61. अकेन्द्रित काई – वर्ग बंटन का संचयी जनक फलन हर के लिए है –
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62. विवक्तकर विश्लेषण ……………के मध्य सम्बन्ध प्रतिरूपण की तकनीक है।
(1) एक सतत् आश्रित चर तथा स्वतन्त्र खन्डित चर
(2) श्रेणीबद्ध मानदण्ड चर एवं स्वतन्त्र सतत् चर
(3) नाममात्र आश्रित चर तथा एक द्विआधारी चर
(4) एक प्रसामान्य चर एवं बहुपद चर l
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63. माना Xi (i= 1,2,………,n) एक यादृच्छिक प्रतिदर्श N(μ, σ2) समग्र से लिया गया है। यदि μ तथा σ2 दोनों अज्ञात हों, तो उनके लिए पर्याप्त आकलक क्रमशः होंगे –
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64. यदि X1, X2,………….Xn एक समान एवं स्वतन्त्र रूप से बंटित (i.i.d.) चर f (x, θ) घनत्व फलन वाले समग्र से हों, तो (θ) के आकलक Tn के प्रसरण के लिए क्रेमर-राव का निम्न परिबन्ध है –
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65. शून्य परिकल्पना H0 : θ = 2 को वैकल्पिक परिकल्पना H1 : θ = 1 के सापेक्ष परीक्षण जो f(x,θ) = θe-θx; 0 < x < ∞ से लिए गए एकल प्रतिदर्श पर आधारित है, के लिए यदि क्रांतिक क्षेत्र x ≥ 1 हो, तो प्रथम प्रकार की त्रुटि का मान होगा –
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66. अनेक प्रसामान्य समष्टि माध्यों की समानता निम्न परीक्षण द्वारा की जाती है –
(1) बार्टलेट – परीक्षण
(2) t – परीक्षण
(3) F – परीक्षण
(4) x2 – परीक्षण
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67. मान-व्हीटनी-विल्कोक्सन U परीक्षण में, U का प्रसरण है –
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68. प्रतिस्थापना सहित, सरल यादृच्छिक प्रतिचयन में समष्टि की N इकाईयों में से, n इकाईयों के एक प्रतिदर्श का चयन किया गया। घटक कहलाता है –
(1) प्रतिदर्श माध्य का प्रसरण
(2) आकलक की अभिनति
(3) प्रतिचयन भिन्न
(4) परिमित समष्टि संशोधन
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69. प्रतीपगमन आकलन अनुपात आकलन से अधिक परिशुद्ध होगा (दिया है ), यदि –
(1) (ρSy – RSx)2 > 0
(2) (ρSy – RSx)2 < 0
(3) ρSy = RSx
(4) उपरोक्त में से कोई नहीं
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70. वह अभिकल्पना जिसमें स्थानीय नियंत्रण का उपयोग नहीं होता, है –
(1) यादृच्छिक खण्ड अभिकल्पना
(2) पूर्ण यादृच्छिक अभिकल्पना
(3) लेटिन वर्ग अभिकल्पना
(4) सममित अपूर्ण खण्ड अभिकल्पना
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71. चार पुनरावृत्तियों वाले 23- बहुउपादानी प्रयोग में निम्न व्यवस्था की गई है –
II एवं III पुनरावृत्तियों में क्रमशः निम्न उपचारों का संकरण किया गया है –
(1) ABC, AB
(2) AB, BC
(3) BC, AC
(4) AB, ABC
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72. मौसमी विचलनों के मापन में निम्न में से किस माप में समंकों का तुलनात्मक रूप से कम उपयोग होता है?
(1) सरल माध्य विधि
(2) प्रवृत्ति-अनुपात विधि
(3) चल-माध्य-अनुपात विधि
(4) श्रृंखला-मूल्यानुपात विधि
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73. काल-श्रेणी में चर अन्तर विधि का उपयोग साधारणतः ………………. के प्रसरण आकलन में होता है।
(1) प्रवृत्ति अवयव
(2) मौसम विचरण
(3) चक्रीय उच्चावचन
(4) अनियमित परिवर्तन
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74. निम्न में से कौन सा सूचकांक तत्व उत्क्राम्यता परीक्षण को संतुष्ट करता है?
(1) लैस्पीयर का सूचकांक
(2) पाशे का सूचकांक
(3) वाल्य का सूचकांक
(4) इनमें से कोई नहीं
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75. एक माह से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर को कहते हैं –
(1) शिशु-मरण दर
(2) नव जन्म-मरण दर
(3) मातृत्व मरण दर
(4) आयु-विशिष्ट मृत्यु दर
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76. C.S.O. के लिए निम्न में से कौन सा कथन सत्य है?
(1) N.S.S.O. की निगरानी में इसने अपना कार्य 1951 में शुरू किया।
(2) 1973 से यह संगठन कृषि मंत्रालय के अधीन कार्य कर रहा है।
(3) (1) व (2) दोनों सत्य हैं ।
(4) (1) व (2) में से कोई भी सत्य नहीं हैं
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77. 1949 में, राष्ट्रीय आय समिति के अध्यक्ष थे –
(1) डी.आर. गाडगिल
(2) वी. के. आर. वी. राव
(3) सी. आर. राव
(4) पी. सी. महालनोबिस
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78. निम्नलिखित समंकों से हार्मोनिक माध्य ज्ञात कीजिए –
X: 2 4 8 16
f: 2 3 3 2
(1) 4.00
(2) 4.44
(3) 4.50
(4) 4.75
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79. एक बहुलक वाले बंटन में यदि माध्य, बहुलक से छोटा है, तो इसकी असमता के बारे में क्या कहा जा सकता है?
(1) ऋणात्मक वैषम्य
(2) धनात्मक वैषमय
(3) सममानता
(4) इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है
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80. अगर X एवं Y के बीच का सहसम्बन्ध गुणांक धनात्मक है, तो दोनों समाश्रयण गुणांकों का चिन्ह होगा –
(1) धनात्मक
(2) ऋणात्मक
(3) धनात्मक एवं ऋणात्मक दोनों ही
(4) एक दूसरे के विपरीत
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