उत्तराखंड में अधिकांशतः नदियों का प्रवाह दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा में है, राज्य में कई छोटे-बड़े नदी-तंत्र हैं, जिसमे काली
Continue reading...उत्तराखंड में अधिकांशतः नदियों का प्रवाह दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा में है, राज्य में कई छोटे-बड़े नदी-तंत्र हैं, जिसमे काली
Continue reading...विशिष्ट भौगोलिक संरचना (Distinct Geographical Structure) के कारण प्रदेश को प्रतिवर्ष प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है, जिससे जन
Continue reading...उत्तराखंड राज्य (Uttarakhand State) का ज्यादातर हिस्सा पहाड़ व वनों से भरा हुआ है जिस कारण यहाँ का तापमान मैदानी
Continue reading...उत्तराखंड (Uttarakhand) के 86 प्रतिशत भाग पर पहाड़ एवं 65 प्रतिशत भाग पर जंगल पाए जाते हैं। स्वतंत्रता के समय
Continue reading...उत्तराखंड (Uttarakhand) को एक अलग राज्य का दर्ज देने की मांग भारत की आजादी से पहले भी उठती रही थी।
Continue reading...आजदी से पहले भारत में कई स्वतंत्रता आंदोलन (Freedom Movements) हुए, जिस से उत्तराखंड (Uttarakhand) भी अछूता नहीं रहा। कुली
Continue reading...समय-समय पर उत्तराखंड राज्य में कई आन्दोलन (Uttarakhand Movement) हुए है। जिनमे से कुछ का मक़सद अपना अधिकार पाना था,
Continue reading...कत्यूरी शासक (Katyuri Shasak) मध्यकाल में कत्यूरी शासक की जानकारी हमें मौखिक रूप से लोकगाथाओ और जागर के माध्यम से
Continue reading...आधुनिक काल का तात्पर्य उत्तराखंड में गोरखाओं के शासन काल से माना जाता है, वेसे तो इतिहासकारों की मानें तो
Continue reading...उत्तराखंड (Uttarakhand) का इतिहास पौराणिक काल जितना पुराना हैं । उत्तराखंड का उल्लेख प्रारम्भिक हिन्दू ग्रंथों में भी मिलता हैं,
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