UTET Exam Paper 29 September 2023 - Paper 2 (Answer Key)

UTET Exam Paper 29 September 2023 – Paper 2 (Official Answer Key)

निर्देश : निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न संख्या 76 से 79 तक) के सर्वाधिक उचित उत्तर वाले विकल्प का चयन कीजिए

भारतवर्ष में धर्म के भीतर भी ज्ञान की प्रकृत पद्धति और प्रेम की प्रकृत पद्धति स्वीकृत थी; अतः न ज्ञान के क्षेत्र में और न भगवत्प्रेम के क्षेत्र में रहस्यवाद की आवश्यकता हुई। साधनात्मक और क्रियात्मक रहस्यवाद का अलबत योग, तंत्र और रसायन के रूप में विकास हुआ। यहाँ ज्ञान-मार्ग, भक्ति मार्ग और योग-मार्ग तीनों अलग-अलग रहे हैं। इस स्पष्ट विभाग के कारण भारतीय परम्परा का भक्त न तो पारमार्थिक ज्ञान का दावा करता है न अलौकिक सिद्धि या रहस्य दर्शन का ज्ञान के अधिकारी तर्कबुद्धि सम्पन्न, चिन्तनशील दार्शनिक ही माने जाते हैं। तत्वज्ञान की झलक के लिए शुद्ध बुद्धि के अतिरिक्त और कोई दूसरी खिड़की नहीं मानी जाती। भारतीय भक्त हृदय की उसी पद्धति से भगवान से प्रेम करता है जिस पद्धति से पुत्र- कलत्र से। इस प्रेम के लिए कोई अप्राकृतिक पद्धति अपेक्षित नहीं। भक्ति की अनुभूति भी ‘भक्ति रस’ कही जाती है। रस की अनुभूति एक प्राकृतिक या स्वाभाविक अनुभूति है। पर रहस्यवादी की ईश्वर समागम वाली दशा या तो योगियों की तुरीयावस्था अथवा चित्र – विक्षेप के रूप में मानी जाती है – जैसी किसी भूत या देवता के सिर आने पर होती है।
76. भारतीय परम्परा का भक्त पारमार्थिक ज्ञान का दावा क्यों नहीं करता है?
(A) भक्त भगवान के वास्तविक रहस्य का ज्ञाता होता है।
(B) भक्त का ज्ञान ईश्वरीय ज्ञान के समकक्ष होता है।
(C) भारत में ज्ञान-मार्ग, भक्ति योग और योग-मार्ग में अलगाव रहा है।
(D) भारत का भक्त साधनात्मक और क्रियात्मक रहस्यवाद में दक्ष होता है।

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Answer – C

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77. ‘कलत्र’ शब्द का अर्थ है-
(A) भार्या
(B) पुत्री
(C) पिता
(D) माता

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Answer – A

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78. ज्ञान का अधिकारी किसे माना जाता है?
(A) दार्शनिक को
(B) रहस्यवादी को
(C) भक्त को
(D) धार्मिक को

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Answer – A

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79. रस की अनुभूति कैसी होती है?
(A) सांसारिक
(B) प्राकृतिक
(C) कृत्रिम
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं

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Answer – B

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80. मौखिक भाषा शिक्षण की प्रत्यक्ष विधियों में कौन सी विधि नहीं आती है-
(A) वार्तालाप
(B) भाषण
(C) गद्य शिक्षण
(D) अभिनय

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Answer – C

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81. हिन्दी भाषा में पढ़ना-लिखना सिखाना किससे शुरू करना चाहिए-
(A) अक्षरों से
(B) शब्दों से
(C) वाक्यों से
(D) इन सभी के एक साथ शिक्षण से

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Answer – A

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82. काव्य के जड़-चेतन विधान तत्व से क्या तात्पर्य है –
(A) जड़ पदार्थों में चेतनता की कल्पना
(B) चेतन पदार्थों में जड़ की कल्पना करना
(C) उपरोक्त दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

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Answer – A

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83. गद्य की नाटक विधा का प्राण तत्व क्या है-
(A) कथावस्तु
(B) पात्र
(C) संवाद
(D) भाषा शैली

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Answer – C

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84. भाषा के व्याकरण का मूल तत्व है –
(A) अक्षर
(B) शब्द
(C) वाक्य
(D) ये सभी

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Answer – D

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85. साहित्यिक क्रियाओं में कौन सी क्रिया नहीं आती-
(A) भाषण
(B) लोकगीत
(C) नाटक अभिनय
(D) वाद विवाद

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Answer – B

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86. देवनागरी लिपि की उत्पत्ति किससे हुई ?
(A) खरोष्ठी
(B) ब्राह्मी
(C) पैशाची
(D) कैंथी

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Answer – B

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87. खड़ी बोली का दूसरा नाम है-
(A) मगही
(B) कौरवी
(C) हिन्दुस्तानी
(D) बघेली

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Answer – B

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88. ‘ऊँट मक्का की ओर भागता है’ लोकोक्ति का सही अर्थ है-
(A) धर्म के प्रति सब निष्ठावान होते हैं।
(B) पशु भी घर की याद करते हैं।
(C) अपनी जन्मभूमि को सब प्रेम करते हैं।
(D) जिसे जहाँ सुख मिलता है वह वहीं जाता है।

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Answer – C

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89. ‘उच्छिष्ट’ शब्द में संधि है –
(A) व्यंजन संधि
(B) विसर्ग संधि
(C) स्वर संधि
(D) अयादि संधि

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Answer – A

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90. इनमें से द्वन्द्व समास का उदाहरण है।
(A) पीताम्बर
(B) चौराहा
(C) नेत्रहीन
(D) रूपया-पैसा

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Answer – D

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