RPSC Junior Legal Officer (JLO) Exam 4 November 2023 - Paper 2 (Answer Key)

RPSC Junior Legal Officer (JLO) Exam 4 November 2023 – Paper 2 (Answer Key)

71. पत्नी जिसके पक्ष में धारा 125 दं.प्र. सं. के अधीन भरण-पोषण का आदेश दिया गया है रद्द नहीं किया जावेगा यदि वह
(1) पर्याप्त कारण के बिना अपने पति के साथ रहने से इंकार करती है ।
(2) पारस्परिक सहमति से विवाह-विच्छेद प्राप्त कर लिया है ।
(3) पारस्परिक सम्मति से पृथक् रह रही है ।
(4) जारता की दशा में रह रही है ।
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 2

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72. दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 202 में किया गया संशोधन कब प्रवर्तित हुआ ?
(1) 27 जून, 2013
(2) 26 जून, 2009
(3) 25 जून, 2007
(4) 23 जून, 2006
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 4

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73. निम्न में से कौन धारा 144-क के अंतर्गत प्रतिषेधात्मक आदेश जारी करने हेतु सशक्त है ?
(1) राज्य सरकार द्वारा विशेषतया सशक्त किया गया अन्य कोई कार्यपालक मजिस्ट्रेट
(2) अपर जिला मजिस्ट्रेट
(3) उपखण्ड मजिस्ट्रेट
(4) जिला मजिस्ट्रेट
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 4

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74. निम्नलिखित में से कौन सा वाद द.प्र.सं. की धारा 154 के अधीन टेलीफोन मेसेज द्वारा प्रथम सूचनां रिपोर्ट से संबंधित नहीं है ?

(1) भगवान जगन्नाथ मारकड ब. महाराष्ट्र राज्य
(2) हबीबुल्ला खान ब. उड़ीसा राज्य
(3) एस. के. इशाक ब. बिहार राज्य
(4) तपिन्दर सिंह ब. पंजाब राज्य
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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75. उच्चतम न्यायालय द्वारा लोक अभियोजक की भूमिका का विवेचन किया गया :
(1) स्वामी श्रद्धानंद ब. कर्नाटक राज्य
(2) मध्य प्रदेश राज्य ब. मोहन
(3) अंजनी कुमार चौधरी बं. बिहार राज्य
(4) रेखा मुरारका ब. पश्चिम बंगाल राज्य
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 4

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76. दण्ड प्रक्रिया संहिता, 1973 के अन्तर्गत निम्नलिखित में से किन धाराओं में आपराधिक मामलों के अन्तरण का प्रावधान किया गया है ?
(1) धारा 406 से 412
(2) धारा 408 से 414
(3) धारा 407 से 412
(4) धारा 405 से 413
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 1

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77. दण्ड प्रक्रिया संहिता का अध्याय-18 निम्नलिखित में से किससे सम्बन्धित है ?
(1) सेशन न्यायालय के समक्ष विचारण
(2) मजिस्ट्रेट के समक्ष कार्यवाही का प्रारम्भ किया जाना
(3) आरोप
(4) मजिस्ट्रेटों से परिवाद
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 1

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78. श्रीमती प्रियंका श्रीवास्तव ब. यू.पी. राज्य (ए.आई. आर. 2015 एस. सी. 1758) एवं वीनुभाई हरिभाई मालवीया ब. गुजरात राज्य (ए.आई. आर. 2019 एस. सी. 5233) दण्ड प्रक्रिया संहिता की निम्न में से किस धारा से संबंधित है ?
(1) धारा 156 (3)
(2) धारा 156(1)
(3) धारा 155(2)
(4) धारा 145(2)
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 1

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79. धारा 198(6) दं. प्र.सं. में उल्लिखित अपराध के लिए संज्ञान लेने हेतु विहित अवधि, अपराध किए जाने की दिनांक से
(1) तीन वर्ष है ।
(2) दो वर्ष है ।
(3) एक वर्ष है ।
(4) छह माह है।
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 3

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80. धारा 206 दं. प्र. सं. में ‘छोटे अपराध’ से अभिप्राय है, ऐसा अपराध जो दण्डनीय है :
(1) एक हज़ार रुपए से अनधिक जुर्माने से दण्डनीय जिसमें मोटर यान अधिनियम के अंतर्गत दण्डनीय कोई अपराध सम्मिलित नहीं है ।
(2) एक हज़ार रुपए से अनधिक जुर्माने से दण्डनीय जिसमें मोटर यान अधिनियम के अंतर्गत दण्डनीय कोई अपराध सम्मिलित है ।
(3) पाँच हज़ार रुपए से अनधिक जुर्माने से
(4) 24 घंटों से अनधिक साधारण कारावास से
(5) अनुत्तरित प्रश्न

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Answer – 1

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