसल समूह (Bansal Group) के साथ आठ वर्ष की अवधि के लिए करार हुआ है। इसके अलावा इस समूह को 45-वर्ष के पट्टे पर 4 भूमि पार्सल भी दिए गए हैं। 1979 में खोले गए इस स्टेशन के पुनरोद्धार के लिए 100 करोड़ रुपए बंसल समूह द्वारा निवेशित किए जायेंगे। वहीं 17,245 वर्ग मीटर के चार वाणिज्यिक भूमि पार्सलों के विकास के लिए समूह 350 करोड़ रुपए का निवेश करेगा।
4. 5 जून को हर साल मनाया जाता है ‘विश्व पर्यावरण दिवस’।
विस्तार: 5 जून को पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए हर वर्ष दुनिया भर में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था। आंकड़ों के मुताबिक, 1880-2013 के बीच भारत का करीब 40% वन्य क्षेत्र नष्ट हो गया था। वहीं, 2013-2015 के बीच वन्य क्षेत्र करीब 5,081 वर्ग किलोमीटर बढ़ा है।
5. भारत ने देश में बने सबसे भारी रॉकेट GSLV MK-III का किया सफल टेस्ट।
विस्तार: भारत ने सबसे भारी स्वदेशी रॉकेट ‘GSLV MK-III’ का सोमवार को सफल परीक्षण किया। 640 टन वज़नी और 43.43 मीटर ऊंचे इस रॉकेट ने जीटीओ (जियोसिन्क्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट) में पहली बार 3,136 किलोग्राम वज़नी GSAT-19 सैटेलाइट को सफलतापूर्वक स्थापित भी किया। यह रॉकेट 10,000 किलोग्राम तक के पेलोड को पृथ्वी की निचली कक्षा में पहुंचाने में सक्षम है।